Lakh Ki Chudiyan Extra Questions and Answers Class 8 Hindi Vasant Chapter 2 Prepared by Hindi Expert Teacher.
Lakh Ki Chudiyan Extra Questions and Answers Class 8 Hindi Vasant
Class |
8 |
Book Title |
Vasant |
Chapter |
2 |
Chapter Name |
Lakh Ki Chudiyan |
Topic |
Extra Questions and Answers |
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परिच्छेद पढ़ो, और दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखो।
यह कार्य सदा ही एक मचिये पर बैठकर किया करता था जो बहुत ही पुरानी थी। बगल में ही उसका हुक्का रखा रहता जिसे वह बीच-बीच में पीता रहता। गाँव में मेरा दोपहर का समय अधिकतर बदलू के पास बीतता। वह मुझे ‘लला’ कहा करता और मेरे पहुँचते ही मेरे लिए तुरंत एक मचिया मँगा देता। मैं घंटों बैठे-बैठे उसे इस प्रकार चूड़ियाँ बनाते देखता रहता। लगभग रोज ही वह चार-छह जोड़े चूड़ियाँ बनाता। पूरा जोड़ा बना लेने पर वह उसे बेलन पर चढ़ाकर कुछ क्षण चुपचाप देखता रहता मानो वह बेलन न होकर किसी नव-वधू की कलाई हो।
1.) चूड़ियां बनाते वक्त बदलू बीच-बीच में क्या पीता रहता था?
चूड़ियां बनाते वक्त बदलू बीच-बीच में हुक्का पिता रहता था।
2.) बदलू लेखक को क्या कह कर पुकारता था?
बदलू लेखक को लला कहकर पुकारता था।
3.) लेखक बदलू के पास घंटों बैठकर क्या देखता रहता था?
लेखक बदलू के पास घंटों बैठकर चूड़ियां देखता रहता था।
4.) बेलन पर चढ़ाई गई चूड़ियां बदलू को कैसी लगती थी?
बेलन पर चढ़ाई गई चूड़ियां बेलन पर न होकर किसी नव वधु के हाथ में हो ऐसी बदलू को लगती थी।
5.) जब लेखक बदलू के पास पहुंच जाता तब बदलू बैठने के लिए लेखक को कौन सी चीज देता था?
जब लेखक बदलू के पास बहुत ज्यादा तब बदलू बैठने के लिए लेखक को माचिया देता था।
प्र.) 1 रिक्त स्थानों की पूर्ति करे।
1.) मकान के सामने बड़ा सा आसान था जिसमें एक पुराना ……………………….. का वृक्ष लगा था।
मकान के सामने बड़ा सा आसान था जिसमें एक पुराना नीम का वृक्ष लगा था।
2.) गांव में मेरा दोपहर का समय अधिकतर …………………………. के पास बितता।
गांव में मेरा दोपहर का समय अधिकतर बदलू के पास बितता।
3.) जीवन भर चाहे कोई उसे मुफ्त ………………………….. ले जाए परंतु विवाह के अवसर पर वह सारी कसर निकाल लेता था।
जीवन भर चाहे कोई उसे मुफ्त चूड़ियां ले जाए परंतु विवाह के अवसर पर वह सारी कसर निकाल लेता था।
4.) यदि संसार में बदलू को किसी बात से चीड़ थी तो वह …………………………. की चूड़ियों से।
यदि संसार में बदलू को किसी बात से चीड़ थी तो वह कांच की चूड़ियों से।
5.) बदलू वही ………………………….. पर नीम के नीचे एक खाट पर लेटा था।
बदलू वही चबूतरे पर नीम के नीचे एक खाट पर लेटा था।
6.) लेकिन कांच बड़ा ………………………… होता है।
लेकिन कांच बड़ा खतरनाक होता है।
7.) मुझे भी दिन याद हो आए जब वह मेरे लिए …………………….. बचा कर रखता था।
मुझे भी दिन याद हो आए जब वह मेरे लिए मलाई बचा कर रखता था।
प्र.) 2 एक-एक वाक्य में उत्तर लिखो।
1.) सारे गांव में लेखक को कौन सा आदमी अच्छा लगता था और क्यों?
सारे गांव में लेखक को बदलू यह आदमी अच्छा लगता था क्योंकि वह लेखक को सुंदर-सुंदर लाख की गोलियां बना कर देता था।
2.) लेखक बदलू को बदलू चाचा न कहकर बदलू मामा क्यों कहता था?
लेखक बदलू को बदलू मामा ने कहकर बदलू चाचा कहता था क्योंकि गांव के सभी बच्चे बदलू को इसी नाम से पुकारते थे।
3.) बदलू चूड़ियां बनाने का कार्य किस पर बैठकर करता था?
