Haryana Board (HBSE) Class 8 History Chapter 8 Solution – कम्पनी की शोषणकारी नीतियाँ व उनका विरोध. Here in this post we have provided Class 8 History कम्पनी की शोषणकारी नीतियाँ व उनका विरोध Haryana State Board Solution. Haryana State Board History Class VIII Students can download this Solution to Solve out Exercise Questions and Answers. Here in below we have provide Important Inside Question answer from this Chapter.
Haryana State Board Class 8 History Chapter 8 कम्पनी की शोषणकारी नीतियाँ व उनका विरोध Solution:
अध्याय 8 कंपनी की शोषणकारी नीतियों व उनका विरोध।
प्रश्न एक रिक्त स्थान भरो।
1.) अंग्रेजों ने भारत में ……… , ……..और………भू राजस्व नीति अपनाई थी ।
उत्तर स्थायी बंदोबस्त, रैयतवाड़ी व्यवस्था, महालवाड़ी।
2.) धन निकास के………..और………साधन थे।
उत्तर: गृह प्रभार ,वेतन
3.) भारत में अंग्रेजों की शोषणकारी नीति के कारण बार-बार…………..आए ।
उत्तर: आंदोलनकारी
4.) 1857 ई. भारत का पहला…………संग्राम था ।
उत्तर: महान स्वतंत्रता
5.) प्लासी का युद्ध………..में लड़ा गया।
उत्तर 1757 ई.
प्रश्न दो मिलान करें।
1. रैयत् क) दादा भाई नौरोजी
2.धन निकास ख) इंग्लैंड
3.औद्योगिक क्रांति ग) रैयतवाड़ी
4.बक्सर का युद्ध घ)1764 ई.
उत्तर व 1. ग 2. क 3. ख 4. घ
प्रश्न 3 आइए विचार करें।
1.) भारत में कंपनी राज में प्रचलित विभिन्न भू राजस्व व्यवस्था के क्षेत्रों के बारे में बताइए ।
उत्तर : भारत के संयुक्त प्रांत के कुछ भाग मध्य प्रांत तथा पंजाब के अर्थात ब्रिटिश भारत के लगभग 30% भाग पर महालवाड़ी व्यवस्था लागू की गई थी। अंडमान निकोबार, बरार, कुर्ग, सिंध ,आसाम ,मुंबई इत्यादि ब्रिटिश भारत के लगभग 51% भाग पर रैयतवाड़ी बंदोबस्त लागू किया गया था। भारत में स्थाई बंदोबस्त 19% भाग पर लागू किया गया था जिसमें बंगाल, बिहार, उड़ीसा, बनारस, उत्तरी मद्रास के कुछ जिले थे।
2.) धन निकास के साधनों को जाने।
उत्तर: भारत से वेतन, युद्ध पर खर्ची, गृह प्रभार, सेना के खर्च के रूप में भारत का धन निकास किया जाता रहा।
3.) कंपनी राज्य में अकाल के कारण जाने।
उत्तर : कंपनी राज में भारत में अपनाई गई भू राजस्व नीतियां कृषकों के लिए विनाशकारी सिद्ध हुए। भारत से लगातार धन इंग्लैंड ले जाया जाता रहा और धन निकाय की वजह से भारत में अकाल की स्थिति उत्पन्न हुई। कंपनी राज्य के कारण भारत में औद्योगिक क्रांति नहीं आ पाई। अंग्रेजों की बहुत सारी शोषणकारी नीतियां लोगों पर लागू की गई। ब्रिटिश काल में हस्तशिल्प उद्योगों का पतन हुआ और जिस कारण बहुत सारे लोगों का रोजगार छीन लिया गया। और इन्हीं सारी वजह से कंपनी राज में भारत में अकाल पड़ गया।
4.) भारतीय शिल्प कानून को कारीगरों के अंग्रेजों से प्रतिरोध के मुख्य कारणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर: भारतीय शिल्पकार अंग्रेजों के शोषणकारी व्यापारिक नीतियों की वजह से परेशान हो चुके थे। कंपनी के कानूनों की वजह से भारतीय हस्तकला नष्ट हो रही थी इनकी जगह ब्रिटिश सामग्री ले रही थी। इस वजह से लोगों का व्यवसाय भी कम होने लगा और लोगों के पास धन की कमी होने लगी और लोग भूखे मरने की नौबत आ गई। 1769 ई. में कंपनी ने बंगाल के कच्चे रेशम के पैदावार को बढ़ावा दिया परंतु सिल्क से तैयार माल पर प्रतिबंध लगा दिया जिसके कारण सारा मुनाफा कंपनी को होता था। इसी कारण भारतीय वस्त्र व्यापार भी कम होने लगा।
5.) स्थायी बंदोबस्त के गुण एवं दोषों का वर्णन कीजिए।
उत्तर: स्थायी बंदोबस्त के गुण: इस बंदोबस्त का लाभ कंपनी को होता था। निश्चित तारीख पर कंपनी को एक अच्छी धनराशि प्राप्त होती थी। कंपनी का जमीन पर नियंत्रण बढ़ता जा रहा था।
स्थायी बंदोबस्त के दोष: कर समय पर न चुका पाने के कारण गैरहाजिर जमींदार वर्ग उत्पन्न हुआ। कंपनी को धन निश्चित तारीख तक देना ही पड़ता था। इस बंदोबस्त के कारण किसान कर्ज में डूब गया। भारत की आधी आबादी अंग्रेजी कर्ज में डूब गई।
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- Chapter 1 मुगल सम्राट एवं उनका प्रारंभिक प्रतिरोध
- Chapter 2 सिक्ख गुरु परंपरा
- Chapter 3 राष्ट्रीय भक्ति आंदोलन
- Chapter 4 छत्रपति शिवाजी एवं पेशवा
- Chapter 5 सत्रहवीं शताब्दी में मुगलों का क्षेत्रीय प्रतिरोध
- Chapter 6 अठारहवीं सदी का भारत
- Chapter 7 यूरोपियन घुसपैठ तथा उनकी विस्तारवादी नीतियाँ
- Chapter 9 1857 ई. की महान क्रांति