MP Board Class 9 Hindi Navneet Chapter हल्दीघाटी Solution
Madhya Pradesh State Board Class 9 Hindi Navneet Chapter हल्दीघाटी full exercise question answers. Every questions answer is prepared by expert Hindi Navneet teacher.
बोध प्रश्न
1.) चेतक को प्रलय मेघ-सा क्यों कहा गया है ?
चेतन युद्ध के भूमि में शत्रु की सेवा पर प्रलय काल का मेघ जैसा होता है उस जैसा ही भयंकर तरीके टूट पड़ता है। इसीलिए चेतन को प्रलय में सा कहा गया है।
2.) राणा प्रताप की तलवार को किसके समान कहा गया है?
राणा प्रताप की तलवार नागिन के विष जैसी बिजली और चंडी के जैसी है।
3.) अजब विषैली नागिन किसे कहा है ?
राणा प्रताप की तलवार को विषैली नागिन कहा गया है।
4.) मानसिंह के हाथी की कमर क्यों झुक गई ?
जब मानसिंह राणा प्रताप के ऊपर भला फेंककर उसको चोट देना चाहता था तब राणा प्रताप ने प्रहार को रोका और चोर का झटका दे दिया इस वजह से हाथी की कमर झुक गई।
5.) अम्बर कलंक किसे और क्यों कहा गया है?
अंबर कलंक ऐसा मानसिया को कहा गया है। अंबर कलम इसका अर्थ होता है जो आकाश को कलंकित करता है वह। मानेसर ने अकबर के कहने पर अकबर के ही नेतृत्व में हल्दीघाटी पर आक्रमण कर दिया। अकबर खुद राणा प्रताप से डरता था। इस वजह से मानसी हो को अकबर ने अपने षड्यंत्र में शामिल कर लिया। मेवाड़ की धरती आकाश को कलंकित करने निकली थी। इसीलिए मानस सिंह को अंबर कलंक को कहा गया है।
6.) तो फिर लड़ ले भाला लेकर, यह किसने किससे कहा ?
राणा प्रताप सिंह ने मानसिंह से तो फिर लडले भाला लेकर यह कहा।
7.) प्रताप के भाले के वार से मानसिंह कैसे बचा? उसके बदले में कौन मारा गया ?
जब प्रताप ने भला मानसिया के ऊपर फेंक दिया तब मानसी हो हद के ताल में जाकर छिप गया और उसे वार से बच गया। लेकिन वही भला हाथी का जो चालक था वह पीलवान उस भाले से मारा गया।
8.) हल्दीघाटी कहाँ स्थित है और यह क्यों प्रसिद्ध है ? वर्णन कीजिए ।
अरावली की जो पर्वत श्रेणियां है उसमें हल्दीघाटी स्थित है। अकबर राणा प्रताप से डरता था इस वजह से उसने मानस यह के साथ षड्यंत्र रचा। और मानव सिंह के नेतृत्व पर में हल्दीघाटी में जाकर युद्ध किया। इस युद्ध में मानसी हो के साथ अकबर का भी बहुत नुकसान हो गया। महाराणा प्रताप यह युद्ध नहीं जीत पाए लेकिन उन्होंने हर भी स्वीकार नहीं की। उन्होंने भामाशाह के मदद से फिर से सी को इकट्ठा कर लिया। वे अपनी प्रतिज्ञा कभी नहीं भूले थे।
9.) चेतक के शौर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए ।
चेतन यह महाराणा प्रताप इनका घोड़ा था। यह घोड़ा हवा को भी पीछे छोड़ देता था। अत्यंत तीव्र गति से यह दौड़ता था। इसे चलाने के लिए राणा प्रताप ने कभी भी चाबुक का प्रयोग नहीं किया। उसे चलाने के लिए बस इशारा ही काफी थे। युद्ध में भी वह तलवारों से नहीं डरता था। वह शत्रुओं पर बादलों जैसा आक्रमण करता था।
10.) राणा प्रताप के युद्ध कौशल व वीरोचित व्यवहार का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए ।
राणा प्रताप शत्रुघ्न से कभी भी नहीं डरते थे। वह एक महान योद्धा थे। जब राणा प्रताप युद्ध क्षेत्र में लड़ने के लिए उतरते थे तब शत्रु का सेना अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागती रहती था। जब राणा प्रताप की तलवार को देखा जाता था तो ऐसा लगता था कि यह तलवार बादलों जैसी सब पर बरस रही है। वह एक महान योद्धा थे लेकिन शत्रु से कभी भी उन्होंने विरोचित व्यवहार नहीं किया। मानसिंह का जब भाला टूट गया तब उन्होंने उसे दूसरा भला हाथ में लेने के लिए कहा। जब मानसिंह ने दूसरा भला हाथ में ले लिया तब राणा प्रताप ने उससे कहा कि अब तुम अपनी जान बचाना चाहते हो तो तुम यहां से भाग जाओ। लेकिन मानसिंह नहीं माना। इस वजह से राणा प्रताप ने उसे पर फिर से प्रहार किया। यह प्रहार इतना भयंकर था कि हाथी का हौदा उसे प्रहार से टूट गया। मानसिंह यह वहां से भाग गया। लेकिन हाथी पर बैठे पिलवान की उसे समय मौत हो गई।