Bihar Board Class 8 Social Science History Chapter 3 ग्रामीण जीवन और समाज all Question and Answers complete Solution by Neha Mam. Here you will get Bihar Board Class 8 Social Science History Solution all chapters.
Bihar Board Class 8 Social Science History Chapter 3 ग्रामीण जीवन और समाज
Board |
Bihar State Board (BSEB) |
Class |
8 |
Subject |
Social Science History |
Book Name |
Atit Se Vartman |
ग्रामीण जीवन और समाज
अ.) एक-एक वाक्य में उत्तर लिखें।
1.) भारत की अर्थव्यवस्था किस पर आधारित थी?
भारत की अर्थव्यवस्था गांव पर आधारित थी।
2.) जमींदार और किसानों का भूमि पर कब तक अधिकार रहता था?
जमींदार और किसानों का भूमि पर अधिकार तब तक ही रहता था जब तक किस राज्य को लगन देता रहता।
3.) कंपनी सरकार ने जमींदारों के साथ कौन सा करार किया?
कंपनी सरकार ने जमींदारों के साथ एक ऐसा करार किया जिसके अंतर्गत उनके द्वारा कंपनी को दिया जाने वाला लगन 10 वर्षों के लिए तय कर दिया गया।
4.) कौन सी व्यवस्था में किसानों को जमीन का मालिक माना गया?
रैयतवारी व्यवस्था में किसानों को जमीन का मालिक माना गया।
5.) पंजाब दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश के क्षेत्र में अंग्रेजों ने किसके साथ लगान वसूलिका करार किया?
पंजाब, दिल्ली एवं पश्चिम उत्तर प्रदेशों के क्षेत्र पर अंग्रेजों ने किसने की जगह गांव या काफी बड़े जमीन वालों को या परिवारों जिन्हें महल कहा जाता था। उनके साथ लगान वसूलिका करार किया।
6.) जमींदारों के हाथ से जमींदारी क्यों चली गई?
जमींदारों की जमींदारी उनके हाथ से चली गई क्योंकि उन्होंने तय समय पर लगान जमा नहीं किया था।
7.) किसने की प्राथमिकता में कौन सा उत्पादन होता था?
किसने की प्राथमिकता हमेशा ही खाद्य फसलों का उत्पादन होने में थी।
आ.) रिक्त स्थानों की पूर्ति करें।
1.) गांव के लोगों की मेहनत और श्रम से ही बड़े-बड़े …………………. और ………………….. का निर्माण हुआ।
गांव के लोगों की मेहनत और श्रम से ही बड़े-बड़े राज्यों और साम्राज्यों का निर्माण हुआ।
2.) जमींदार जो अब तक अपने इलाके में केवल लगान वसूल करने के अधिकारी होते थे अब जमीन के ………….. बना दिए गए।
जमींदार जो अब तक अपने इलाके में केवल लगान वसूल करने के अधिकारी होते थे अब जमीन के मालिक बना दिए गए।
3.) दूसरी ओर अधिकारियों को यह भी समझ में आने लगा कि इस व्यवस्था में सबसे ज्यादा फायदा ………………. को हो रहा था।
दूसरी ओर अधिकारियों को यह भी समझ में आने लगा कि इस व्यवस्था में सबसे ज्यादा फायदा जमीनादारों को हो रहा था।
4.) आपने यह भी देखा है की नई व्यवस्था में जमीन का मालिक …………………… जमींदारों को बना दिया गया।
आपने यह भी देखा है की नई व्यवस्था में जमीन का मालिक किसान जमींदारों को बना दिया गया।
5.) …………………. सरकार को तो केवल लगान से मतलब होता था।
अंग्रेज सरकार को तो केवल लगान से मतलब होता था।
6.) सभी तरह के नगदी फसलों में अंग्रेजों का ज्यादा जोर …………………. के उत्पादन पर था।
सभी तरह के नगदी फसलों में अंग्रेजों का ज्यादा जोर नील के उत्पादन पर था।
7.) ……………………. की दर तीनों ही व्यवस्थाओं में काफी ऊंची थी।
लगान की दर तीनों ही व्यवस्थाओं में काफी ऊंची थी।
इ.) दिए गए प्रश्नों के उत्तर तीन से चार वाक्य में लिखें।
1.) राज्य में किसानों का ध्यान किस लिए रखा जाता था?
