Chhattisgarh State Class 6 Hindi Chapter 15 सरलता और सहृदयता Solution
Chhattisgarh State Board Class 6 Hindi Chapter 15 सरलता और सहृदयता Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
सरलता और सहृदयता
1.) काका के बाबू कौन थे?
काका उस घर में नौकर थे, और वह बाबू मतलब भारत के राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्रप्रसाद थे।
2.) बूढ़े काका का, घर के सभी लोग सम्मान क्यों करते थे?
यह काका अपने बचपन से उस घर मे काम करते थे। इस घर के बच्चों के साथ खेले हुए थे। उन बच्चों को काका ने उंगली पकड़कर चलना सिखाया था। अब वह काका बूढ़े हो गए थे।अब वह काका घर के सदस्य जैसे ही थे। इस वजह से घर के सभी लोग काका का सम्मान करते थे।
3.) परिवार वाले क्यों चाहते थे कि बूढ़े काका काम करना बंद कर दें?
काका ने उस घर में उनके बचपन से कम किया था। बहुत मेहनत की थे अब वह इस घर के सदस्य की तरह थे।सभी उनको प्यार और सम्मान देते थे। इसी लिए सबको लगता था के बूढ़े काका अब कम करना बंद करदे।
4.) राजेन्द्र बाबू का मन अशांत क्यों था?
राजेंद्र बाबू का कलमदान काका के से साफसफाई करते वक्त टूट गया। तब राजेंद्र बाबू ने उनको डांट लगाते हुए कहा के आज आप मेरे कमरे की सफाई मत करना। बाबू ने ऐसे लहेजे में कभी उनसे बात नहीं की था। इसीलिए राजेंद्र बाबू का मन अशांत था।
5.) राजेन्द्र बाबू को नींद क्यों नहीं आ रही थी?
काका को उन्हों ने डांट लगाई थी। इतने सालों में बाबू ने उनसे ऐसे कभी भी बात नहीं की थी। रात को जब बाबू सोने चले गए तब उनको कलमदन, काका, बाबू का काका के प्रति व्यवहार यह सब याद आ रहा था। इसीलिए राजेन्द्र बाबू को नींद नहीं आ रही थी।
6.) कीमती कलमदान कैसे टूटा ?
एक दिन काका जब बाबू के कमरे की सफाई कर रहे थे। सभी वस्तुओं पर जमी धूल पोछ रहे थे। उन्हों ने वह कलमदान उठाया और उसे साफ करके वह जगह पर रखने वाले थे की उनके हाथ से वह गिर गया और टूट गया।
7.) बूढ़े काका क्यों नहीं सो पा रहे थे?
बूढ़े काका को अपनी गलती याद आ रही थीं। इसीलिए वह नहीं सो पा रहे थे।
8.) राजेन्द्र बाबू ने बूढ़े काका से क्षमा क्यों माँगी?
राजेंद्र बाबू ने जब काका को डांट लगाई उसके बाद राजेंद्र बाबू को सब बाते याद आगाई। कैसे बचपन में काका उनकी उंगली पकड़कर उन्हें घुमाते थे। उन्होने उस घर में कितने दिन काम किया था। इन बातोंकी वजह से राजेंद्र बाबू को बुरा लग रहा था। काका ने उनके परिवार की बहुत सेवा की थी। राजेंद्र बाबू ने काका को जो डांट लगाई उसके लिए उनको बहुत बुरा लग रहा था। इसलिए राजेंद्र बाबू ने काका से क्षमा मांगी।
9.) बूढ़े काका ने बाबू के सिर पर हाथ रखकर क्या कहा?
बूढ़े काका ने बाप के सिर पर हाथ रखकर कहा कि अच्छा चलो मैं बाबू को माफ कर दिया।
10.) राजेन्द्र बाबू को अपने किए पर पछतावा क्यों हुआ?
