मित्र को पत्र लिखकर नगर में हुई दुर्घटना का वर्णन | Letter to Friend description of the accident in the city
Hindi Letter: मित्र को पत्र लिखकर नगर में हुई दुर्घटना का वर्णन. Looking for Letter to Friend description of the accident in the city? If Yes, here we have published solution of this letter.
11, जूना बाजार,
जालना।
21 मई, 2022
प्रिय मित्र महेश,
कैसे हो?
आशा करता हूं कि तुम खुशहाल होंगे। मैं यहां जरा चिंतित हूं। तुम्हारा पत्र मिला अच्छा लगा कि जानकर तुम्हारे माता-पिता की सेहत अब अच्छी हैं। तुम सोच रहे होंगे मेरी चिंता का कारण क्या है? मैं क्या बताऊं अब मैं तुम्हें नगर में जो दुर्घटना हुई उसका उल्लेख कर रहा हूं यह घटना मैंने खुद मेरी आंखों से देखी है।
मैं बाजार में जा रहा था। उस दिन वहां पर बहुत दंगा हुआ। दंगे के साथ अग्निकांड भी हुआ। उस दंगे में किसान का बहुत नुकसान हुआ। उनकी मेहनत से पिका हुआ भाजीपाला सब तहस-नहस हो गया। वहां पर गाड़ियों को आग लगी हुई थी। वहां चारों तरफ धुआ धुआ था। लोग बहुत सारे जमा हो गए थे। वहां पर पानी की बोतल का बड़ा दुकान था उस आदमी ने भी उसके दुकान में जितनी भी बोतल की सारी भी दे दी। भला हो उस आदमी का जिसने अपनी सारी पानी की बोतल आग बुझाने के लिए दे दी। लेकिन यह बहुत बड़ी दुर्घटना थी। उसके 2 घंटे बाद अग्निशमन दल की गाड़ी आई और उन्होंने सारी आग बुझा कर वहां की सारा जला हुआ सामान हटा दिया। मैं घर नहीं पहुंचा तो मैं घबरा गई थी। यह दुर्घटना समाचार पत्र में भी प्रकाशित होकर आई थी। अच्छा माता-पिता को प्रणाम और छोटी बहन को प्यार।
तुम्हारा मित्र,
रितिक
संजय नगर, 23 – सी,
नया बाजार, संभाजी नगर।
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