Chhattisgarh State Class 5 Hindi Chapter 22 महापुरुषों का बचपन Solution
Chhattisgarh State Board Class 5 Hindi Chapter 22 महापुरुषों का बचपन Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
महापुरुषों का बचपन
प्रश्न 1. नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर लिखो-
1.) शाहजी कहाँ जाने की तैयारी कर रहे थे ?
शाहजी बीजापुर के सुल्तान के दरबार में जाने की तैयारी कर रहे थे।
2.) बालक मोहन ने कौन-सा शब्द गलत लिखा था?
कैटल यह सब बालक मोहन ने गलत लिखा था।
3.) निडर बालक शिवा की बात सुनकर पिता पर क्या प्रभाव पड़ा होगा?
निडर बालक शिवा की बात सुनकर पिता हैरान रह गए होंगे
4.) कक्षा के पाँचवें छात्र ने जवाब में क्या कहा?
कक्षा के पांचवे छात्र ने यह जवाब दिया कि, मैंने मूंगफली नहीं खाई, मैंने छिलके भी नहीं फेंके और मैं दूसरों की चुगली भी नहीं करता, इसलिए मैं नाम भी नहीं बताऊंगा।
5.) तेजस्वी पिता ने प्रधानाध्यापक से अपने पुत्र के संबंध में क्या कहा?
तेजस्वी पिता ने प्रधानाध्यापक जी से कहा कि मेरा पुत्र झूठ कभी भी नहीं बोलता और वह बाजार की चीजे कभी भी नहीं खाता। वह से घर की बनी हुई चीजे ही खाता है।
प्रश्न 2. किसने, किससे, कब कहा?
क. “तुझे भी मेरे साथ दरबार में चलना है।””
शाह जी ने अपने पुत्र से
जब शाहजी दरबार में जान की तैयारी कर रहे थे तब
ख. “मेरा पुत्र असत्य नहीं बोलता ।”
बच्चों के तेजस्वी पिता ने प्रधानाध्यापक जी से कहा
जब प्रधानाध्यापक जी ने उस बालक को पाठशाला से बाहर निकाल दिया था तब
ग. “हुजूर! यह अभी बच्चा है।”
शाह जी ने सुल्तान से कहा
बच्चों ने सुल्तान को प्रणाम नहीं किया था तब
घ. “मैं दूसरों की चुगली नहीं करता।”
पांचवे छात्र ने मतलब बाल गंगाधर तिलक ने प्रधानाध्यापक जी से कहा
जब शिक्षक उनके पास पहुंचकर उनसे पूछने लगे कि मूंगफली के छिलके किसने फेंके हैं?
सोचो और लिखो-
प्रश्न 3. क. शिवाजी अपने पिता का सम्मान करते थे पर उन्होंने दरबार में अपने पिता का आदेश नहीं माना। उन्होंने ऐसा क्यों किया?
छत्रपति शिवाजी महाराज सिर्फ अपने माता पिता गुरु और मां भवानी के सामने ही झुकते थे। उनको और किसी के आगे झुकना पसंद नहीं था। और सामने जो बैठा था वह आम रयत के साथ बहुत जुल्म करता था।
ख. बालक मोहन ने अध्यापक का इशारा पाकर भी नकल नहीं की। यदि तुम मोहन की जगह पर होते तो क्या करते?
