Bihar Board Class 8 Social Science History Chapter 11 कला क्षेत्र में परिवर्तन all Question and Answers complete Solution by Neha Mam. Here you will get Bihar Board Class 8 Social Science History Solution all chapters.
Bihar Board Class 8 Social Science History Chapter 11 कला क्षेत्र में परिवर्तन
Board |
Bihar State Board (BSEB) |
Class |
8 |
Subject |
Social Science History |
Book Name |
Atit Se Vartman |
कला क्षेत्र में परिवर्तन
अ.) रिक्त स्थानों की पूर्ति करो।
1.) भारत की संस्कृति …………………… एवं विविध है।
भारत की संस्कृति संपन्न एवं विविध है।
2.) यूरोपीय चित्रकार ………………………………. के दृष्टिकोण को लेकर भारत आए।
यूरोपीय चित्रकार यथार्थवाद के दृष्टिकोण को लेकर भारत आए।
3.) पूर्व के समय में छवि चित्र ……………………………. आकार में बनाई जाती थी।
पूर्व के समय में छवि चित्र छोटे आकार में बनाई जाती थी।
4.) रूपचित्रण शैली की लोकप्रियता को देखते हुए अनेक ……………………………….. चित्रकार काम की तलाश में भारत आए।
रूपचित्रण शैली की लोकप्रियता को देखते हुए अनेक यूरोपीय चित्रकार काम की तलाश में भारत आए।
5.) औपनिवेशक चित्रकला के एक अन्य शैली ………………………… की चित्रकारी थी।
औपनिवेशक चित्रकला के एक अन्य शैली इतिहास की चित्रकारी थी।
6.) ऐसे ही शैलियों में …………………………… की मधुबनी पेंटिंग एक प्रमुख चित्र शैली है।
ऐसे ही शैलियों में बिहार की मधुबनी पेंटिंग एक प्रमुख चित्र शैली है।
7.) ओकाकुरा ने ………………………… का दौरा किया था।
ओकाकुरा ने शांति निकेतन का दौरा किया था।
आ.) एक-एक वाक्य में उत्तर लिखें।
1.) प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास के विभिन्न कालों में भारत के लोगों ने किसके क्षेत्र में उपलब्ध किया हासिल की थी?
प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास के विभिन्न कालों में भारत के लोगों ने चित्रकला, स्थापत्य, नृत्य, संगीत, साहित्य इन क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की थी
2.) यूरोपीय चित्रकार क्या साबित करना चाहते थे?
यूरोपीय चित्रकार भारत को एक अधिक देश साबित करने के लिए यहां की सांस्कृतिक विविधता को दिखाना चाहते थे।
3.) ब्रिटिश लोगों ने और भारतीय राजे रजवाड़े इन्होंने किरमिच पर अपनी तस्वीर क्यों बनवाई?
भारतीय राज्य रजवाड़ी तथा ब्रिटिश लोग अपनी शक्ति और धन संपदा के प्रदर्शन के लिए किरमिच पर अपनी तस्वीर बनवाई।
4.) चित्रकार योहान जोफनी भारत कब आया था?
सन 1780 में चित्रकार योहान जोफनी भारत आया था।
5.) मैसूर के शासक टीपू ने अंग्रेजो का विरोध करते हुए कौन सी शैली और परंपरा को संरक्षण दिया था?
मैसूर के शासक टीपू ने अंग्रेजों की सांस्कृतिक परंपराओं का विरोध करते हुए स्थानीय शैली और परंपराओं को संरक्षण दिया था।
6.) बंगाल के स्थानीय कलाकार द्वारा बनाई गई तस्वीरों में किसका इस्तेमाल किया गया है?
बंगाल के स्थानीय कलाकार द्वारा बनाई गई तस्वीरों में परिप्रेक्ष्य विधि का इस्तेमाल किया गया है।
7.) 19वीं सदी के अंतिम दशक में और 20वीं सदी के प्रारंभ में जनसाधारण की तस्वीरों से कौन से संदेश दिए जाने लगे थे?
19वीं साड़ी के अंतिम दशक और पीसवीं साड़ी के प्रारंभ में जनसाधारण की तस्वीरों में राष्ट्रवादी संदेश दिए जाने लगे थे।
8.) 19वीं सदी के मध्य में भारत को पश्चिमी शिक्षा से लाभ दिलाने की शैक्षणिक नीति के अंतर्गत सरकार ने कला स्कूलों की कहां-कहां पर स्थापना की?
