DAV Class 8 Hindi Abhyas Sagar Solution Chapter 14 – बहू की विदा
DAV School Books Class 8 Hindi Abhyas Sagar Solution Chapter 14 बहू की विदा all Question Answer. DAV Class 8 Hindi Abhyas Sagar Textbook Chapter 14.
बहू की विदा
2.) अब आप अपनी ओर से सरल, संयुक्त व मिश्रित वाक्य के एक-एक उदाहरण लिखिए-
(क) सरल वाक्य –
मुझे बाजार जाना है।
(ख) संयुक्त वाक्य-
मैं जल्दी ही आऊंगा और आते वक्त किताबें लेकर आऊंगा।
(ग) मिश्रित वाक्य –
अगर तुम्हें पढ़ाई नहीं करनी थी तो पहले ही बता देते।
3.) नीचे दिए गए सरल वाक्यों में से उद्देश्य और विधेय छाँटकर लिखिए-
वाक्य | उद्देश्य | विधेय |
गौरी आ रही है। | गौरी | आ रही है। |
सब एक ही धातु के बने हैं। | सब | एक ही धातु के बने हैं। |
मेरा फैसला आखिरी है। | मेरा | फैसला आखिरी है। |
मेरी गाड़ी का समय हो रहा है। | मेरी | गाड़ी का समय हो रहा है। |
मुझे रुपए नहीं चाहिए। | मुझे | रुपए नहीं चाहिए। |
4.) नीचे दिए गए दो-दो वाक्यों को मिलाकर संयुक्त वाक्य लिखिए-
(क) (i) सोहन घर आया।
(ii) उसने खाना खाया।
सोहन घर आया और खाना खाया।
( ख) (i) आप मिठाई खाएँगे?
(ii) आप नमकीन खाएँगे?
आप मिठाई खाएंगे या नमकीन?
(ग) (i) वह दौड़ना चाहता था।
(ii) उसके पैर में चोट लगी हुई थी।
वह दौड़ना चाहता था लेकिन उसके पैर में चोट लगी थी।
(घ) (i) बारिश हो रही थी।
(ii) मेरे कपड़े भीग गए।
बारिश हो रही थी इस वजह से मेरे कपड़े भीग गए
(ङ) (i) वह मुझे नहीं जानता।
(ii) मैं उसे नहीं जानता।
वह मुझे और मैं उसे नहीं जानता।
5.) नीचे दिए गए संयुक्त वाक्यों में से योजक शब्द हटाकर उसे वो स्वतंत्र वाक्यों के रूप में लिखिए-
(क) उसने बहुत परिश्रम किया और वह कक्षा में प्रथम आया।
(i) उसने बहुत परिश्रम किया है।
(ii) वह कक्षा में प्रथम आया है।
(ख) सुबह हो गई थी और चिड़ियाँ चहचहा रही थीं।
(i) सुबह हो गई थी।
(ii) चिड़िया चहचहा रही थी।
(ग) वह गाना चाहता था किंतु उसका गला खराब था।
(i) वह गाना चाहता था।
(ii)उसका गला खराब था।
(घ) डॉक्टर ने रोगी को देखा और दवाई दी।
(i)डॉक्टर ने रोगी को देखा।
(ii) डॉक्टर ने रोगी को दवाई दे दी।
(ङ) रात अँधेरी थी और चारों ओर सन्नाटा छाया हुआ था।
(i) रात अँधेरी थी।
(ii)चारों ओर सन्नाटा छाया हुआ था।
6.) नीचे दिए गए मिश्र वाक्यों में से उदाहरण के अनुसार प्रधान मुख्य वाक्य और आश्रित वाक्य छाँटकर अलग कीजिए-
(क) माँ को पता चला कि यह फिल्म का गाना है।
प्रधान वाक्य – मां को पता चला
आश्रित वाक्य -यह फिल्म का गाना है।
(ख) मेरी वह साइकिल खो गई जो आप लाए थे।
प्रधान वाक्य – मेरी वह साइकिल खो गई
आश्रित वाक्य – जो आप लाए थे।
(ग) तय हुआ कि अन्य विशेषज्ञों की राय ले ली जाए।
प्रधान वाक्य – तय हुआ
आश्रित वाक्य – अन्य विशेषज्ञों की राय ले ली जाए।
(घ) मास्टरजी नाराज हो गए क्योंकि बच्चे शोर मचा रहे थे।
