Condolence letter to a friend in case of an accident
वैष्णवी
149, मोतीबाग
जालना।
१७ जानवरी, २०२२
प्रिय भक्ति,
आशा करती हूं कि अब तुम्हारी सेहत अच्छी होगी। कल घर पर तुम्हारी बहन भूमि आई थी। मैंने उसको पूछा कि भक्ति विद्यालय क्यों नहीं आई तो उसने मुझे बताया कि वह आ रही थी विद्यालय लेकिन रोड से चलते हुए उसका एक्सीडेंट हो गया? तू अब कहां पर है मेरा मतलब घर के हस्पताल? तू अपनी सेहत का ख्याल कर। मैं तुझे जल्द मिलने आ रही हूं। तू अब विद्यालय में आने की जल्दी मत सोचना। मैं तेरा पूरा अभ्यासक्रम तुझे बाद में समझा दूंगी। तू अब तेरी स्वास्थ्य का ध्यान रख। ज्यादा उठने की तकलीफ मत करना आराम ही करना। मैं जल्द आऊंगी।
माताजी पिताजी और भूमि को प्रणाम कहना।
तुम्हारी सखी,
वैष्णवी