19वीं सदी के मध्य में भारत को पश्चिमी शिक्षा से लाभ दिलाने की शैक्षणिक नीति के अंतर्गत सरकार ने कला स्कूलों की कोलकाता मुंबई मद्रास और लाहौर इन शहरों में स्थापना की।
इ.) दिए गए प्रश्नों के उत्तर तीन से चार वाक्य में लिखें।
1.) यूरोपीय देशों में यूरोपीय कलाकारों ने बनाई गई चित्रों को लोकप्रियता क्यों मिली?
औपनिवेशिक कला में अधिक यूरोपीय कलाकार अंग्रेज व्यापारियों और अधिकारियों के साथ भारत आए। उन्होंने अंग्रेजों के संरक्षण में अपने कला का प्रदर्शन किया। इन कलाकारो ने चित्रकार की नई शैलियों, विषय, परम्परा और तकनीक को कोई भारत में शुरुआत की। इन के द्वारा बनाए गए चित्रों को यूरोप देश में काफी लोकप्रियता मिली क्योंकि इन चित्रों के माध्यम से उन्हें भी देश में भारत की छवि दिखाने का अवसर मिला।
2.) यतार्थवाद का दृष्टिकोण इसका अर्थ क्या है?
यूरोपीय चित्रकारी यथार्थवाद के दृष्टिकोण को लेकर भारत आए। इस का मतलब है के कलाकार अपने आंखों से जो कुछ देखा है उसे उसी के रूप में चित्रित करना चाहिए। इस वजह से चित्र वास्तविक और असली जैसे दिखते हैं।
3.) चित्रकार योहान जोफनी ने किस तरह के चित्र बनाए?
चित्रकार योहान जोफनी ने अपने चित्रों में भारतीय नौकरों को अपने अंग्रेज मालिकों की सेवा करते हुए दिखाया है। इन में भारतीयों की हैसियत और कमतरता दिखा ने के लिए धुंधली पृष्ठभूमि का उपयोग किया गया है। जबकि अंग्रेज मालिकों को श्रेष्ठ साबित करने के लिए उन्हें किमती परिधान पहने रोबीले और शाही अंदाज में दर्शाया गया है।
4.) औपनिवेशिक चित्रकारी करने के पीछे ब्रिटिश चित्रकारों का क्या मकसद था?
एपीडी बेशक चित्रकारी करने के पीछे ब्रिटिश चित्रों का यह मकसद था कि वह ब्रिटिशों को भारतीयों से ज्यादा शक्तिशाली साबित कर सके। इस वजह से अंग्रेजों की जीत जनता के बाद में हमेशा के लिए बनी रहेगी।
5.) किन चित्रों को कंपनी चित्र के नाम से जाना जाता है?
भारत में अंग्रेजी शासन की स्थापना होने के बाद स्थानीय सियासतों के राज्य राजवाड़े और नवाब की स्थिति ऐसी नहीं रही थी कि वह कलाकारों को अपने दरबार की सेवा में रख सके। इस अवस्था में चित्रकार काम की तलाश में अंग्रेजों के पास जा पहुंचे। भारत आए अंग्रेज अधिकारी और व्यापारी भी ऐसी तस्वीर बनाना चाहते थे जिससे वह भारत को समझ सके। इस प्रकार स्थानीय कलाकारों ने पौधों, जानवरों, ऐतिहासिक इमारतो, पर्व – त्योहारो, व्यवसायों जाति और समुदायों की तस्वीर बनाने लगे। इन्हीं चित्रों को कंपनी चित्र के नाम से जाना जाता है।
ई.) दी गई विधानी सही है या गलत लिखो।
1.) 18वी सदी में देश के भीतर राजनीतिक विघटन का दौर चल रहा था।
सही
2.) यूरोपीय चित्रकारों ने भारत के सभ्यता और संपन्नता दिखाई है।
गलत
3.) यूरोपिय कलाकार काम की तलाश में भारत आए।
सही
4.) मैसूर के शासक टीपू ने स्थानीय शैली और परंपराओं को संरक्षण दिया।
सही
5.) जापानी कलाकार ओकाकुरा ने भारतीय कला पर शोध किया।
गलत
6.) ब्रिटिश शासको को भारत में बुनियादी तौर पर अपने आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भवनो की जरूरत होने लगी।
सही