प्रधान वाक्य – मास्टरजी नाराज हो गए
आश्रित वाक्य -बच्चे शोर मचा रहे थे।
(ङ) नीना की नानी का देहांत हो गया, क्योंकि वे बहुत बीमार थीं।
प्रधान वाक्य – नीना की नानी का देहांत हो गया
आश्रित वाक्य – वे बहुत बीमार थीं।
(च) वह फ्रॉक सुंदर थी जिस पर सितारे लगे हुए थे।
प्रधान वाक्य – वह फ्रॉक सुंदर थी
आश्रित वाक्य – जिस पर सितारे लगे हुए थे।
7.) नीचे दिए गए वाक्यों को पढ़कर उनके सामने सरल, संयुक्त, मिश्रित वाक्य लिखिए-
वाक्य
(क) पिताजी की अच्छी-खासी नौकरी थी।
वाक्य भेद – सरल वाक्य
(ख) राकेश ने कहा कि कल हिंदी की परीक्षा है।
वाक्य भेद – मिश्रित वाक्य
(ग) मुझे पुस्तकें पढ़ने की चाट लग गई।
वाक्य भेद – सरल वाक्य
(घ) जब तुम पढ़ रहे थे तब मैं खेल रहा था।
वाक्य भेद – मिश्रित वाक्य
(ङ) रेहाना मुंबई भूमना चाहती थी किंतु उसकी परीक्षाएँ चल रही थीं।
वाक्य भेद – संयुक्त वाक्य
(च) सपना ने एक डरावना सपना देखा।
वाक्य भेद – सरल वाक्य
(छ) सभी बच्चे चाहते हैं कि उनके शिक्षक स्नेहपूर्ण व्यवहार करें।
वाक्य भेद – मिश्रित वाक्य
(ज) पुनीता ने फिल्म देखी और सो गई।
वाक्य भेद – संयुक्त वाक्य
(झ) शशि की वह पुस्तक फट गई जो उसके मामा लाए थे।
वाक्य भेद – मिश्रित वाक्य
(ञ) माताजी ने शोभा को डाँटा, क्योंकि वह खाना नहीं खा रही थी।
वाक्य भेद – मिश्रित वाक्य
8.) नीचे दिए गए वाक्यों को निर्देशानुसार बदलकर लिखिए-
(क) मुझे परीक्षा देनी है, इसलिए लखनऊ जा रही हूँ।
(सरल वाक्य में)
मैं परीक्षा देने के लिए लखनऊ जा रही हूं।
(ख) मैंने एक बहुत बीमार आदमी देखा। (मिश्र वाक्य में)
मैंने एक आदमी को देखा जो बहुत बीमार था।
(ग) रवि अच्छा खिलाड़ी होते हुए भी पढ़ने में तेज है।
(संयुक्त वाक्य में )
रवि अच्छा खिलाड़ी है और पढ़ने में भी तेज है।
(घ) सफेद गाय घास चर रही थी। (मिश्र वाक्य में)
जो गाय सफेद है वह घास चल रही थी।
(क) बच्चों ने खीर खाई और सो गए। (सरल वाक्य में)
बच्चे खीर खाकर सो गए।
आओ दोहराएं
9.) नीचे दिए गए वाक्यों में उचित निपात लगाकर रिक्त स्थान भरिए-
(क) रमेश ……………………. फल खाता है।
रमेश केवल फल खाता है।
(ख) हमारे मुंबई जाने में ……………………. तीन दिन रह गए हैं।
हमारे मुंबई जाने में सिर्फ तीन दिन रह गए हैं।
(ग) मुझे ……………………………………. अपने दोस्त के साथ जाना है।
मुझे अपने दोस्त के साथ जाना है।
(घ) वह ……………………. दिन-रात पढ़ता है।
वह तो दिन-रात पढ़ता है।
(ङ) दादी ने आते …………………….. मुझे गले लगा लिया।
दादी ने आते ही मुझे गले लगा लिया।
10.) नीचे लिखी काव्य पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकारों के नाम बताइए-
(क) रघुपति राघव राजा राम ।
अनुप्रास अलंकार
(ख) शशि मुख पर घूँघट डाले।
रूपक अलंकार
(ग) लघु तरणि हंसिनी-सी सुंदर ।
उपमा अलंकार
(घ) ज्यों निकलकर बादलों की गोद में थी अभी एक बूँद कुछ आगे बढ़ी।
उत्प्रेक्षा अलंकार
