Thank You Letter to Friend in hostel when his younger brother is sick and for his recovery
वंश
१५, प्रयाग नगर
सांगली
दिनांक :- ५ मार्च, २०२२
प्रिय वेद,
स्नेह!
मैं तुम्हारा बहुत बहुत आभारी हूं कि तुमने मेरे छोटे भाई की मनोभावे खूब सेवा की। जब आदमी बीमार होता है तो अपने नजदीकी अपनों को बहुत याद करता है। उसने तो अपने आप को अकेला ही समझा था लेकिन तुम्हारा साथ पाकर उसने अकेला नहीं समझा।
वेद तुम बहुत अच्छे लड़के हो। तुम भी मुझे मेरे छोटे भाई की तरह ही हो। मेरा भाई तुम्हें अच्छा और सच्चा दोस्त मानता है। तुम दोनों ऐसे ही अच्छे दोस्त हमेशा रहो। तुम्हारा यह दोस्ती का साथ कभी मत छुटने देना। वेद फिर से एक बार धन्यवाद। मे तुम्हारा बहुत ऋणी हूं। मेरे भाई की फिक्र करना और अपनी भी फिक्र करना और दोनों अच्छी तरह से रहना झगड़ा बिल्कुल भी मत करना वैसे तो तुम समझदार बच्चे हो नहीं करोगे अच्छा ख्याल रखना।
यह विनंती।
प्रार्थी।
तुम्हारा बड़ा भाई
वंश