CG SCERT Chhattisgarh State Board Class 6 Hindi Chapter 4 दुंगी फूल कनेर के Exercises Questions and Answers.
Board |
Chhattisgarh Board |
Class |
6 |
Subject |
Hindi |
Chapter |
दुंगी फूल कनेर के |
Topic |
Solution |
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दूंगी फूल कनेर के
1.) प्रस्तुत कविता में कौन अपने गाँव आने के लिए आमंत्रण दे रहा है?
एक नन्ही बालिका बच्चों को अपने गांव में आने के लिए आमंत्रित कर रही है।
2.) बालिका अपने गाँव में बुलाने के लिए क्या-क्या प्रलोभन देती है?
बलिका अपने गांव में सहेली को आने के लिए आमंत्रित करती है। वह उन्हें कहती है कि तुम इस गांव में आओ मैं तुम्हें बेर चखने दूंगी। यहां आकर तुम अपने बचपन के दिन याद कर सकती हूं । खेलने का आनंद ले सकती हो।मैं तुम्हें कनेर के फूल दे सकती हूं। यह प्रलोभन बालिका अपने सहेली को गांव आने के लिए देती है।
3.) कविता की किन पंक्तियों से बालिका का पर्यावरण प्रेम प्रकट होता है?
बाबा ने था पेड़ लगाया,
बापू ने फल खाए हैं।
भाई कैसे उसे काटने,
को रहते ललचाए हैं ?
मेरे बचपन में ही आए,
दिन कैसे अंधेर के ?
आना मेरे गाँव तुम्हें में
दूँगी फूल कनेर के
इन पंक्तियों से बालिका का पर्यावरण प्रेम प्रकट होता है
4.) ‘हँसना रोना तो लगता ही रहता है, हर खेल में” कविता की इस पंक्ति का क्या आशय है?
खेल खेल में जब हम गिरते हैं तो हम रोते हैं, जब हमें आनंद आता है तो हम हंसते हैं। जीवन भी इसी प्रकार चलता है हंसना रोना हमेशा ही लगा रहता है।
5.) कई मुखौटे तुम देखोगे मिट्टी वाले शेर के कविता की इस पंक्ति में मुखौटे और मिट्टी वाले शेर का किन अर्थों में प्रयोग हुआ है?
मिट्टी वाले शेर इसका मतलब है मुखौटा जो सिर्फ दिखाने के लिए होता है उसका कोई उपयोग नहीं होता इसी तरह बच्चे भी केवल पढ़ाई करते हैं। वह पढ़ाई में इतने मगना हो जाते हैं कि उनका ध्यान वहां से हटता ही नहीं। बचपन में बच्चे खेलना कूदना पसंद करते हैं लेकिन यह बच्चे खेलकूद पर ध्यान ही नहीं देते।
6.) मेरे बचपन में ही आए दिन कैसे अंधेरे के। बालिका ऐसा क्यों कह रही है?
बालिका कह रही है कि पेड़ काटकर हम पर्यावरण का नुकसान कर रहे हैं इस वजह से हमारा बचपन अंधेरे में जा रहा है।
पाठ से आगे
1.) बालिका बता रही है कि इस साल उसके गाँव में सड़क बनेगी सड़क के बन जाने से गाँव और वहाँ के लोगों के जीवन में क्या-क्या परिवर्तन हो सकते हैं? सोचकर लिखिए।
गांव में सड़क बन जाने से गांव के लोगों को अनेक सुविधाएं प्राप्त होगी। गांव में परिवर्तन आ जाएगा। सभी काम में गति निर्माण होगी। मेहनत कम करनी पड़ेगी और पैसा ज्यादा मिलेगा।
2.) बालिका के भाई पेड़ को क्यों काटना चाहते है? पेड़ काटने के क्या नुकसान है? अपने विचार लिखिए।
पेड़ काटने से पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। गर्मी बढ़ जाती है, बारिश कम हो जाती है, इस वजह से किसान के फसलों का उत्पादन भी कम हो जाता है। ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है।