बदलू चूड़ियां बनाने का कार्य एक मचिये पर बैठकर करता था।
4.) बदलू चिड़िया किस तरह से बेचता था?
बदलू चूड़ियों के बदले कभी पैसे नहीं लेता था। वह लोगों से अनाज लेता था और उसके बदले चूड़ियां देता था।
5.) संसार में बदलू को किस बात से चीड़ थी?
संसार में बदलू को कांच की चूड़ियों से चीड़ थी।
6.) लेखक छुट्टी में किसके घर चला जाता था?
लेखक छुट्टी में अपने मां के घर चला जाता था।
7.) बदलू ने आखिरी चूड़ियों का जोड़ा किसके लिए बनाया था?
बदलू ने आखिरी जोड़ा जमींदार साहब की बेटी के विवाह पर बनाया था।
8.) लेखक ने कई सालों बाद जब बदलू को देखा तो बदलू की अवस्था कैसी थी?
लेखक ने जब कई सालों बाद बदलू को देखा तो बदलू का शरीर ढल चुका था उसके हाथों और माथे पर नसे उभर आई थी।
प्र.) 3 दिए गए प्रश्नों के उत्तर चार से पांच वाक्य में लिखो।
1.) लेखक को छुट्टीयों में अपने मामा के गांव जाना अच्छा क्यों लगता था?
लेखक को छुट्टियों में अपने मामा के गांव जाना अच्छा लगता था। पूरे गांव में उसे बदलू नाम का आदमी अच्छा लगता था। क्योंकि बदलू लेखक को सुंदर-सुंदर लाख की गोलियां बना कर देता था। जब लेखक गांव से शहर में लौटता था तब उसके पास बहुत सारे रंगी बिरंगी गोलियां होती थी जो किसी भी बच्चे का मन मोह लेती थी।
2.) बदलू लाख की चिड़िया किस तरह से और कहां पर तैयार करता था?
बदलू का मकान कुछ उंचे पर बना था। उसे मकान के सामने एक सहन था जिसमें एक पुराना नीमका वृक्ष लगा था। बदलो इस नीम के पेड़ के नीचे बैठता था और अपना काम किया करता था। उसी के बगल में भट्टी देखते रहती थी। जिसमें बदलो लाख पर गला कर चूड़िया तैयार करता था। जब लाख पिघलती थी उसके मुलायम होने पर उसे सलाख के समान पतला करके चूड़ियों का आकार वह देता था।
3.) लेखक बदलू के घर पर जाकर क्या देखता रहता?
गांव में जब लेखक जाता था तो दोपहर के समय अधिकतर लेखक बदलू के पास रहता था। बदलू लेखक को लला कहता था। जब लेखक बदलू के पास जाता था तब वह तुरंत एक मचिया मंगा देता था। उस मचीये पर बैठकर लेखक बदलू जो चूड़ियां बनाता है उसी को देखता रहता।
4.) बदलू जो चूड़ियां बनाता था उसकी खपत कहां पर और किस तरह से हो जाती थे?
चूड़ियां बनाना बदलू का पैतृक पैसा था। वह वास्तव में भी बहुत सुंदर चुड़िया बनाता था। बदलू जिस गांव में रहता था उस गांव की सभी स्त्रियों के पास और आसपास के गांव के भी कई लोग बदलू के पास से चूड़ियां ले जाते थे। लेकिन बदलू कभी भी पैसों के बदले चूड़ियां नहीं देता था। उसने वस्तु विनिमय का तरीका अपनाया था वह अनाज लेता और उसके बदले चूड़ियां दे देता था।
5.) बदलू को किस बात से चढ़ थी?
बदलू सुंदर-सुंदर लाख की चूड़ियां बनाता था। वह जो चूड़ियां बनाता था उसकी खपत उसके गांव में और उसके आसपास के गांव में भी हो जाती थी। बदलो कभी-कभी लाख की चूड़ियां ऐसे ही देता था। उसके बदले ना अनाज लेता था ना ही पैसे। लेकिन संसार में बदलू को अगर किसी बात से चीड़ थी तो वह थी कांच की चूड़ियों से। अगर किसी के भी हाथ में वह कांच की चूड़ियां देखा था तो वह अंदर ही अंदर कूदने लगता था और सामने वाले को दो-चार बातें भी सुना देता।
6.) बदलू लेखक की खातिरदारी किस प्रकार करता था?
