Chhattisgarh State Class 6 Hindi Chapter 11 शहीद की माँ Solution
Chhattisgarh State Board Class 6 Hindi Chapter 11 शहीद की माँ Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
शहीद की मां
1.) रामप्रसाद बिस्मिल कौन थे? उन्हें फाँसी की सजा क्यों हुई?
रामप्रसाद बिस्मिल स्वतंत्रता सेनानी थे। वह एक क्रांतिकारी थे। उन्होने और उनके दल ने काकोरी इस जगह पर ट्रेन को रोककर उसमे जो खजाना भरा था वह लूट लिया। इस जुर्म में उनको फांसी की सजा हुई।
2 .) जेल में आई अपनी माँ से मिलने के लिए बिस्मिल हिचकिचा क्यों रहे थे?
रामप्रसाद बिस्मिल्ला से मिलने जब इनकी मां आई थी तब उन्होने अपनी मां से मिलने से मना कर दिया। क्योंकी उनको लगता था के मां से अगर वो मिलेंगे तो वह अपने निश्चय से पीछे हट जाएंगे। उनका हृदय परिवर्तन हो जाए गा। इसीलिए जेल में आई अपनी माँ से मिलने के लिए बिस्मिल हिचकिचा रहे थे।
3.) ‘बिस्मिल’ की माँ ने अपने बेटे को किस बात की उलाहना दी?
बिस्मिल’ की माँ ने अपने बेटे को कहती है कि तू जिसके लिए कुर्बान हो हो रहा है वह सिर्फ तुम्हारी मां नही है बल्कि वह हम सबकी मां है। इस देश में जितने लोग रहते हैं उन सब की वह मां है। बिस्मिल’ की माँ ने अपने बेटे को इस बात की उलाहना दी।
4.) बिस्मिल’ ने माँ के सामने कौन-सी इच्छा प्रकट की?
बिस्मिल ने अपनी मां से कहा कि जब यह देश आजाद हो जाएगा उस दिन मेरी तस्वीर तुम ऐसी जगह रख देना जहां रहकर मैं इस देश के लोगों के चेहरे पर खुशी देख सकूं, स्वतंत्रता का जश्न देख सकूं। लेकिन मेरी तस्वीर किसी को भी नहीं देखनी चाहिए। यह इच्छा बिस्मिल ने अपने मां के सामने प्रकट की।
5.) “मुझे मेरी मौत के लिए अफसोस न होने लगे बिस्मिल ने ऐसा क्यों कहा ?
बिस्मिल्लाह को अपने कार्य से पीछे नहीं हटाना था। उनको लगता था कि मैं अपनी मां से मिलेगा तो उनकी मां उनके सामने रोने लगेगी। वह हदबल हो जाएगी क्योंकि कुछ दिनों बाद बिस्मिल को फांसी होने वाली थी। यह उनकी जिंदगी के आखिरी दिन थे। अगर मां रोने लगी तो बिस्मिल को बुरा लगेगा उनके कदम डगमगा जाएंगे।
6.) बिस्मिल ने अपनी माँ से तस्वीर को कैसी जगह रखने के लिए कहा?
बिस्मिल ने अपनी मां से कहा कि मेरी तस्वीर ऐसी जगह रख दो जहां से मैं यह देश स्वतंत्र होते हुए देख सकूं। जब स्वतंत्रता मिल जाएगी उसे दिन की खुशी यहां के लोगों के चेहरे पर होगी उसे खुशी को मैं देखना चाहता हूं। इसलिए मेरी तस्वीर ऐसी जगह रख देना कि यह सारी बातें मुझे देखने के लिए मिल जाए। लेकिन मेरी तस्वीर किसी को ना दिखे।
7.) ‘बिस्मिल’ ने अपनी तस्वीर को सभी के सामने रखने के लिए मना क्यों किया?
‘बिस्मिल’ ने अपनी तस्वीर को सभी के सामने रखने के लिए मना किया क्योंकि, बिस्मिल को लगता था अगर उसकी तस्वीर सबके सामने रख दी जाएगी तो स्वतंत्रता के दिन, जब यह देश आजाद हो जाएगा उसे दिन सबको उसकी याद आएगी और उसे याद में वह रोने लगेंगे। आजादी के दिन इस देश के लोग रो यह उसको पसंद नहीं था।
8.) अपनी आँखों में आँसू आने का माँ ने क्या कारण बताया?