3.) गाँव में कुछ घर कच्चे और कुछ घर पक्के है? आपको कच्चा घर अच्छा लगता है या पक्का? कारण सहित लिखिए।
गांव में कच्चे घर बहुत देखने मिलते हैं। हमें भी कच्चे घर ही पसंद आते हैं, क्योंकि उनका निर्माण कम खर्चे में होता है। ऐसे घरों में गर्मी भी कम लगती है।
4.) बालिका के गाँव में एक पुराना तालाब है। तालाब को अगर पाट दिया जाए तो उससे गाँव किस तरह प्रभावित होगा? विचारकर लिखिए।
तालाब मतलब बहुत बड़ा गड्ढा होता है। जिसमें बारिश का पानी भरता है और अगर इस पाट दिया जाए तो गांव वालों को किसानों को खेती में पानी मिलता है।
5.) कुट्टी करने की स्थिति कब आती है? आपने भी अपने किसी मित्र से कुट्टी अवश्य की होगी। उसकी वजह लिखिए और यह भी लिखिए कि फिर कब और कैसे आपको पुन दोस्ती हो गई।
छोटे बच्चे हमेशा ही कुट्टी करते हैं। अगर एक दूसरे के विचारों में तफवत हो तो ऐसी परिस्थिति निर्माण होती है। लेकिन जब यह बच्चे फिर से खेलने लगते हैं तो इनमें दोस्ती भी हो जाती है।
भाषा से
1.) अपने शहर या गाँव का रोचक वर्णन करते हुए अपने मित्र को पत्र लिखकर यहाँ जाने के लिए आमंत्रित कीजिए।
रमन कदम
शिवाजीनगर रेलवे स्टेशन रोड
बांद्रा पूर्व
प्रिय रमन
रमन तुमने कहा था जब वक्त मिलेगा तो मैं तुम्हारे गांव जरूर आऊंगा। लेकिन तुम्हें वक्त ही नहीं मिलता। तुम्हें क्या बताऊं यहां पर कितना सुंदर नजारा है। तुम जहां रहते हो उससे यह गांव कितना सुंदर है। यहां पर शांति है, बड़े-बड़े पेड़ पौधे है, शुद्ध हवा है। यहां एक बड़ा सा तालाब है। गर्मी के दिनों में इसमें पानी कम रहता है। इसीलिए हम उस में तैरने अब जा सकते हैं। अब मई का महीना है तुम यहां आ जाओ। यहां पर एक बड़ा सा मंदिर है जिस की दीवारों पर अच्छी कलाकारी की गई है। वह देखने योग्य है। यहां से एक झरना भी बहता है जिसे बारह महीने पानी होता है।
तुम कब आओगे मैं तुम्हारा इंतजार करूंगा।
तुम्हारा मित्र
सोहन
(अ) आना मेरे गाँव तुम्हें मैं दूँगी फूल कनेर के
कविता की इन पक्तियों को गद्य में इस प्रकार लिखा जा सकता है-
मेरे – गाँव आना, में तुम्हें कनेर के फूल दूंगी।
अब आप भी कविता की किन्ही आठ लाईनों को गद्य में परिवर्तित कर लिखिए।
1.) कुछ कच्चे कुछ पक्के घर है एक पुराना ताल है
मेरे गांव में कई घर पक्के है तो बहुत सारे घर कच्चे हैं और यहां पर एक पुराना तालाब भी है।
2.) बाबा ने था पेड़ लगाया बापू ने फल खाए हैं।
बाबा ने पेड़ लगाया था वह बड़ा हुआ और उसके फल मेरे बापूने खाए।
3.) हंसना रोना तो लगता ही रहता है हर खेल में।
खेल-खेल में कभी हम हंसते हैं तो कभी हम रोने लगते हैं यह तो जीवन में चलता ही रहता है।
4.) खेले कूदे कभी न तो फिर यह सब लगता बोझ है।
अगर हम सिर्फ पढ़ाई करें खेलने कूदने ना जाए तो पढ़ाई भी बोझ लगने लगती है।
5.) भाई कैसे उसे काटने को रहते ललचाए है?
जो पेड़ बाबा ने लगाए उसके फल बापू ने खाए लेकिन अब उसे तुम कैसे काट सकते हो तुम्हारा मैं इसके लिए कैसे ललचाता है?
