NCERT Class 9 Hindi Sparsh Bhaag 1 Eleventh Chapter Dohe Exercise Question Solution
दोहे
(1) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए —
(क) प्रेम का धागा टूटने पर पहले की भाँति क्यों नहीं हो पाता?
Ans :- प्रेम का धागा टूटने पर फिर से उसे दुबारा जोड़ा जाए तो उसमे गाँठ पड़ जाती है। इसमें अविश्वास की दरार पड़ जाती है। वह पहले की तरह नहीं जुड़ पाती।
(ख) हमें अपना दुःख दूसरों पर क्यों नहीं प्रकट करना चाहिए? अपने मन की व्यथा दूसरों से कहने पर उनका व्यवहार कैसा हो जाता है?
Ans :- हमें अपना दुःख दूसरों को बताना नहीं चाहिए क्योकिं अपना दुःख दुसरो को बताना से कोई लाभ नहीं। लोग उसका मजाक उड़ाते है।
(ग) रहीम ने सागर की अपेक्षा पंक जल को धन्य क्यों खा है?
Ans :- रहीम ने सागर की अपेक्षा पंक जल को धन्य इसलिए कहा है क्योंकि वो पुरे पृथ्वी का प्यास बुझाता है। सागर विशाल होने के बाद भी किसी की प्यास नहीं बुझा पाता।
(घ) एक को साधन से सब कैसे सध जाता है?
Ans :- कवि की मानना है कि भगवान एक है। उसकी ही साधना करनी चाहिए। जैसे जड़ को सींचने से फल फूल मिल जाते हैं उसी तरह एक तरह एक भगवन को पूजने से सभी काम सफल हो जाते हैं।
(ङ) जलहीन कमल की रक्षा सूर्य भी क्यों नहीं कर पाता?
Ans :- जलहीन कमल की रक्षा सूर्य भी नहीं कर पाता क्योंकि जलहीन कमल की कोई सामर्थ नहीं होता।
(च) अवध नरेश को चित्रकूट क्यों जाना पड़ा?
Ans :- अवध नरेश को अपने पिता के वचन को निभाने के लिए चित्रकूट जाना पड़ा।
(छ) ‘नट‘ किस कला में सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है?
Ans :- ‘नट’ कुंडली कला में सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है।
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(ज) ‘मोती , मानुष , चुन‘ के संदर्भ में पानी के महत्व को स्पष्ट कीजिए।
(2) निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए —
(क) टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परइ जाय।
(ख) सुनी अठिलैहैं लोग सब, बाँठि न लैहैं कोय।
(ग) रहिमन मूलहिं सींचिबो, फुलै फलै अघाय।
(घ) दीरघ दोहा अरध के, आखर थोरे आहिं।
(ङ) नाद रीझि तन देत मृग, नर धन हेत समेत।
(च) जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तरवारि।
(छ) पानी गए न ऊबरै, मोती, मानुष, चुन।
(3) निम्नलिखित भाव को पाठ में किन पंक्तियों द्धारा अभिव्यक्त किया गया हे –
(क) जिस पर विपदा पड़ती है वही इस देश में आता है।
Ans:- जा पर बिपदा पड़त है , सो आवत यह देस।
(ख) कोई लाख कोशिश करे पर बिगड़ी बात फिर बन नहीं सकती।
Ans:- बिगरी बात बनै नहीं , लाख करौ किन कोय।
(ग) पानी के बिना सब सुना है अत: पानी अवश्य रखना चाहिए।
Ans:- रहिमन पानी रखिए , बिनु पानी सब सुन।
(4) उदाहरण के आधार पर पाठ में आए निम्नलिखित शब्दों के प्रचलित रूप लिखिए —
उदाहरण : कोय – कोई , जे — जो
ज्यों — कुछु —
नहीं — कोय —
धनी — आखर —
जिय — थोरे —
होय — माखन —
तरवारि — सींचिबो —
मूलहिं — पिअत —
पिआसो — बिगरी —
आवे — सहाय —
ऊबरे — बिनु —
बिथा — अठिलैहैं —
परिजाय —
Ans :- ज्यों — जैसे, कुछू — कुछ
नहि — नहीं, कोय — कोई
धनी — धन्य, आखर — अक्षर
जिय — जी, थोरे — थोड़े
होय — होना, माखन — माक्खन
तरवारि — तलवार, सींचिबो — सींचना
मूलहिं — मूल को, पिअत — पीना
पिआसो — प्यासा, बिगरी — बिगड़ी
आवे — आए, सहाय — सहायक
ऊबरे — उबरना, बिनु — बिना
बिथा — व्यथा, अठिलैहैं — हँसी उड़ाना
परिजाय — पड़ जाए
योग्यता – विस्तार
(1) ‘सुई की जगह तलवार काम नहीं आती ‘ तथा बिन पानी सब सुन‘ इन विषयों पर कक्षा में परिचर्चा कीजिए।
(2) ‘चित्रकूट‘ किस राज्य में स्थित है, जानकारी प्राप्त कीजिए।
परियोजना कार्य
निति संबंधी अन्य कवियों के दोहे / कविता एकत्र कीजिए और उन दोहों / कविताओं को चार्ट पर लिखकर भित्ति पत्रिका पर लगाइए।
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