राज्य अपने कर्मचारियों और जमींदारों के माध्यम से किसानों का पूरा ध्यान रखते थे। वह जानते थे कि अगर किसानों द्वारा खेती का काम बंद हो जाएगा तो उन की आमदनी कम हो जाएगी। यही से उनके लिए खर्च हेतु पैसे, व्यापारियों के लिए वस्तु और सैन्य, पुलिस तथा कर्मचारियों के लिए भोजन उपलब्ध होता था। इस तरह गांव किसी भी शासन के आमदनी का मुख्य स्रोत था। इसीलिए राज्य में किसानों का ध्यान रखा जाता था।
2.) स्थाई बंदोबस्त किसे कहते हैं?
1789 के आसपास कंपनी सरकार ने जमींदारों के साथ एक करार किया जिसके अंतर्गत उन्हें कंपनी को दिया जाने वाला लगान 10 वर्षों के लिए तय कर दिया। यह राशि जमींदारों द्वारा किसानों से वसूल ले गए लगन का 9/10 भाग तय कर दिया गया। आगे चलकर सन 1793 इस राशि को हमेशा के लिए निश्चित मान लिया गया। इस राशि में भविष्य में कोई बढ़ोतरी नहीं होनी थी। इसे स्थाई बंदोबस्त का नाम दिया गया।
3.) अंग्रेजों ने जमींदारों को जमीन के मालिक क्यों बना दिया?
अंग्रेजों ने जमींदारों को जमीन के मालिक बना दिया ऐसा करने के पीछे उनकी यह सोचती के जमीन के अगर जमींदार मालिक बन जाएंगे तो जमींदार खेती में सुधार और पैदावार बढ़ाने का प्रयास करेंगे। अगर जमींदार नियत तिथि तक पूरी राशि का इंतजाम नहीं कर पाए तो उनके पास यह विकल्प होता कि वह अपनी जमीन डारिका कुछ हिस्सा गिरवी रखकर कर्ज ले ले और अपना भुगतान कर दे। इसलिए अंग्रेजों ने जमींदारों को जमीन के मालिक बना दिया।
4.) स्थाई बंदोबस्त इस नीतिका किसानों पर कौनसा प्रभाव पड़ा?
सरकार ने जमींदारों से उन्हें दी गई जमीन के बदले कितनी लगन ली जानी थी यह तो निश्चित कर दिया लेकिन किसान उनसे जमीन दर कितना वासु लेंगे यह तय नहीं किया। इसका प्रभाव यह पद की कई जमींदार जरूरत से ज्यादा पैसा किसानों से वसूल करते थे जिससे किसानों पर कर का बोझ काफी बढ़ गया।
5.) महाराष्ट्र के पुणे और अहमदनगर जिला में किसानों के गुस्से में बड़े पैमाने पर उपद्रव भड़काया। क्यों?
अहमदनगर और पुणे जिला में 1875 में किसानों के गुस्से ने बड़े पैमाने पर उपद्रव भड़काया। इन क्षेत्रों में रैयतवारी प्रणाली लागू थी। यह किस लगान की ऊंची दर के कारण परेशान थे। समय पर लगन चुकाने के लिए वे महाजनों से ऊंचे ब्याज पर पैसा लेते थे और उनके चंगुल में जीवन भर के लिए फस जाते थे।
6.) नील के उत्पादन के लिए अंग्रेजों ने किसानों के साथ कैसा व्यवहार किया?
सभी तरह के नगदी फसलों में अंग्रेजों का ज्यादा जोर नील के उत्पादन पर था। यूरोप में कपड़ों को रंगने के लिए भारतीय नील की मांग थी। इसके व्यापार से अंग्रेजों को काफी मुनाफा होता था। इसके लिए वह किसानों को धन देकर सहायता भी करते थे। अंग्रेज जब शासक बन गए तो नील का उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को डराना, धमकाना, लालच देना शुरू कर दिया। कई अंग्रेज अधिकारी और व्यापारियों ने तो स्वयं ही जमींदारों से जमीन पट्टे पर लेकर उसमे मजदूर से मिल की खेती करवाना शुरू कर दिया।
ई.) दी गई विधान सही है या गलत लिखो।
1.) हमेशा से ही भारत की अधिकांश आबादी शहर में रहते आई है।
गलत।
2.) गांव में लोग प्रायः मिलजुल कर सहयोग से रहते थे।
सही
3.) रिकार्डो की प्रिंसिपल्स ऑफ़ पॉलिटिक्स इकोनामी 1821 में प्रकाशित हुई थी।
सही
4.) रैयतवारी व्यवस्था में लगान उपज के आधार पर तय हुआ।
सही
5.) सभी तरह के नगदी फसलों में अंग्रेजों का ज्यादा जोर खाद्य के उत्पादन पर था।
गलत
6.) जब सूखा पड़ता था तो किस उनके पास रखा अनाज नहीं होता था।
सही