6.) खड़िया- पाटी कॉपी- बस्ते लिखना पढ़ना रोज है।
खडू पार्टी कॉपी और बस्ता लेकर हम रोज ही पढ़ने जाते हैं।
7.) चलते आना टीले ऊपर कई पेड़ है बेर के।
तुम टीले के ऊपर ऊपर चढ़ते आओगे तो तुम्हें कई बेर के पेड़ मिल जाएंगे।
8.) कई मुखोटे तुम देखोगे मिट्टी वाले शेर के।
जो बच्चे से पढ़ाई करते हैं खेलने नहीं है वह सिर्फ मुखौटे पहने रहते हैं।
3.) नीचे लिखे वाक्यों में रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए-
(अ) (i) कुतुबमीनार इतिहास से संबधित इमारत है।
(ii) कुतुबमीनार ऐतिहासिक इमारत है।
(ब) (1) महात्मा पत्तों से बनी कुटिया में निवास करते हैं
(ii) महात्मा जी पर्णकुटी में निवास करते हैं।
“इतिहास से संबंधित के लिए ऐतिहासिक तथा पत्तों से बनी कुटिया के लिए पर्णकुटी शब्द का प्रयोग किया जा सकता है। इस प्रकार भाषा में अनेक शब्दों लिए एक शब्द का प्रयोग किया जा सकता है। इससे भाषा में संक्षिप्तता आती है तथा भाषा का सौदर्य बढ़ जाता है। आप भी नीचे लिखे अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए और उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए-
(1) जो कभी न मरे – अमर
किसीको भी अमरत्व प्राप्त नहीं होता।
(2) जिसकी उपमा न हो – अनुपम
हमारे ऐतिहासिक स्थलोंको कोई भी उपमा नहीं है।
(3) जिसका मूल्य न आँका जा सके- अमूल्य
रिश्ते अमूल्य होते है।
(4) जिसका अंत न हो- अनंत
दुनिया का कोई अंत नहीं होता।
(5) सदा जीवित रहने वाला- शाश्वत
दुनिया में कुछ भी शाश्वत नही है।
(7) जो कठिनाई से मिले- दुर्लभ
सच्चे दोस्त हमेशा दुर्लभ होते है।
(6) जो सब कुछ जानता हो- सर्वज्ञ
भगवान सर्वज्ञ होता है।
(8) जो मास खाता है- मांसाहरी
सभी प्राणी मांसाहरी नहीं होते।
(9) बहुत बोलने वाला- वाचाल
छोटी बहोत बोलती है।
(10) नष्ट होने वाला- नश्वर
दुनिया में सब नश्वर है।
4.) कविता की निम्न पंक्तियों को लय में पढ़िए।
मेरे बचपन में ही आए
दिन कैसे अंधेर के?
आना मेरे गाँव तुम्हें में
दूँगी फूल कनेर के
पढ़ते समय आप देखेंगे कि रेखांकित शब्द अंधेर के तथा कनेर के शब्द की तुकान्तता की वजह से कविता में लयात्मकता या गेयता आ गई है। आप भी दिये गये शब्दों से मिलते-जुलते तुक बाते पांच-पांच सार्थक शब्द लिखिए।
खेले- फूले, खिले, मेले, झूले, नाले
खाए- जाए, आए, गाए, दाए, बाए
टीले – खिले, रोले, सोले, पीले, ढीले
फूल- फल, सल, नल, मल, कल
घर – सर, खर, नर, वर, धर
गाँव- राव, नाव, साव, धाव, काव
5.) क्रिया व्याकरण का एक प्रमुख अंग है। साधारण अर्थ में इससे तात्पर्य है, कार्यों से संबंध नीचे कुछ वाक्य दिए जा रहे हैं। इनके भाव के अनुसार खाली जगह को सही क्रिया शब्द से भरिए।
उदाहरण- बच्चे आम के बगीचे के आसपास . . . . . रहे थे।
बच्चे आम के बगीचे के आसपास मँडरा रहे थे।
क.) दिन भर साइकिल पर यात्रा करके राकेश जब घर आया तो वह थक गया था।
ख.) अपनी माता जी को आता हुआ देखकर शिशु हस पडा।
ग.) डाकू की आवाज सुनकर सब लोग इकट्ठा हो गए।
घ.) किशोर तो बहुत कमजोर है, शिक्षक कुछ बात जोर से बताते हैं तो वह डर जाता है।
6) क.) निम्नलिखित संज्ञाओं से क्रियाएँ बनाइए ।
उदाहरण पढ़ाई पढ़ना
लिखाई- लिखना
सिलाई- सिलना
बुनाई – बुनना
भराई- भरना
सजाई – सजना
ख.) इन शब्दों के आधार पर संज्ञा से क्रिया बनाने के संबंध में आप क्या नियम बना सकते हैं ?
शब्दों को ना आस वट हट यह प्रत्यय लगाकर इनका संज्ञा में रूपांतर किया जा सकता है।