मेरे पापा निबंध | My Father in Hindi | Hindi Essay | My Father Essay in hindi.
दुनिया में प्रत्येक बच्चे का जोड़ाव सबसे अधिक उसके माता-पिता से होता है। मां-बाप बच्चे के प्रथम गुरु जी कहलाते हैं। मेरे पापा का नाम गणेश शर्मा है। मेरे पापा एक कर्मचारी का व्यवसाय करते हैं। यह सभी बड़ों का ध्यान रखते हैं। मेरे पिता अपने माता-पिता, मेरी मां और मेरे परिवार के प्रत्येक सदस्य का सम्मान करते हैं। वह हमारे रिश्तेदारों, दोस्तों और पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखते है। वे हमेशा बिना किसी शिकायत के हमारी जरूरत की चीजों को पूरा करते हैं। यह मेरे और मेरी बड़ी बहन के मार्गदर्शक है। मेरे पिताजी एक सामाजिक व्यक्ति है। उनकी आयु लगभग 40 वर्ष के हैं। अपने पड़ोसियों और दोस्तों की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। वो हमें जीवन के नैतिकता के बारे में बताते हैं। और बड़ों का महत्व समझाते हैं।
मैं अपने पिता से बहुत प्यार करती हूं । और उनका सम्मान करती हूं। मेरी मां भी उनका बहुत सम्मान करती है। वे अपनी काम की पूरी कमाई हमारी और जरूरतमंद चीजें और हमारी इच्छा को पूरी करने में लगा देते हैं। वह कितने भी दुखी हो वह उसका एहसास हमें नहीं होने देते हैं। मेरे पिताजी मेरे सारे समस्याओं को हल करते हैं। वे सुबह जल्दी उठकर जोगिंग पर जाते हैं। वह कितनी भी दुखी हो वह पर वह अपने परिवार को खुश रखने की पूरी कोशिश करते हैं। मैं अपने पिता से बहुत प्रेम करती हू।
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