DAV Class 8 Hindi Abhyas Sagar Solution Chapter 9 – जब भोलाराम ने पंप लगाया
DAV School Books Class 8 Hindi Abhyas Sagar Solution Chapter 9 जब भोलाराम ने पंप लगाया all Question Answer. DAV Class 8 Hindi Abhyas Sagar Textbook Chapter 9.
जब भोलाराम ने पंप लगाया
1.) नीचे दिए गए वाक्यों को ध्यान से पढ़िए-
(क) भोलाराम खेतों की सिंचाई के लिए पाँच हॉर्स पावर का पंप लगाना चाहता था।
(ख) शुभचिंतकों ने अनुभवी मुसकान के साथ समझाया।
(ग) भोलाराम को कठोर नजरों से घूरने लगे।
(घ) लाखों-करोड़ों रुपयों की लागत से बना बाँध बेकार हो जाएगा।
(ङ) भोलाराम जब भी पंप को पानी की मोटी धार फेंकते देखता है, उसकी श्रद्धा दृढ़ जाती है।
2.) अब बताइए-
(क) पंप कितने हॉर्स पावर का है?
पांच हॉर्स पावर
(ख) शुभचिंतकों की मुसकान कैसी है?*
अनुभवी
(ग) नज़रें कैसी हैं?
कठोर
(घ) बाँध कितनी लागत से बना है?
लाखो करोड़ों रुपए
(ङ) धार कैसी है?
मोटी
3.) निम्नलिखित वाक्यों में से विशेषण एवं विशेष्य शब्द छाँटकर लिखिए-
वाक्य | विशेषण | विशेष्य |
मैं सफेद ड्रेस पहन कर स्कूल जाता हूं। | सफेद | ड्रेस |
मेरी मां प्रतिदिन ऑफिस जाती है। | मेरी | मां |
मेरे पास तीन पेन है। | तीन | पेन |
मैं मीठे संतरे लेकर आया। | मीठे | संतरे |
वे लौटे तो गर्म पानी तैयार था। | गर्म | पानी |
4.) निम्नलिखित वाक्यों में विशेषण शब्द रेखांकित कर उसका भेद लिखिए-
वाक्य
(क) जीवन में ईमानदार व्यक्ति ही सफल होता है।
भेद – गुणवाचक विशेषण
(ख) उसका घर चौथी मंजिल पर है।
भेद – संख्यावाचक विशेषण
(ग) मेरी माँ बाज़ार गई हैं।
भेद – सार्वनामिक विशेषण
(घ) रोहित की कमीज में 2 मीटर कपड़ा लगेगा।
भेद – परिमाण वाचक विशेषण
5.) दिए गए शब्दों द्वारा रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए-
लगभग, बिल्कुल, सबसे, बहुत, बड़ा
(क) मैं अब ………………….. स्वस्थ हूँ।
मैं अब बिलकुल स्वस्थ हूँ।
(ख) वह तो ………………………. झूठा आदमी निकला।
वह तो बड़ा झूठा आदमी निकला।
(ग) यह …………………………………. गहरा कुआँ है।
यह बहुत गहरा कुआँ है।
(घ) वह ………………………………….. तेज दौड़ता है।
वह सबसे तेज दौड़ता है।
(ङ) उस सभा में ……………………….. बीस हजार लोग उपस्थित थे।
उस सभा में लगभग बीस हजार लोग उपस्थित थे।
6.) निम्नलिखित वाक्यों में से प्रविशेषण शब्द लिखिए-
वाक्य
(क) शीला संगीत की बड़ी शौकीन है।
प्रविशेषण – बड़ी
(ख) यह चित्र अति सुंदर है।
प्रविशेषण – अति
(ग) सत्यप्रकाश अत्यंत प्रतिभाशाली है।
प्रविशेषण – अत्यंत
(घ) यह मेरा बहुत टिकाऊ है।
प्रविशेषण – बहुत
(ङ) यह कमरा बड़ा हवादार है।
प्रविशेषण – बड़ा
8.) दिए गए संज्ञा शब्दों से विशेषण शब्दों की रचना कीजिए-
शब्द विशेषण
(क) अर्थ आर्थिक
(ख) इतिहास ऐतिहासिक
(ग) परिवार पारिवारिक
(घ) लालच लालची
(ङ) ज़हर जहरी
(च) नमक नमकीन
