आपके सहपाठी के प्रशंसनीय और साहसिक व्यवहार के लिए उसे सम्मानित करने का अनुरोध पत्र. letter to your principal requesting to honour your school classmate who did a great plausible and admirable work
सेवा में,
प्रधानाचार्य महोदय,
सी.टी.एम. के. विद्यालय,
जालना।
विषय :- विद्यालय के छात्रों भक्ति के प्रशंसनीय और सामाजिक व्यवहार के संबंध में।
महोदय,
मैं आपके स्कूल के दशक (ड) की विद्यार्थिनी हूं। इस पत्र के माध्यम से आपका लक्ष्य अपनी कक्षा के छात्र भक्ति के प्रशंसनीय और साहित्य वर्ग के संबंध में आकर्षित करना चाहती हूं। सर जी, गत १० जानेवारी को विद्यालय के कक्षा दसवीं के छात्र ‘ताडोबा’ पर्यटन स्थल पर भेट देने के लिए गए थे।
सभी छात्रों पर्यटन स्थल का आनंद ले रहे थे हम जानवरों को नजदीक से देख कर बहुत खुश थे। तभी शेर के पिंजरे के पास से आवाज सुनाई दिया। मैं बंदरों को केले दे रही थी। उस शोर को सुनकर वहां जाकर मैंने देखा कि शेर के पिंजरे का दरवाजा गलती से खुला रह गया है और मेरी दोस्त पिंजरे के बहुत नजदीक है। मैंने जल्दी से जाकर अध्यापिका जी को और सारे छात्रों को बुलाया लेकिन शेर की आवाज से सारे छात्र डर गए थे।
मान्यवर, पिंजरे का दरवाजा खुला होने से शेर बाहर आ रहा था लेकिन उसके दोस्त ने बड़ी चालाकी से चुप चुप के जाकर शेर का दरवाजा कुंडी लगाकर बंद कर दिया और अपने दोस्त को बचा लिया। मेरा आपसे सविनय निवेदन है कि, उस छात्रों को सभी छात्रों के सामने सम्मानित करें जिसकी वजह से सबको प्रेरणा और दोस्ती की मिसाल मिले।
धन्यवाद।
आपकी आज्ञाकारक विद्यार्थिनी,
वैष्णवी
कक्षा दसवीं (ड)
दिनांक :- १४-०१-२२