Chhattisgarh State Class 5 Hindi Chapter 6 चित्रकार मोर Solution
Chhattisgarh State Board Class 5 Hindi Chapter 6 चित्रकार मोर Exercise Multiple Choice, Fill in the Blanks, Questions and Answers here.
चित्रकार मोर
प्रश्न 1. सारे संसार को रंगीन देखकर पक्षी क्या सोचते थे?
सारे संसार को रंगीन देखकर पक्षी यह सोचते थे कि काश हमें भी ऐसे रंग मिल जाए, हमें भी ऐसे रंगीन होना है, क्योंकि उस वक्त सारे पक्षी सफेद थे।
प्रश्न 2. पक्षियों ने रंग पाने के लिए क्या प्रयास किया?
पक्षियों ने रंग पाने के लिए एक सभा बुलाई और सारे पक्षी मिलकर ब्रह्मा जी के पास गए। उनसे कहने लगे कि हमें भी रंग चाहिए।
प्रश्न 3. मोर रंग-बिरंगा कैसे हो गया?
मोर किसी भी पक्षी को रंग लगाने से पहले अपने शरीर पर रंग लगाता था। इस तरह से सभी को रंग लगाते लगाते मोर को बहुत सारे रंग मिल गए और वह रंग-बिरंगा हो गया।
प्रश्न 4. ब्रह्मा जी ने रंग-रोगन के लिए मोर को ही क्यों चुना?
लंबी पूछ वाले और ऊंची गर्दन वाला पक्षी मोर ही था इसलिए ब्रह्मा जी ने मोर को रंग रोगन लगाने का काम दिया।
प्रश्न 5. मोर की बात सुनकर उल्लू क्यों हँस पड़ा था?
मोर ने उल्लू से शिकायत की के सभी को रंग लगाते लगाते मेरे पास अब कोई भी रंग नहीं बचा है। मैं अब सफेद का सफेद ही रहूंगा। मैं रंग बिरंगा नहीं बन पाऊंगा। यह शिकायत उल्लू से मोर ने की थी। लेकिन मोर जब सारे पक्षियों को रंग लगा रहा था तब वह अपने शरीर पर उसे रंग को लगाकर देखता। इस वजह से वह रंग बिरंगा हो गया था। यह सब देखकर उल्लू हंस पड़ा।
प्रश्न 6 मोर के शरीर पर लगा रंग वर्षा के पानी से घुल जाता तो क्या होता?
मोर के शरीर पर लगा रंग अगर वर्षा के पानी से धूल जाता तो मोर बहुत उदास हो जाता। वह अपने पंख फैला कर नाचता नहीं।
प्रश्न 7. मोर अन्य पक्षियों को रंग लगाते समय अपने शरीर पर रंग लगाकर न देखता तो क्या होता?
मोर अगर अपने शरीर पर रंग लगा कर नहीं देखता तो शायद उसका शरीर रंग बिरंगी नहीं होता। दूसरों को रंग लगाते लगाते उसके पास से सारे रंग खत्म हो जाते।
प्रश्न 8. पर्यावरण संरक्षण में पक्षियों का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है ? इस तथ्य पर पुष्टि हेतु अपने तर्क दें।
पक्षी हमारे पर्यावरण में सफाई का काम करते हैं। ऐसे ही वह पर्यावरण में पेड़ पौधे लगाने का भी काम जाने अनजाने में करते हैं। अगर यह पक्षी नहीं होंगे तो जंगल की मात्रा नहीं बढ़ेगी। हमारे पर्यावरण में साफ सफाई नहीं होगी।
भाषातत्व और व्याकरण
गतिविधि
प्रश्न 1. नीचे लिखे मुहावरों के अर्थ लिखकर वाक्यों में प्रयोग करो-
अ. मन ललचाना – चाहत निर्माण होना
पेरू देखकर पोपट का मन ललचाया।
ब. ढिंढोरा पिटवाना – बात को सारी जगह फैला देना
चाची को कोई भी बात बताओ वह सारी जगह ढिंढोरा पिटवाती है।
क. खुशी से झूम उठना – आनंदी होना
अपना शरीर रंग-बिरंगा देख मोर खुशी से झूम उठा।
प्रश्न 2. कुछ शब्दों का प्रयोग कभी-कभी दो बार भी होता है, जैसे- क्या-क्या साथ-साथ, कौन-कौन, एक-एक, कब-कब, काले-काले आदि।
इन शब्दों का अपने वाक्यों में प्रयोग करो।
क्या-क्या – तुम क्या – क्या करते रहते हो?
साथ-साथ- हम साथ – साथ पाठशाला जायेंगे।
कौन-कौन- तुम्हारे साथ कौन-कौन आ रहा है।
एक-एक – एक-एक करके सारे लोग अपनी जगह खड़े हो जाओ।
कब-कब – तुम कब-कब इस मंदिर में आते हो।
काले-काले – आकाश में काले-काले रंग के बदल छाए हुए है।
समझो
एक ही शब्द के एक से ज्यादा अर्थ हो सकते हैं। नीचे लिखे उदाहरण पढ़ो और समझो ।
धरा- क. वर्षा ऋतु में धरा हरी-भरी हो जाती है।
ख. नाटक दिखाने के लिए मोहन ने अजीब रूप धरा।
प्रश्न 3. इसी प्रकार ‘बेर’ का दो अर्थों में प्रयोग करो।
बेर – बेर के फल अच्छे होते है।
तुम में बेर नही है।
कभी-कभी निषेधवाचक वाक्य को क्या का प्रयोग करके भी प्रकट किया जाता है,
जैसे-
वे क्या इतने कच्चे थे कि वर्षा के भय से घुल जाते?
प्रश्न 4. अब ‘क्या शब्द का ऐसे ही अर्थ में प्रयोग करो।
क्या उनको इतनी देर हो रही थी के वह कुछ फल नहीं ला सके?
इन वाक्यों को पढो-
क. बच्चा हँस रहा है।
ख. हँसना बच्चे के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
पहले वाक्य में हँसना क्रिया के रूप में प्रयोग हुआ है और दूसरे वाक्य में यह संज्ञा है।
प्रश्न 5. ‘खेलना शब्द को दोनों रूपों में अलग-अलग वाक्यों में प्रयोग करो।
खेलने से शारीरिक तंदुरुस्ती बरकरार रहती हैं।
खेलना हमारे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।