काका ने राजेंद्र बाबू के परिवार की बहुत सेवा की थी। वह अपने बचपन से उस घर में काम कर रहे थे। बहुत सारे बच्चों को उंगली पकड़ कर उन्होंने चलना सिखाया था। राजेंद्र बाबू के परिवार को अपना परिवार माना उनके साथ प्यार से रहे। एक कलमदान टूटने की वजह से राजेंद्र बाबू ने पहली बार उनको भला-बुरा कहा था। इस बारे में राजेंद्र बाबू को बुरा लग रहा था। उन्हें काका पर गुस्सा नहीं करना चाहिए था ऐसा उन्हें लग रहा था। इसलिए राजेंद्र बाबू को अपने किए पर पछतावा हो रहा था।
पाठ से आगे
1.) क्या एक कलमदान एक व्यक्ति के सम्मान से अधिक कीमती है? विचार कर लिखिए।
एक कलमदान किसी भी व्यक्ति से अधिक कीमती नहीं है सामने वाले व्यक्ति को हमें हमेशा ही सम्मान देना चाहिए चाहे वह हमसे बड़ा हो या छोटा।
2.) बूढ़े काका ने सच बोलकर अपनी गलती स्वीकार की और डॉट खाई वो झूठ बोल कर कलमदान तोड़ने का दोष दूसरे पर लगा सकते थे क्या उनका दूसरे पर दोष मढ़ना उचित होता? अपने विचार कारण सहित लिखिए।
बूढ़े काका झूठ बोलकर अपनी गलती छुपा सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने अपनी गलती मान ली दूसरों पर अपनी गलती तो अपना यह गलत बात है।
3.) बूढ़े काका ने गलती की थी इस लिए राजेन्द्र बाबू ने उन्हे डॉटा राजेन्द्र बाबू ने डाट कर सही किया या गलत? अपने विचार लिखिए।
बूढ़े काका ने गलती की थी और वह गलती उन्होंने मान भी ली थी लेकिन उसके लिए राजेंद्र बाबू ने जो काका को डांट लगाई यह उन्होंने गलत किया। क्योंकि काका बहुत बड़े थे और अपने बचपन से वहां पर काम कर रहे थे। उन्होंने उस घर की बहुत सेवा की थी।
4.) बूढ़े काका को डाँटने के बाद राजेन्द्र बाबू बेचैन और अधीर हो गए थे। क्या आपके साथ भी ऐसी कोई घटना हुई है जिससे आप बेचैन हो गए हो?
हां जब मैं और मेरी छोटी बहन लड़ाई करते हैं और एक दूसरे से बात करना बंद कर देते हैं तो हम बेचैन हो जाते हैं।
5.) बूढ़े काका ने कलमदान जान बुझ कर नहीं तोड़ा भी फिर भी उन्होंने चुप-चाप डॉट सह ली। अगर आप उनकी जगह होते तो क्या करते?
बुड्ढे का करने कलमदान जानबूझकर नहीं तोड़ा था। उन्होंने यह बात मान भी ली। और राजेंद्र बाबू की चुपचाप डाट भी सह ली। अगर हम उनकी जगह होते तो जब हमें डांट पड़ रही है तो हम शांत रहते और सामने वाले का गुस्सा जब ठंडा हो जाता तब उसे जाकर समझते।
भाषा से
(1) इन शब्दों को देखिए-
आजन्म अतिशय उपाध्यक्ष पराजय, प्रबल, विवाद इन शब्दों में मूल शब्दों के साथ ‘आ’, ‘अति, उप परा प्र और वि जुड़े हैं, जो शब्दों के अर्थ का विस्तार कर रहे हैं। इस प्रकार के अव्ययों या शब्दों को जो किसी शब्द के आगे जुड़ कर उसके अर्थ में विस्तार कर देते है, उपसर्ग कहते हैं।
अब आप निम्नलिखित शब्दों से उपसर्ग पहचान कर अलग कीजिए- प्रतिदिन, आक्रमण, संयोग, सुगम, अभिनंदन, अनुकरण, अधिकार, उत्तीर्ण, निबंध, उपग्रह ।
प्रतिदिन- प्रति
आक्रमण-
संयोग- सं
सुगम- सु
अभिनंदन – अभी
अनुकरण- अनु
अधिकार- अधि
उत्तीर्ण- उत्
निबंध – नि
उपग्रह- उप
2.) अब इन शब्दों को देखिए