मां की आंखों में जो आंसू थे वह आंसू खुशी के हैं ऐसे मां का कहना था, क्योंकि उस मां का बेटा अपनी जान अपने देश के लिए त्याग देना चाहता था। अपने देश के लिए वह शहीद होना चाहता था। ऐसे बेटे पर उस मां को नाज था।
9.) कारागार से विदा होते समय माँ ने बिस्मिल से क्या कहा ?
कारागार से विदा होते समय मां ने बिस्मिल से कहा कि अपने देश के लिए जो जान देते हैं, अपने देश के लिए जो लोग लड़ते हैं वह बहादुर होते हैं और ऐसे लोगों को कोई भी डगमगा या डरा नहीं सकता।
10.) माँ को किस बात से गौरव का अनुभव हो रहा था?
मां अपनी संतान को ना जो उसे पालती है, उससे प्यार करती है और वही संतान जब अपनी जान देश के लिए कुर्बान कर देती है तो उस मां को एक अजीब सी खुशी प्राप्त होती है। इस बात पर मां को गौरव था।
11.) इस एकाकी के आधार पर बिस्मिल की माँ की चरित्रगत विशेषताओं को लिखिए?
बिस्मिल्लाह की तरह बिस्मिल्लाह की मां भी एक देशभक्त थी। उन्होंने अपनी संतान को बहुत लाड प्यार से पाला था, लेकिन जब देश की बात आई तो उन्होंने अपने संतान को देश के लिए कुर्बान कर दिया। इससे उनका त्याग दिखाई देता है। वह बड़ों से लेकर छोटों तक सब को भारत मां के बेटे कहती थी। अपना बेटा देश के लिए जान कुर्बान करता है इस बात पर उनका गौरव महसूस होता था।
पाठ से आगे
1.) “अपने देश का ऐसा दीवाना बना कि जन्म देने वाली अपनी माँ को भी भूल गया।” माँ के ऐसा कहने में कौन से भाव रहे होंगे? विचार कर लिखिए।
अपने देश का ऐसा दीवाना बना की जन्म देने वाली अपने मां को भूल गया इस पंक्ति का आशय यह है कि, उस मां को अपने बेटे पर बहुत गर्व था कि वह अपने देश के लिए जान कुर्बान कर रहा है और अपने भारत माता के लिए अपने जन्म देने वाली माता को भूल गया। भारत माता की हम सब की मां है और सबसे पहले हमें उसी के बारे में सोचना चाहिए।
2.) “मैं चट्टान की तरह अटल हूँ और ईश्वर को अर्पित किए गए किसी फूल की मुस्कान मेरे रग-रग में है मगर वह हिम्मत नहीं है। जेलर साहब से बिस्मिल ने ऐसा क्यों कहा होगा ?
3.) जिस माँ ने तुझे बचपन से ही त्याग, वीरता और देश-प्रेम का पाठ पढ़ाया है, आज अपनी मेहनत को फलते-फूलते देखकर उसे कष्ट क्यों होगा? बिस्मिल की माँ का यह कहना किस भाव का सूचक है ?
4.) एकांकी में बिस्मिल के लिए जेल में उनकी माँ बेसन के लड्डू बनाकर खाने के लिए लाती है। इसी तरह आपको भी माँ के हाथ से बना कोई भोज्य पदार्थ विशेष रूप से पंसद होगा उसके बारे में लिखिए।
भाषा से
1.) “तुम्हारे इस बेटे के बलिदान से अनेक रामप्रसाद पैदा होंगे पाठ में उद्धृत इस वाक्य में शब्द रामप्रसाद सामान्यत व्यक्ति याचक संज्ञा है जिसका संबंध रामप्रसाद नामक व्यक्ति से हैं परंतु यहाँ इस वाक्य में स्वयं शहीद रामप्रसाद ने देशहित में शहीद होने वाले वीरों के लिए अनेक रामप्रसाद के पैदा होने की बात कही हैं। भाषा में इस प्रकार की स्थिति आने पर व्यक्ति वाचक संज्ञा, जाति वाचक संज्ञा का कार्य करने लगती है। कुछ अन्य उदाहरण नीचे दिए गए हैं इन्हें भी देखिए –
क.) यह कलयुग का राम है।
ख.) तुम ही विभीषण हो।
ग.) यह आदमी नहीं जल्लाद है।
आप भी इस तरह के पाँच वाक्यों को लिखिए।
वे महात्मा गांधी जी के अहिंसा धोरण का अवलंब करते हैं।
भगतसिंह जैसे अनेक क्रांतिकारी पैदा होंगे।
आज भी स्त्रियोंको सीता जैसी अग्नि परीक्षा देनी पड़ती है।
महाराष्ट्र के कण कण में छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म होना चाहिए।
2.) मेरी माँ (कुछ सोचकर) लेकिन – नहीं नहीं जेलर साहब मैं अपनी माँ से नहीं मिलूँगा। आश्चर्य, आनंद, दुःख आदि का भाव प्रकट करने के लिए जिस चिह्न का प्रयोग किया जाता है उसे विस्मयादि बोधक चिह्न (!) कहते हैं पाठ में इस प्रकार के वाक्यों का अनेक स्थानों पर प्रयोग हुआ है। उन्हें खोजकर लिखिए।
मजबूर हु जेलर साहब!
