Condolence letter on the sudden demise of a friend’s mother
सुनंदा
०७, शिवनगर,
परभणी।
१८ जानवरी,२०२२
प्रिय साक्षी,
नमस्ते!
तुम्हारी माताजी के अचानक देहांत की खबर पाकर मैं बहुत अचंबित हूं। यह खबर सुनकर ह्रदय को आघात लगा। एक क्षण तो विश्वास भी नहीं हुआ। पिछले सप्ताह तो वह मुझसे मिली थी तब तो उनका स्वास्थ्य अच्छा था। फिर भी यह घटना अचानक हो गई।
प्रिय सखी इस कठिन घड़ी में तुम अपने आप को और अपने परिवार का ख्याल रखना। यह ईश्वर की रचना है जो जन्म लेता है उसकी मृत्यु निश्चित है। मैं तुम्हारी पीड़ा समझ सकती हूं। तुम्हारे खांदे पर अब सब घर के दायित्व आ गए हैं। तुम्हारे भाई बहन का ध्यान अब तुम्हें ही रखना है। तुम अपना ख्याल रखना। ईश्वर तुम्हारी मां की आत्मा को शांति दे यह प्रार्थना।
तुम्हारी अभीन्न सखी,
सुनंदा