धनवान, सफलता, आनेवाला, श्रेष्ठतर, पहनावा, घटिया होनहार, कुलीन, लेखक, सूखा। इन शब्दों में क्रमशः वान’, ‘ता’, ‘वाला’, ‘तर, ‘आवा’ इया हार इन अक आ शब्दों के पीछे लगकर शब्दों को विशिष्ट अर्थ प्रदान कर रहें हैं। इस प्रकार के शब्दों अथवा अव्ययों को प्रत्यय कहते है। अब आप निम्नलिखित शब्दों से प्रत्यय अलग कीजिए :-
घबराहट- हट
कुलीन- इन
चमक – अक
पवित्र- अत्र
पाँचवाँ – वा
मिलनसार- सार
घूसखोर – खोर
अफीमची – ची
सुनवाई- ई
3.) नीचे लिखे शब्दों में प्रत्यय और उपसर्ग दोनों हैं उन्हें अलग कीजिए –
उपसर्ग प्रत्यय
अपमानित – अप इत
अधार्मिक- अ इक
अभिमानी- अ इ
बेचैनी – बे इ
दुस्साहसी- दूस इ
उपकार- उप कार
अनुदारता- अनु ता
निर्दयी- नि इ
4.) निम्नलिखित शब्दों को ध्यान से देखिए
पशु, सुंदरता, व्यथा, मोहन, दिल्ली, मारना
इन शब्दों से जाति, गुण, भाव, व्यक्ति, स्थान तथा क्रिया का बोध हो रहा है इस प्रकार के शब्दों को संज्ञा कहते हैं।
अब इन शब्दों को भी देखिए-
मनुष्य, नदी, नगर, पर्वत, पशु, पक्षी, लड़का, कुत्ता, गाय, घोड़ा, नारी, गाँव
इन शब्दों से व्यक्ति स्थान, वस्तु आदि की जाति का बोध हो रहा है इस प्रकार के संज्ञा शब्दों को जातिवाचक संज्ञा कहते हैं। इसी प्रकार अमेरिका, नमक, अनिल जैसे शब्द एक व्यक्ति, वस्तु या स्थान का बोध कराते हैं इसलिए इस प्रकार के संज्ञा शब्दों को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।
बुढ़ापा, मिठास, बचपन, मोटापा, थकावट, चढ़ाई जैसे शब्दों से किसी व्यक्ति या पदार्थ की अवस्था.) गुण-दोष अथवा गुणधर्म का बोध होता है इसलिए इन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
अब आप निम्नलिखित शब्दों में से जातिवाचक, व्यक्तिवाचक तथा भाववाचक संज्ञाओं को पहचान कर लिखिए।
सहायता, नारी, रामायण, जुलूस, प्यास, कपिला, मद्रास, सलाह, संतोष ताँबा, पिता, युवक, गंदा, जवान, चोर, रसगुल्ला, सूरज ऐरावत परिवार कक्षा रामायण
व्यक्तिवाचक संज्ञा –
मद्रास, सूरज, रामायण, एरावत, रसगुल्ला
जातिवाचक संज्ञा –
चोर, जवान, नारी, युवा, कपिला, पिता
भाववाचक संज्ञा –
सहायता, सलाह, प्यास, संतोष, गंदा
5.) नीचे लिखे हुए वाक्यों में रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए
क.) मैं चटाई पर लेट गया।
ख.) मोहन कहानी सुनाते-सुनाते रो पड़ा।
ग.) तिरंगे के सम्मान में सर झुक जाता है।
घ.) वह रायगढ़ से लौट आया है।
ङ.) सीता कल ही दिल्ली पहुँच गयी थी।
च.) ट्रेन जल्दी ही आ जाएगी।
रेखांकित शब्दों में दो अलग-अलग क्रियाएं एक साथ मिलकर किसी घटना को दिखा रही हैं। इस प्रकार जब दो अलग क्रिया शब्द एक साथ मिल कर एक नयी पूर्णक्रिया का बोध कराते हैं तो उन्हें संयुक्त क्रिया कहते हैं।
अब आप नीचे दिए हुए क्रिया शब्दों में से नये संयुक्त क्रिया शब्द बनाइए तथा वाक्यों में प्रयोग कीजिए-
पढ़ना- रामू पढ़ते समय खाना खा रहा था।
खाना – वो लड़का खाना खाते समय कितना बोल रहा है।
आना- तुम सुबह अपनी पढ़ाई पूरी करके पाठशाला आ जाना।
करना – तुम आके अपना काम करना।
पाना- मुझे बाजार में से वह बुक लानी है इसलिए मैं मेहनत कर रहा हूं।
लिखना- तुम लिखते समय टीवी क्यों देखते हो?
