Bihar Board Class 6 Hindi Chapter 15 भूल गया है क्यों इंसान all Question and Answers complete Solution by Neha Mam. Here you will get Bihar Board Class 6 Hindi Solution all chapters.
Bihar Board Class 6 Hindi Chapter 15 भूल गया है क्यों इंसान
Board |
Bihar State Board (BSEB) |
Class |
6 |
Subject |
Hindi |
Book Name |
Kislay |
प्र.1 पाठ से।
1) कविता का सारांश अपनी भाषा में लिखिए।
उत्तर – कवि कहते हैं हमारा शरीर नाशवान है। हमारे इस संसार में कोई भी अमर मनुष्य नहीं है मानव को अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए।आकाश हमें निर्मल छाया देता है। हमारे धरती पर मानव रहते हैं वह भी अलग-अलग देशों में अलग-अलग जाति धर्म के पर मनुष्य का शरीर एक ही होता है। यह सच्चाई मानव व भूल जाता है।
2) इस कविता से आपको क्या प्रेरणा मिलती है?
उत्तर -कभी नहीं बताना चाहते हैं कि हम अलग-अलग देश से है सबकी वेशभूषा अलग-अलग है पर इंसान का प्राण एक ही है। मनुष्य को क्षमता से रहना चाहिए हमें इस कविता से यह प्रेरणा मिलती है।
3) निम्नलिखित पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिए।
क) देश अलग है, देश अलग हो।
वेश अलग है, वेश अलग हो।
मानव का मानव से लेकिन, अलग न अंतर प्राण।
उत्तर- मानव का देश अलग हो देश के वेश अलग-अलग होते हैं लेकिन मनुष्य का शरीर एक ही होता है। यह सब मनुष्य ने ही इस धरती पर बनाया है इस धरती पर अलग-अलग देश भी हमने ही बनाए हैं। पर हम सब एक ही मिट्टी के हैं।
ख) सबकी है मिट्टी काया, सब पर नभ की निर्मल छाया।
यह नहीं है कोई आया, ले विशेष वरदान।
उत्तर – हमारे ऊपर प्रभु कभी भी भेद नहीं करते। हम सभी एक ही मिट्टी में जन्मे है और करने पर भी एक ही मिट्टी में समाने वाली है। इस लोक पर कोई भी वरदान लेकर जन्मा नहीं है ना जनमेगा । हमें भी ऐसे भेदभाव को मिटाना चाहिए।
प्र.2 पाठ से आगे।
1) मनुष्य किस प्रकार दूसरों को अपने से भिन्न समझते हैं।
उत्तर – जब मनुष्य के मन में अहंकार की भावना निर्माण होती है। गरीब श्रीमंत को माप में तोला जाता है तब मनुष्य अपने को दूसरे से ज्यादा ऊपर समझता है। जाति भेदभाव करता है तभी मनुष्य दूसरों को अपने से भिन्ना समझता है।
2) अलग अलग देश अलग अलग देश के बावजूद भी हर मनुष्य एक जैसा है कैसे?
उत्तर- हमें सभी को ईश्वर ने ही जन्म दिया है। हमारा देश अलग हो सकता है पर विचार करने की क्षमता एक ही जैसी होगी। हमारे देश अलग-अलग हो सकते हैं पर मन में प्रेम की भावना एक ही होगी। हमें ईश्वर ने ही बनाया है हमारे शरीर एक ही मिट्टी के है। हमं करने के बाद भी एक ही मिट्टी में जाएंगे।