Chhattisgarh State Class 6 Hindi Chapter 9 टू ठन नान्हे कहानी Solution
Chhattisgarh State Board Class 6 Hindi Chapter 9 टू ठन नान्हे कहानी Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
टू ठन नान्हे कहानी
1.) हीरा उपर कोनो मनखे के नजर काबर नई परिस?
हीरे के चारों ओर घास उगने की वजह से हीरे पर नजर नहीं पड़ी।
2.) झिंगुरा ह ओस के बूंद ल हीरा के सगा काबर कहिस?
ओस की बूंदे हीरे जैसी सुंदर होती है और हीरे जैसे ही चमकती है। इसीलिए ओस की बूंदों को हीरे का रिश्तेदार कहा है।
3.) पियासे थिरइ ह का जिनिस ल देखके खाल्हे उतरिस ?
प्यासी चिड़िया ने हीरे को ओस की बूंद समझ लिया।
4.) चिरई ह अपन चोच ल ओस के बूंद समझ के मारिस त ओला का लगिस?
जब उस चिड़िया ने हीरे पर अपनी चोंच मारी तो चिड़िया को ऐसा लगा कि वह पत्थर है।
5.) ओस के बूंद है हीरा अऊ चिरई के बात ल सुनके मन में का विचार करथे?
ओस की बूंद ऐसा विचार करती है कि जो त्याग करता है, उनका जीवन ही सुखमय और सुंदर होता है।
6.) झिंगुरा ह काँदी मे सपट के कौन से घटना ल देखिस अक्र का सोचिस?
चिड़िया हीरा और उसकी बूंद की घटना झींगुरा घास के पीछे छिप कर देख रहा था और यह सोच रहा था कि एक का हृदय पत्थर का है तो एक कर हृदय प्रेम से भरा हुआ है।
7.) साधी बाबू ल अपन महतारी के काबर सुरता आगे?
अपनी मां की याद उसे तब आ गई जब उसने सजी-धजी हुए स्त्रियों को देखा।
8.) विपिन सुरुज के पिवस किरन ल देखके का सोचत रहिस
विपिन यह सोचता है के अगर मैं इन बादलों पर चढ़ जाता तो भरपूर सोना इकट्ठा कर के लाता।
पाठ से आगे
1.) हीरा अउ ओस के बूंद कहानी म एक के हिरदे ह पथरा बरोबर कठोर है त दूसरे के हिरदे में मया दया के अमरित नरे हदय अइसन काबर कहे गेहे?
हीरा बहुत कीमती चीज है लेकिन वह एक चिड़िया की प्यास नहीं बुझा सकता। मतलब अगर कोई प्यासा उसके पास पानी मांगने जाए तो वह उसकी प्यास नहीं बुझा सकता। तब वह पत्थर के बराबर होता है। एक ओस की बूंद इतनी छोटी होती है लेकिन उसके हृदय में प्रेम ममता भरी हुई होती है वह प्यासी की प्यास बुझा सकती है।
भाषा से
1.) कहानी में आये वाक्य जेकर बुध नई रहय बोला एक शब्द म भोकवा कहे जाये। अइसने खाल्डे लिखाय वाक्य मन के अर्थवाला एक शब्द लिखय
जेन कनू सच नई बोलय- झूठा
जेन बनी भूती कर – किसान
जेन वैपार करथे- व्यापारी
जैन खेल – तमाशा देखाये – तमाशगर
2.) पाठ में आये समझ कह सोच सब्द म इया प्रत्यय लगाके नवा शब्द बन जाथे
जैसे – समझ इया समझइया
कह + इया = कहइया
सोच + इया = सोचइया
अइसने खाल्हे लिखाय सब्द मन ला इया प्रत्यय लगाके नया शब्द बनावय
सकल- सकल +इया= सकलिया
देय= दे+इया= देइया
देख= देख+ इया = देखिया
3.) कहानी में आये पिवास धमद” शब्द भाववाचक संज्ञा हवय इन ल विशेषण में बदले ले।
पियास- पियासी = चिरई पिवासी है।
घमंड – घमंडी = मनले घमंडी हो जाये।
अइसने खाल्हे दे शब्द मन के विशेषण बनावय।
त्याग, लबरा, चमक।
त्याग – त्यागी
लबरा – लबराई
चमक – चमकाई