करनाल का युद्ध| Battle of Karnal in Hindi | Hindi Essay | Battle of Karnal Essay in Hindi.
करनाल का युद्ध 24 फरवरी 1739 में लड़ा गया था। करनाल का युद्ध फारसी साम्राज्य और मुगल साम्राज्य के बीच हुआ था। यह युद्ध भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण युद्ध था। यह युद्ध नादिरशाह और मुगल बादशाह मुहम्मदशाह के बीच हुआ था। नादिर अफशरीद वंश का था। यह युद्ध करनाल नामक स्थान पर हुआ था इस वजह से इस युद्ध को करनाल का युद्ध कहा जाता है। यह स्थान वर्तमान समय के हरियाणा राज्य में स्थित है। करनाल का युद्ध करने का उद्देश्य नादिरशाह का था, वह फारस का शासक था। नादिरशाह ने भारत की अकृत संपद और संपत्ति के बारे में बहुत सुना था और इसी संपत्ती को लुटने के लिए नादिरशाह भारत आ गया था।
युद्ध के समय मुगल शासन पूरी तरह से खोखला हो गया था। मुहम्मदशाह को एक कमजोर राजा कहा जाता था। मुहम्मदशाह को एक बहुत ही डरपोक राजा के नाम से पहचाना जाता था। इस युद्ध में नादिरशाह के पास बहुत बड़ी सेना थी। और इसी बड़ी सेना का मुकाबला करने के लिए मुहम्मदशाह 80000 की सेना और कई बड़े-बड़े बादशाह को साथ ले चला था। इस युद्ध में नवाब सआदतखान भी मुहम्मदशाह के साथ था, पर इन सभी की नादिरशाह की सेना के सामने चल नहीं पाई जिस वजह से बहुत ही कम समय में यह युद्ध समाप्त हुआ और यह युद्ध का परिणाम नादिरशाह की विजय हो गई और मुगल बादशाह मुहम्मदशाह की पराजय को गई थी।
इस युद्ध को जीतने के बाद नादिरशाह ने मुगल बादशाह के राज्य से बहुत सारी संपत्ती लूटी और अपने राज्य चला गया। नादिरशाह संपत्ती के साथ ही तख्त- ए-ताऊस भी साथ ले गया था और कोहिनूर भी। इस लूटी हुई संपत्ती को पाकर नादिरशाह और ताकतवर बन गया था।
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