जाना- बाजार जाते समय कुछ खा कर जाना।
लड़ना- रोहन अपने मित्र के घर लड़ने जा रहा है।
नीचे लिखे वाक्यों को पढ़िए और समझिए
क.) “यह कोई साधारण कलमदान नहीं था ?”
ख.) “कोई साधारण कलमदान नहीं था यह दोनों वाक्यों का अर्थ एक ही है, लेकिनvदूसरे वाक्य में शब्दों का स्थान बदलकर कथन अधिक सशक्त बना दिया गया है।
आप भी इस तरह के दो उदाहरण लिखिए
1.) पाठ शाला में अव्वल आना कोई आसान बात नहीं है।
कोई आसान बात नहीं है पाठ शाला में अव्वल आना।
2.) तुमने कितनी अच्छी रंगोली बनाई है।
कितनी अच्छी रंगोली बनाई है तुमने।
6.) निम्नलिखित मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए ।
दिल बैठ जाना- नाराज होना
टीचर ने कंपटीशन में पाठ लेने से सोहन को मना कर दिया तो सोहन का दिल बैठ गया।
खड़े-खड़े मुँह देखना- कुछ न करना
रामू घर में कार्यक्रम होते हुए भी सबका खड़े-खड़े मुंह देखता रहा।
पानी फेर देना- बिगाड़ देना।
छोटी नहीं दीदी की कॉफी पढ़ कर सभी पढ़ाई पर पानी फेर दिया।
झड़ी लग जाना – कोई भी काम भरपूर मात्रा में होना।
परीक्षा आने के बाद दीदी ने पढ़ाई की झड़ी लगा दी।
7.) निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए ।
दुर्लभ- सुलभ
उदार- कंजूश
उत्कृष्ट – निकृष्ठ
साधारण- असाधारण
प्रश्न – उत्तर
8.) निम्नलिखित शब्द युग्मों को ध्यान से पढ़िए और उन्हें इस प्रकार वाक्यों में प्रयोग कीजिए कि उनके अर्थ स्पष्ट हो जाएँ।
चिता-चीता, पिता-पीता, कुल-कूल, ओर और समान सामान, घटना घटाना, दिया दीया ।
चिता- जिसकी मृत्यु हो गई है उसको जलाने के लिए रचाया गया लकड़ियों का ढेर।
चीता- प्राणी
चीता जंगल से भाग कर गांव में आया था लेकिन सामने चीता को जलते देखा भाग गया।
पिता- बाबा
पीता- द्रव पदार्थ पी जाना।
पिता को पानी पीना था।
कुल- परिवार
कूल- तट
राजा अपनी कुल को लेकर कूल पर घूमने गया।
ओर – तरफ
और – उसी अर्थ का दूसरा
मुझे दक्षिण दिशा की ओर जाना था और बच्चों को भी साथ ले जाना था।
समान – एक ही बराबर
सामान- वस्तुएं
सभी समान एक समान होना चाहिए।
घटना – मामला
घटाना- कम कर देना।
रास्ते पर कुछ बड़ी घटना घटी है इसीलिए लोगों की संख्या घटना शुरू हो गई।
दिया- दे देना
दीया- पनती
मुझे उसने दीया दे दिया।
9.) सही जोड़ी मिलाइए-
दैनिक – काका
कीमती – पद
ऊँचा – कामकाज
बूढ़े – कलमदान
शेष – मन
अधीर – जीवन
उत्तर
दैनिक कामकाज
कीमती कलमदान
ऊंचा पद
बूढ़े काका
शेष जीवन
अधीर मन