Letter to Editor requesting not to burn crackers in Diwali
साक्षी नवले,
04/12, वसुंधरा नगर,
रामसगाव।
दिनांक :- 28 मार्च, 2022
सेवा में,
मुख्य संपादक,
लोकसत्ता,
रामसगाव।
विषय :- पटाखे न चलाने का अनुरोध।
महोदय,
उपयुक्त विषय अनुसार में रामसगाव की निवासी हूं। और मैं एक समाज सुधारक का काम भी करती हूं। आपकी समाचार पत्रों के माध्यम से पटाखे ना जलाने की बात लोगों और प्रशासन हो तो पहुंचाना चाहती हूं। आप मेरे इस विचार को आपके समाचार पत्र में प्रकाशित करेंगे मैं आशा करती हूं।
मान्यवर, दीपावली त्यौहार नजदीक आ रहा है। तू अब वातावरण में पटाखे की आवाज होंगी। लेकिन आपने इस बात पर ध्यान दिया है क्या पटाखों की आवाजों से लोगों के कानों को कितनी तकलीफ होती है? पटाखों का प्रदूषण तो बहुत होता है। इसकी वजह से वातावरण दूषित हो जाता है। इसके दोहे की वजह से शोषण न लिखें में वह दूषित वायु चला जाता है। और हमारे देश में पहले ही वायु और ध्वनि प्रदूषण ज्यादा प्रमाण में है। हमें अच्छे नागरिक की तरह प्रदूषण नहीं करना चाहिए। हमें जरूरी ही नहीं कि दीपावली में पटाखे जलाएं। हम दिए की रोशनी से दीपावली त्यौहार का मजा ले सकते हैं।
मेरा आपसे सविनय निवेदन है कि आप लोगों को पटाखे ना जलाने की सीख दीजिए।
धन्यवाद।
साक्षी नवले