मुझे मेरी मौत के लिए अफसोस न होने लगे!
नहीं, नहीं, जेलर साहब! ऐसा न कहिए!
ऐसा, मत बोलो मां!
मुझे अपने विचारों के लिए अफसोस हैं मां!
3.) निम्नलिखित अनुच्छेद में रिक्त स्थानों को कोष्ठक में दिए गए उचित शब्द से भरकर पूरा कीजिए-
अन्य साधारण स्त्रियों की तरह (तरह / जगह) मै भी रोने-चीखने लगूंगी। यह न ? लेकिन बेटे (बेटे / बेटी ) तूने यह न सोचा कि जिस माँ ने तुझे बचपन (जवानी / बचपन) से ही त्याग, वीरता और देश-प्रेम का पाठ पढ़ाया है, आज अपनी मेहनत (हिम्मत / मेहनत ) को फलते-फूलते देखकर उसे कष्ट – (कष्ट / खुशी) क्यों होगा ? “आज का दिन तो मेरे लिए सबसे बड़ी (बड़ी / छोटी) खुशी का दिन है।
4.) पाठ में हम देखते हैं कि बिस्मिल और जेलर के बीच हुई बातचीत में काफी सवाल है, जिन्हें हम प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं जैसे –
- मुझसे मिलने कौन आया है ?
- माँ से नहीं मिलोगे ?
- यह तुम क्या कह रहे हो ?
उपर्युक्त वाक्यों को पढ़ने से स्पष्ट होता है कि प्रश्न वाचक वाक्य हम कैसे बनाते हैं अर्थात् जिस वाक्य में कोई प्रश्न पूछा गया हो अथवा प्रश्न पूछने का भाव हो उसके अंत में प्रश्न वाचक चिह्न (?) का प्रयोग कर प्रश्नवाचक वाक्य बनाते हैं। पाठ में प्रयुक्त प्रश्न वाचक वाक्यों को खोज कर लिखिए तथा कुछ साधारण वाक्यों का चुनाव कर प्रश्नवाचक वाक्यों का निर्माण कीजिए।
मुझसे मिलने? कौन आया है?
मां से नही मिलोगे? यह तुम क्या कहे रहे हों?
क्या कह रहा है रामप्रसाद? मां से नही मिलेगा?
कितना शुभ होगा वह दिन?
बोल बेटे! क्या इच्छा है?
ऐसा क्यों मेरे लाल?
5.) निम्नलिखित शब्दों को पढ़िए –
क ख ग घ
नीति अनीति रुचि अरुचि
सत्य असत्य मान्य अमान्य
धर्म अधर्म विश्वास अविश्वास
क खण्ड के नीचे लिखे शब्दों में और ख खण्ड के नीचे लिखे शब्दों में आपको क्या अन्तर दिखाई दे रहा है ? क्या ख खण्ड के शब्द क खण्ड के शब्दों के विलोम शब्द हैं। यदि हाँ तो इन उदाहरणों से क्या नियम निर्धारित होता है ? इसी नियम के पालन में कोई पाँच अन्य शब्द और उनके विलोम शब्द लिखिए।
दिन* रात
गरीब* श्रीमंत
मनुष्य *जानवर
ऊपर* नीचे
भूमि* आकाश
6.) निम्नांकित मुहावरों के अर्थ लिखकर वाक्यों में प्रयोग कीजिए ।
जी चाहना- इच्छा होना
दीदी का रसगुल्ले खाने का जी चाहता है।
कदम डगमगाना- डर के मारे लडखडाना
परीक्षा पास आते हैं बच्चों के कदम डगमगाने लगता हैं।
गोद में डालना- दूसरे को सौंप देना
शहीद क्रांतिकारियों ने अपनी जान देश के गोद में डाल दी।
फलना फूलना- बड़ा होना
छोटे बच्चों को अगर सही तरीके से खाना-पीना दिया जाए तो वह अच्छी तरह से फलने फूलने लगते हैं।
चंगुल से मुक्त होना – आज़ाद होना
पिंजरे में कैद तोता अपने मालिक के चंगुल से मुक्त हो गया।
7.) समानार्थी शब्दों को मिलाइए जैसे उद्यान बगीचा-
सरफरोशी त्याग
तमन्ना हत्यारा
कातिल अंतर
