छोटे भाई को पत्र लिखकर उसे सादगी और सदाचार की प्रेरणा दें | Letter to the younger brother and inspire him with simplicity and virtue
153, सदर बाजार,
नाशिक।
19 मई, 2022
प्रिय दिग्विजय,
कैसे हो?
आशा करती हूं कि तुम खुशहाल होंगे मैं भी यहां पर आनंद में हूं। लेकिन मैं तुमसे बहुत गुस्सा हूं। मुझे मां का पत्र मिला मां ने बताया कि तुम आजकल पढ़ाई के और अपना लक्ष्य केंद्रित नहीं कर रहे हो। यह अच्छी बात नहीं है। मुझे पता है तुम्हारी उम्र खेलकूद और टी.वी. देखने की है लेकिन तुम इनके साथ पढ़ाई भी करो। तुम्हारा प्रथम उद्देश्य पढ़ाई होना चाहिए ना कि टी.वी. में पिक्चर यह सब देखना।
तुम्हें पता है हम मध्यम वर्गीय लोग हैं। मां दिन-रात सिलाई का काम करती है। पापा भी कंपनी में जाते हैं। हम तीन भाई बहन हैं। लेकिन हमारा इसमें जैसे तैसे गुजारा हो जाता है। मैं बाहर पढ़ाई करने के लिए हूं। लेकिन मैं मेरा सारा काम खुद करती हूं जैसे कि खाना बनाना, कपड़े धोना, साफ सफाई करना उसके साथ में पढ़ाई भी अच्छी तरह से करती हूं। तुम पिताजी के पैसे से अपनी शान शौक पूरे मत करना। जो भी करना है अपने दम पर करना।
हमारा उद्देश्य है पढ़ाई करके अच्छा उज्जवल भविष्य। और तुम फैशन की दुनिया की बात करते हो। हमें साधा, सरल, जीवन जीना चाहिए। आशा करती हूं कि तुम समझ गए होंगे। अपने साथ माता पिता और छोटी बहन का ख्याल रखना।
तुम्हारी बड़ी बहन,
कुसुम
12, मंमादेवी,
नागपुर।
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