9.) दिए गए सर्वनाम शब्दों से विशेषण शब्दों की रचना कीजिए-
शब्द विशेषण
(क) यह ऐसा
(ख) आप अपनासा
(ग) वह वैसा
(घ) कौन कैसा
(ङ) तुम तुम सा
(च) जी जैसा
10.) दिए गए क्रिया शब्दों से विशेषण शब्दों की रचना कीजिए-
शब्द विशेषण
(क) भागना भगोड़ा
(ख) पढ़ना पढ़ाकू
(ग) बेचना बिकाऊ
(घ) बनाना बनवाया
(ङ) खेलना खिलाड़ी
(च) आगे अगला
11.) दिए गए अव्यय शब्दों से विशेषण शब्दों की रचना कीजिए-
शब्द विशेषण
(क) पीछे पिछला
(ख) बाहर बाहरी
(ग) भीतर भीतरी
(घ) नीचे निचला
(ङ) आगे अगला
(च) सतह सतही
12.) दिए गए संज्ञा शब्दों से विशेषण बनाकर वाक्यों को पूरा कीजिए-
(क) वह ……………………….. परीक्षा में प्रथम आया। ( वर्ष )
वह वार्षिक परीक्षा में प्रथम आया।
(ख) बीरबल बहुत ………………………. थे। (बुद्धि)
बीरबल बहुत बुद्धिमान थे।
(ग) …………………………. लोग बहुत …………………………. हैं। (जापान, परिश्रम)
जापानी लोग बहुत पारिश्रमिक हैं।
(घ) मेरा ………………………… भाई …………………… टी.) वी.) लाया। (चाचा, रंग)
मेरा चचेरा भाई रंगीत टी. वी. लाया।
13.) निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
हँसी जीवन की अनिवार्य आवश्यकता है। वह शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखती है। हमेसा हँसते रहने वाला व्यक्ति जीवन की परेशानियों को चुटकी में सुलझा लेता है। निराशा उसके पास नहीं फटकती है। हँसी पाचन शक्ति बढ़ाती है, रक्त के बहाव को संतुलित रखती है, मस्तिष्क को तनाव मुक्त करती है। डॉक्टरों का भी यही कहना है कि हँसो एक शक्तिशाली दवा होती है, जिससे व्यक्ति की सकारात्मक सोच विकसित होता है और बीमारियाँ पास नहीं फटकती है। मनुष्य जीवन का उद्देश्य केवल हँसना-हँसाना ही नहीं है बल्कि जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करना भी है। जीवन के लक्ष्य आसानी से नहीं मिलते हैं। हँसने-हंसाने वाला व्यक्ति आसानी से लक्ष्य प्राप्ति के मार्ग में आने वाली परेशानियों को झेल लेता है, उन्हें अपनी सकारात्मक सोच से दूर करने का प्रयास करता है और लक्ष्य की ओर पूरे आत्मविश्वास से कदम बढ़ाता है। कहा जाता है कि- ‘अपने शत्रु को हँसाओ उसकी आशा बढ़ेगी।
(क) जीवन की अनिवार्य आवश्यकता क्या है?
हँसी जीवन की अनिवार्य आवश्यकता है।
(ख) हमेशा हँसते रहने वाले व्यक्ति की क्या विशेषता होती है?
जो व्यक्ति हमेशा हंसता रहता है उसका शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहता है। उसकी परेशानियां चुटकी में वह सुलझा देता है। यह हंसते रहने वाले व्यक्ति की विशेषता होती है।
(ग) हँसी हमारे शरीर और मस्तिष्क को किस प्रकार स्वस्थ रखती है?
हंसी पाचन शक्ति बढ़ती है रक्त के भाव को संतुलित रखती है मस्तिष्क को तनाव मुक्त रखती है इस प्रकार हंसी हमारे शरीर और मस्तिष्क को स्वस्थ रखती है।
(घ) हँसी के बारे में डॉक्टरों का क्या कहना है?