कुर्बानी सभा
हुक्म बलिदान
महफिल इच्छा
फर्क आदेश
उत्तर
सरफरोशी बलिदान
तमन्ना इच्छा
कातिल हत्यारा
कुर्बानी त्याग
हुक्म आदेश
महफिल सभा
फर्क अंतर
8.) नीचे लिखे शब्दों को बारहखड़ी के क्रम में लिखिए –
मिठाई, मूली, मतलब, मंगल, मौसी, मीनार, मालिक, मुकुट, मेला, मोरनी, मैदान ।
मतलब, मालिक, मिठाई, मीनार, मुक्ति, मूली, मेला, मैदान, मोरनी, मौसी, मंगल
नोट :- शब्द कोश में इन्हीं बारहखड़ी के क्रम से शब्दों की व्यवस्था होती है। उनके क्रम के आधार
पर शब्दार्थ ढूंढा जाता है।
9.) निम्नलिखित अनुच्छेद को ध्यान से पढ़िए तथा नीचे कोष्ठक में दिए गए उपयुक्त शब्दों का प्रयोग कर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
प्रस्तुत एकांकी में लेखक ने मां की.) ममता, देशप्रेम की उत्कट अभिलाषा और के प्रति बलिदान की भावना का चित्र प्रस्तुत किया है। ऐसा उत्कृष्ट करनेवाली माँ के वल अपने बेटे की ही माँ नहीं होती बल्कि वे राष्ट्रमाता के नाम से इतिहास में जानी जाती है। बिस्मिल जैसे रणबांकुरे, वीर, देशभक्त साहसी बेटों को पाकर राष्ट्र गौरव का अनुभव करता है और वह राष्ट्र होकर दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति के शिखर पर बढ़ता जाता है। )
(राष्ट्रमाता का और की, राष्ट्र, स्वतंत्र, अनूठा, बलिदान, की )
10.) इन वाक्यों को पढ़िए –
क.) मैंने अपने हाथों से कमरे की सफाई की है।
ख.) तुम्हें अपनी सफाई में कुछ कहना है?
दोनों वाक्यों में सफाई शब्द का प्रयोग हुआ है। इन दोनों के अर्थ अलग- अलग हैं। दोनों अर्थों में इनका अलग-अलग प्रयोग कीजिए ।
तुम जाकर घर की साफ सफाई शुरू कर दो।
सफाई – साफसफाई
तुम अपनी सफाई क्यों दे रही हो।
सफाई – दलील
इस एकांकी का सारांश लिखिए।
रामप्रसाद बिस्मिल्ला को जेल हुई थी क्योंकि राम प्रसाद बिस्मिल और उनके क्रांतिकारियों ने ट्रेन रोक कर उसमें से खजाना लूटा था और इस बात के लिए उनको फांसी की सजा दी गई। जब बिस्मिल्लाह जेल में थे तब उनकी मां उनसे मिलने आई, तब बिस्मिल्ला ने जेलर से कहा कि मैं अपनी मां को नहीं मिल सकता। मुझे उनसे बात नहीं करनी है, क्योंकि बिस्मिल्ला को डर था कि अगर वह अपनी मां से मिलेंगे तो उनका ह्रदय द्रवित ना हो जाए। लेकिन बिस्मिल्लाह की मां उनसे मिलने आती है और उनसे कहती है कि तुमने कोई भी गलत काम नहीं किया है। हम सब देश के बेटे हैं मैं भी इसी देश की बेटी हूं। अगर हम अपने देश के लिए कुछ दे तो यह हमारे लिए बड़ी बात होगी। मुझे इस बात से दुख नहीं होगा कि मेरा बेटा देश के लिए शहीद हो गया। तब बिस्मिल्ला ने मां से कहा कि जब भारत देश के आजादी का जश्न मनाया जाएगा तब मेरी तस्वीर को ऐसी जगह रख देना कि जहां से मैं यह जश्न दे पाऊं। लेकिन और कोई भी मुझे ना देख पाए, क्योंकि किसी को भी उसे वक्त मेरी याद आए और मेरी याद आने से उनकी आंखों में आंसू आए यह मैं नहीं चाहता।