11.) कोष्ठक में दिए गए शब्द के समान अर्थ वाले शब्द से वाक्यों को पूरा कीजिए-
(क) अन्याय को ……………….. (बर्दाश्त) नहीं करना चाहिए।
अन्याय को सहन नहीं करना चाहिए।
(ख) चोरों ने ………………………… (अवसर) देख सारे सामान पर हाथ साफ कर दिया।
चोरों ने वक्त देख सारे सामान पर हाथ साफ कर दिया।
(ग) उन्होंने उसके ……………………….. (खिलाफ़) मोर्चा बाँध लिया।
उन्होंने उसके विरुद्ध मोर्चा बाँध लिया।
(घ) बच्चे उत्साहित होकर ………………………….. (जवाब) दे रहे थे।
बच्चे उत्साहित होकर उत्तर दे रहे थे।
12.) नीचे दिए गए विशेषण और विशेष्यों का उचित मिलान कीजिए-
विशेषण विशेष्य
हँसमुख दहेज़
अधिक गौरी
बड़ा कमरा
लाचार घाव
गहरा प्रमोद
उत्तर –
विशेषण विशेष्य
हँसमुख प्रमोद
अधिक दहेज़
बड़ा कमरा
लाचार गौरी
गहरा घाव
13.) निम्नलिखित मुहावरों का वाक्यों में इस प्रकार प्रयोग कीजिए कि उनका अर्थ स्पष्ट
(क) नाम को धब्बा लगना
वाक्य – राजेश ने ऐसा काम किया कि उसकी मां पापा के नाम को धब्बा लग गया।
(ख) घाव हरा होना
वाक्य – चाचा ने कुछ ऐसी बात कह दी की दादा का घाव हरा हो गया।
(ग) नाक वाला होना
वाक्य – नाक वाले हमेशा अपनी नाक ऊंची करके चलते है।
(घ) दंग रह जाना
वाक्य – मेरा आकाश का दिल देखने में दंग रह गई।
(ङ) तिल का ताड़ बनाना
वाक्य – बात छोटी सी थी लेकिन चाचा ने उसके तिल का ताड़ बना दिया
(च) आँखें खुलना
वाक्य – सोहन को परीक्षा में कम अंक मिलने के बाद उसकी आंखें खुल गई।
आओ लिखें
14.) दहेज़ प्रथा एक सामाजिक कुरीति’ विषय पर 100-150 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए-
दहेज हमारे समाज में एक सामाजिक कुरीति बन गई है। मां बाबा अपने बच्ची को प्यार से बड़ा करते है। उसकी शिक्षा, उसे बड़ा करने के लिए उस पर खर्च करते हैं। और जब उसकी जब शादी करने का वक्त आता है तब उसे उसके घर वालों को बहुत दहेज देना पड़ता है। दहेज देना एक प्रथा बन चुकी है। दहेज देने के बाद भी लड़के वालों को संतुष्टि नहीं मिलती। वह लड़की के घर वालों को हमेशा प्रताड़ित करते ही रहते हैं। अगर दहेज नहीं दिया जाता तो लड़की की शादी नहीं होती आजकल तो जितनी ज्यादा लड़की पढ़ लेती है उतना ही ज्यादा दहेज देना पड़ता है। इस वजह से लड़कीयों के संख्या में भी कमी आ गई है। लड़की के पिता लड़की की शादी के लिए बहुत चिंतित रहते हैं। अगर लड़का समझदार हो तो वह निश्चित हो जाते हैं। लेकिन अगर लड़का समझदार ना हो और लड़की को हमेशा दहेज के लिए प्रताड़ित करता रहे तो लड़की के माता-पिता हमेशा ही चिंतित रहते हैं। दहेज लेना और दहेज देना यह कानून अपराध बन गया है लेकिन इसका पालन होते हुए हमें आसपास नहीं दिखाई देता। इस कायदे का कठोरता से पालन किया जाना चाहिए और इसकी शुरुआत हमें अपने से ही करनी होगी। अगर इस कायदे का पालन किया जाए तो बहुत से मां-बाप निश्चित हो जायेंगे। लड़की बोझ नहीं समझी जाएगी।