स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा चलाया गया एक अभियान है।जिसमें कई लोग काम करने में प्रेषित है। स्वछता हमारे शारीरिक और मानसिक स्थिति को स्वस्थ बनाती है। स्वछता हमारे जीवन के लिए एक प्रमुख लाभ होता है।
स्वच्छता का संदेश हमें राष्ट्रीय संत तूकडोजी महाराज इन्होने शुरुआत में किया था। वह अपने कीर्तनो से गांव गांव में जाकर स्वच्छता का महत्व बताते थे। जन जागृति करना चाहते थे। वह नाक बल्कि दूसरों को बताते थे। स्वयं भी प्रेरित होते थे।अपने हाथों से ही गांव को स्वच्छ करते थे। कई पर भी जाने पर पहले वहां का परिसर ही साफ करते थे। उनको अपना भारत एक स्वच्छ भारत बनाना था।
स्वच्छ भारत अभियान पर लघु और दीर्घ निबंध (Short and Long Essay on Swachh Bharat Mission in Swachh Bharat Mission par Nibandh Hindi mein)
यह हमारा सपना हमारे राष्ट्रपिता गांधी जी ने भी देखा था। उन्हें भी स्वच्छता से बहुत ही लगा था।वह अपने आसपास की सभी जगह पर स्वच्छता करवाते थे। उनका सपना था, कि हमारा भारत एक साफ – सुथरा और स्वच्छ बनाना है। पर उन्हें साहित्यों का समर्पण ना मिलने, पर उनका सपना अधूरा ही रह गया। उनके सपने को साकार करके दिखाया है। हमारे नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान का संकल्प अपनी हाथों में लेकर वह साकार कर लिया है।
२ अक्टूबर २०१४ महात्मा गांधी जी के १४५ वी जयंती के अवसर पर,स्वच्छ भारत अभियान का ऐलान किया। स्वच्छ अभियान को साकार करने की, दृष्टि से इस योजना को लागू किया है।उनका लक्ष्य था, कि वह अगले ५ वर्ष में हमारा भारत से गंदगी हटाकर एक साफ सुथरा और स्वच्छ भारत बनाना है ,और उन्होंने वह करके भी दिखाया है।स्वच्छ भारत अभियान पूरे भारत में शुरू किया है।
इस अभियान में सभी छोटे- बड़ों ने अपना-अपना सहयोग दिखाकर सभी देशभर में अभियान चलाया है ।राज्य,जिले, शहर, गांव, सभी क्षेत्रों में और सभी जगह पर अपनी संकल्पों से नीचे करके अभियान को आगे बढ़कर पूर्ण रूप से सफलता पाई है। स्वच्छता की मिसाल को सामने रखते हुए सरकार ने लोगों को शौचालय भी प्राप्त करवा के दिया है।
यह अभियान हर एक घर, स्कूल ,तथा सभी कार्य रहित क्षेत्र में भी चलाया है। जिसे समाज में स्वच्छता का महत्व समझ में आ सके। यह हेतु से फैलाया है। अब सभी लोगों ने अपने मन में स्वच्छता की एक मिसाल कायम रखी है।स्वच्छता ओं के लिए कई नारों और गीतों द्वारा भी किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य है, की कोई भी उघड़े में शौचालय नहीं जाएंगे।इसके लिए शौचालय निर्माण करके दिए हैं। हर एक गली में डस्टबिन का निर्माण करके, उसका उपयोग करने के लिए कहा है। उससे स्वच्छता कम होगी। समाज में गंदगी कम होकर हमारा आरोग्य भी स्वच्छ रहेगा।
अगर हम स्वच्छता नहीं करेंगे तब तक हम हमारे समाज में फैलती खतरनाक बीमारियां कम नहीं होगी। स्वच्छता से हमारा शरीर स्वस्थ बनेगा।हमारे देश में स्वच्छता जहां होती है,वहीं पर ही भगवान का रूप होता है। ऐसे मानते हैं,इसलिए इस स्वच्छता की शुरुआत हमें अपने घरों से करनी चाहिए। फिर हमारा देश स्वच्छ भारत बनकर,एक भगवान का निवास स्थान बनने में देर नहीं लगेगी।