हम भी अगर मोहन की जगह होते तो नकल करने से इनकार कर देते हैं क्योंकि इससे से परीक्षा के अंक बढ़ते हैं हमें ज्ञान प्राप्ति नहीं होती।
भाषातत्व और व्याकरण
प्रश्न 1. नीचे लिखे शब्दों और मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग करो-
कोर्निश करना-
पिताजी ने शिवाजी महाराज को सुल्तान के सामने कोर्निश करने के लिए कहा।
तिलमिलाना –
जनता की हालत देखकर शिवाजी महाराज तिलमिला जाते थे।
आँखें तरेरना-
प्राध्यापक जी की बात ना मानने पर प्राध्यापक जी छात्राओं को आंखें तरेर कर देखने लगे।
समझो
“दाता’ शब्द का अर्थ है ‘देनेवाला’ ।
प्रश्न 2. दिए गए शब्द-समूहों के लिए ‘दाता’ शब्द का प्रयोग करते हुए शब्द लिखो
जैसे- दान देने वाला = दानदाता।
आश्रय देनेवाला- आश्रयदाता
अन्न देनेवाला – अन्नदाता
जन्म देनेवाला- जन्मदाता
कर देनेवाला- करदाता
शरण देनेवाला – शरणदाता
प्रश्न 3. निम्नलिखित अवतरण में जहाँ जहाँ अशुद्धियाँ हों उन्हें शुद्ध कर अवतरण पुनः लिखो ।
राजेन्द्र परसाद अपने गाँव जीरादेई जा रहा था नोका मैं एक मूसाफीर ने सीगरेट सूलगाई। उसके धुएँ से राजेन्द्र बाबू को खँसी उभर आई जब सीगरेट का गंध-असहय हो गया राजेन्दर बाबु ने उस मूसाफीर से पूछा, “यह सीगरेट आपका ही है न?” जवाब मीला, “मेरी नहीं तो क्या आपकी है। राजेन्दर बाबु बोले, “तो यह घूँआ आपका ही होगा। इसे आप अपने पास ही रखिए।”
उत्तर – राजेन्द्र प्रसाद अपने गाँव जीरादेई जा रहे थे। नोका मैं एक मूसाफीर ने सिगरेट सूलगाई। उसके धुएँ से राजेन्द्र बाबू को खँसी उभर आई। जब सीगरेट का गंध असहनीय हो गया राजेन्दर बाबु ने उस मूसाफीर से पूछा -“यह सिगरेट आपका ही है न?” जवाब मीला, “मेरी नहीं तो क्या आपकी है। राजेन्दर बाबु बोले- “तो यह घूँआ आपका ही होगा। इसे आप अपने पास ही रखिए।”
प्रश्न 4. इन उदाहरणों के समान पर की, में, ने और को का प्रयोग करते हुए एक-एक वाक्य बनाओ।
उस जगह पर आना जाना मना है।
कैलाश ने राहुल की किताब ली।
मई का महीना था इसलिए सभी बच्चे घर में शोर मचा रहे थे।
उसने अपनी बेटी को नए कपड़े दिला दिए।
प्रश्न 5. निम्नलिखित शब्दों में से स्त्रीलिंग और पुल्लिंग शब्दों को अलग-अलग छाँटकर लिखो ।
शीशी, मेंढक, इलायची, युवक, मोटी, बूढा, मुहल्ला, घास।
स्त्रीलिंग शब्द -शीशी, इलायची, मोटी, घास
पुल्लिंगी शब्द – मेंढक, युवक, बूढा, मुहल्ला
रचना
क तुमने अपने माता-पिता से व्यवहार की कौन-सी अच्छी बातें सीखी हैं ? कोई पाँच बातें लिखो।
कभी झूठ नही बोलना चहिए।
सबसे प्यार से पेश आना चाहिए।
अपनी चीजे संभालकर रखनी चाहिए।
दूसरों को तकलीफ हो ऐसा काम नहीं करना चाहिए।
बड़ो का सम्मान करना चाहिए।
ख घर के समान ही विद्यालय की स्वच्छता का ध्यान रखने के लिए क्या-क्या करना चाहिए?
विद्यालय और उसके परिसर में कचरा नहीं करना चाहिए।
रोज ही अपने कक्षा में झाड़ू लगानी चाहिए।
स्वच्छता अभियान का आयोजन करना चाहिए।
विद्यालय के बाहरी दीवारों पर अच्छे अच्छे सजावट करनी चाहिए।