JKBOSE Class 6 Hindi Chapter 12 सेनापति तात्या टोपे Solution
JKBOSE (Jammu Kashmir State Board Of School Education) Class 6 Hindi Solution Chapter 12 सेनापति तात्या टोपे all Exercise Question Answers. Students of JK Board Grade 6 Standard can download all Answer.
बोध और सराहना
1.) 18 अप्रैल, 1859 ई० को शिवपुरी के आस-पास ग्रामीणों की भीड़ पहाड़ियों पर क्यों बढ़ती जा रही थी ?
(क) पहाड़ी पर टिड्डी दल की तरह बिखरे गोरी पलटन के हज़ारों सिपाहियों को देखने के लिए।
(ख) न्याय का नाटक खेलने वाले भयत्रस्त अंग्रेज अधिकारियों को देखने के लिए।
(ग) स्वतंत्रता संग्राम के अजेय योद्धा तात्या टोपे के अंतिम दर्शन करने के लिए।
उत्तर – (ग) स्वतंत्रता संग्राम के अजेय योद्धा तात्या टोपे के अंतिम दर्शन करने के लिए।
2.) प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के सूर्यास्त से लेखक का क्या तात्पर्य है ?
स्वतन्त्रता पाने के लिए संग्राम की शुरुआत हुई। इसमें बहुत सारे राजा, महाराजाओं ने भाग लिया था। तात्या टोपे को अंग्रेज गिरफ्तार नहीं कर पाए थे। तात्या टोपे ने अंग्रेज अधिकारियों की नींद हराम कर रखी थी। वह जंगलों में छिपकर अंग्रेजों से छापामार युद्ध करते थे। तात्या टोपे को अंग्रेजों ने धोखे से पकड़ लिया था। उनके खिलाफ मुकदमा चलाया गया। अंग्रेज इतिहासकार तात्या टोपे के बारे में रहते हैं कि संसार के किसी भी सुना ने कभी कहीं पर इतनी तेजी के साथ कुछ नहीं किया जितनी तेजी से तात्या की सेवा कुछ करती थी। इसी वजह से उनको प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का सूर्यास्त कहा गया।
3.) फाँसी के तख्ते पर पहला कदम रखते ही वीर ताँत्या टोपे ने सबसे पहले क्या काम किया और क्यों ?
फांसी के तख्ते पर पहला कदम रखते ही वीर तात्या टोपे ने सबसे पहले हाथ ऊपर उठकर उपस्थित जनन समुदाय को अभिवादन किया फांसी के तख्ते पर पहला कदम रखने से पूर्व वह झुक गया। धरती मां की पवित्र माटी से अपने माथे पर तिलक लगाया।
4.) इस पर माँ भारती का यह बहादुर सपूत शहीद हो गया अपने पीछे एक अमर गाथा छोड़कर कौन-सी अमर गाथा छोड़कर उस अमर गाथा को भावपूर्ण शब्दों में सुनाएँ ।
तात्या टोपे ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया है। अंग्रेजी सी तात्या टोपे के नाम से घबरा जाते थे। अंग्रेजों ने धोखे से पकड़ लिया था। उन पर मुकदमा चला गया। संसार के कोई भी सुना कभी-कभी पर इतनी तेजी के साथ कुछ नहीं कर सकती थी। जितनी तेजी से ताकत की सेवा कुछ करती थी। जी बहादुर और हिम्मत के साथ टेट ने अपनी योजनाओं को पूरा करने का प्रयत्न किया उनकी प्रशंसा करना कठिन है। यही अमर कथा पीछे छोड़कर बहादुर सुपूत तात्या टोपे शहीद हो गए।
5.) किन घटनाओं से सिद्ध होता है कि ताँत्या टोपे एक वीर कुशल और स्वामिभक्त सेनानायक थे?
टॉप घोड़े सवारी में अत्यंत निपुण थे अच्छा सवारी की प्रतियोगिता में टोपे प्रथम रहते थे।
अंग्रेज सेनापतियों के अवरोधों के बावजूद भी नर्मदा पर करने में सफल हो गए।
तात्या तोपे अंग्रेजी फौज को नाको चने चबाते रहे और सेनापतियो तथा अधिकारियों की नींद हराम करते रहे।
संसार की किसी भी सेनानी कभी-कभी इतनी तेजी के साथ कुछ नहीं किया जितनी तेजी से तात्या की सेना कुछ करती थी।
इन घटनाओं से सिद्ध होता है कि ताँत्या टोपे एक वीर कुशल और स्वामिभक्त सेनानायक थे।
6.) अंग्रेज़ों की कौन-सी पुरानी चाल थी, जिसके द्वारा उन्होंने ताँत्या टोपे को बंदी बनाया ?
अंग्रेजों की पुरानी चाल थी फूट डालो और राज करो। इसी नीति को अंग्रेजों ने इस जगह पर भी अपनाया। अंग्रेजों ने तात्या के मित्र सरदार मानसिंह को अपनी ओर खींच लिया और तात्या को धोखे से पकड़ लिया।
7.) विदेशी इतिहासकार मालसन ने ताँत्या की वीरता की किन शब्दों में प्रशंसा की है ?
अंग्रेज़ इतिहासकार मालसन ने लिखा है, “संसार की किसी भी सेना ने कभी कहीं पर इतनी तेज़ी के साथ कूच नहीं किया, जितनी तेज़ी से ताँत्या की सेना कूच करती थी। जिस बहादुरी और हिम्मत के साथ ताँत्या ने अपनी योजनाओं को पूरा करने का प्रयत्न किया, उसकी प्रशंसा करना कठिन है।