डॉक्टर का यह कहना है की हंसी एक शक्तिशाली दवा होती है जिस व्यक्ति की सकारात्मक सोच विकसित होती है और बीमारी या पास नहीं भटकती।
(ङ) हँसी जीवन के लक्ष्य को पाने में किस प्रकार सहायक होती है?
हंसने हंसना वाला व्यक्ति आसानी से लक्ष्य प्राप्ति के मार्ग में आने वाली परेशानियों को झेल लेता है। उन परेशानियों को अपनी सकारात्मक सोच से दूर करने का प्रयास करता है और लक्ष्य की ओर पूरे आत्मविश्वास से बढ़ता रहता है।
आओ दोहराएँ
14.) निम्नलिखित शब्दों में से उपसर्ग और मूल शब्द अलग कीजिए-
शब्द | उपसर्ग | मूल शब्द |
अज्ञान | अ | ज्ञान |
अनुकरण | अनु | करण |
अधिकार | अधि | कार |
अपमान | अप | मान |
दुर्दशा | दूर् | दशा |
15.) दिए गए शब्द पढ़िए। इनमें जिस उपसर्ग से जुड़कर उचित शब्द बने, उस पर सही (✓) का निशान लगाइए-
(क) लाइलाज
(ख) अज्ञान
(ग) आजन्म
(घ) पराजय
(ङ) अवगुण
( च) अधपका
16.) निम्नलिखित शब्दों में उपसर्ग और प्रत्यय दोनों हैं। शब्दों में से उपसर्ग, मूल शब्द और प्रत्यय छाँटिए-
शब्द | उपसर्ग | मूल शब्द | प्रत्यय |
लापरवाही | ला | परवाह | ई |
निर्बलता | निर् | बल | ता |
असफलता | अ | सफल | ता |
निडरता | नि | डर | ता |
अपमानित | अप | मान | इत |
17.) निम्नलिखित शब्दों से भाववाचक संज्ञा बनाइए-
शब्द भाववाचक संज्ञा
(क) सज्जन सज्जनता
(ख) प्यासा प्यासा
(ग) चालाक चालकी
(घ) दानव दानवता
(ङ) पशु पशुता
(च) कुमार कौमार्य
आओ लिखें
18.) ‘कैसी हो शिक्षा’ विषय पर 100-150 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए-
शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो मनुष्य के बर्ताव में सुधार ला सके। सही और गलत में फर्क समझा सके। शिक्षा हमें सही आगे बढ़ाने की प्रेरणा देती है। हमें अलग-अलग विषय उनसे परिचित करवाती है। शिक्षा से ही हम अपने स्वभाव में सुधारना ला सकते हैं। प्रगति की ओर बढ़ सकते हैं। आज हमारी शिक्षा में सुधारना लाने की जरूरत है। क्योंकि हमें जो शिक्षा दी जा रही है उसे सिर्फ आगे जाकर हम नौकर बनेंगे। किसी न किसी के हाथ के नीचे ही काम करेंगे। हमें ऐसी शिक्षा देनी चाहिए जिससे यहां पर अनेक व्यवसायिक जन्म ले सके। छोटा ही क्यों ना हो लेकिन खुद का ही एक व्यवसाय हो। ऐसे शिक्षा हमें प्रदान करनी चाहिए। आज हमारे भारत में दो तरह के स्कूल है एक सरकारी स्कूल और दूसरा है प्राइवेट स्कूल। सरकारी स्कूल के बच्चे जब प्राइवेट स्कूल के बच्चों के सामने जाते हैं तो उनके सामने वह बौखला जाते हैं घबरा जाते हैं। क्योंकि उनके नैतिक मूल्यों का विकास नहीं हुआ होता है। अगर बच्चों के नैतिक मूल्यों का विकास करना है तो उन्हें किताबों के अलावा भी बहुत कुछ सीखना चाहिए। अलग-अलग गतिविधियों में उन्हें भाग लेने के लिए प्रति करना चाहिए। तभी हमारे देश के बच्चे आगे बढ़ पाएंगे।