बदलो लेखक की अच्छी खासी खातेदारी करता था। जिन दिनों उसकी गाय के दूध होता था उसे वक्त बदलू सदा ही लेखक के लिए मलाई बचा कर रखता था। जब आम की फसल हो तो लेखक बदलू के यहां से दो चार आम ले ही लेता था। लेकिन इस सबसे परे बदलू लेखक को इस वजह से अच्छा लगता था क्योंकि वह रोज ही लाख की रंगीन गोलियां लेखक के लिए बना देता।
7.) जब 8-10 वर्षों के बाद लेखक अपने मामा के गांव गया तो लेखक को बदलू की याद किस वजह से आ गई?
लेखक के पिता की बलि एक दूर शहर में हो गई। इस वजह से लेखक 8-10 वर्षों के बाद अपने मामा से मिलने गया। जब वह अपने मामा से मिलने गया था तब लेखक इतना बड़ा हो गया कि उसकी रुचि अब रंगीन गोलियों में नहीं रही थी। इस वजह से गांव में रहकर भी उसे बदलू काका का ध्यान नहीं आया। इस बीच लेखक ने देखा कि गांव के स्त्रियों के हाथ में लाख की चूड़ियां ना होते हुए कांच की चूड़ियां है। इस वक्त लेखक के मामा की छोटी लड़की आंगन में फिसल कर गिर गई और उसके हाथ में जो कांच की चूड़ियां थी वह टूटकर उसके कलाई में घुस गई इस वजह से उसके हाथ से खून बहने लगा। इस वजह से लेखक को बदलू का ध्यान आया
प्र.) 4 पाठ से व्यक्तिवाचक जातिवाचक और भाववाचक संज्ञा जिस वाक्य में हो ऐसे एक-एक वाक्य लिखो।
व्यक्तिवाचक संज्ञा
1.) माफ करना लला तुम्हें आम खिलाना भूल गया था।
जातिवाचक संज्ञा
2.) बदलू स्वभाव से बहुत सीधा था।
भाववाचक संज्ञा
3.) मुझे प्रसन्नता हुई कि बदलू ने हार कर भी हार नहीं मानी थी।
प्र.) 5 दिए गए वाक्यों में से संज्ञा पहचान कर लिखो और उस संज्ञा का भेद भी लिखो।
1.) क्योंकि वह मुझे सुंदर-सुंदर लाख की गोलियां बना कर देता था।
संज्ञा – सुंदर-सुंदर
भेद – भाववाचक संज्ञा
2.) मकान के सामने पुराना नीम का वृक्ष लगा था।
संज्ञा -नीम
भेद – व्यक्तिवाचक संज्ञा
3.) रोज ही उसके यहां से मैं दो-चार आम खाता था।
संज्ञा – आम
भेद – व्यक्तिवाचक संज्ञा
4.) नमस्ते, बदलू काका!
संज्ञा – बदलू
भेद – व्यक्तिवाचक संज्ञा
5.) शहरी ठहरे न तुम!
संज्ञा – शहरी
भेद – जातिवाचक संज्ञा
परिच्छेद पढ़ो और पूछे गए प्रश्नों का उत्तर लिखो।
गाय तो अच्छी है न काका? मैंने पूछा।
गाय कहाँ है, लला! दो साल हुए बेच दी। कहाँ से खिलाता?
इतने में रज्जो, उसकी बेटी, अंदर से एक डलिया में ढेर से आम ले आई।
यह तो बहुत हैं काका! इतने कहाँ खा पाऊँगा? मैंने कहा।
वाह-वाह! वह हँस पड़ा, शहरी ठहरे न! मैं तुम्हारी उमर का था तो इसके चौगुने आम एक बखत में खा जाता था।
आप लोगों की बात और है। मैंने उत्तर दिया।
अच्छा, बेटी, लला को चार-पाँच आम छाँटकर दो। सिंदूरी वाले देना। देखो लला कैसे हैं? इसी साल यह पेड़ तैयार हुआ है।
रज्जो ने चार-पाँच आम अंजुली में लेकर मेरी ओर बढ़ा दिए। आम लेने के लिए मैंने हाथ बढ़ाया तो मेरी निगाह एक क्षण के लिए उसके हाथों पर ठिठक गई। गोरी गोरी कलाइयों पर लाख की चूड़ियाँ बहुत ही फब रही थीं।
बदलू ने मेरी दृष्टि देख ली और बोल पड़ा, यही आखिरी जोड़ा बनाया था जमींदार साहब की बेटी के विवाह पर। दस आने पैसे मुझको दे रहे थे। मैंने जोड़ा नहीं दिया। कहा, शहर से ले आओ।
मैंने आम ले लिए और खाकर थोड़ी देर पश्चात चला आया। मुझे प्रसन्नता हुई कि बदलू ने हारकर भी हार नहीं मानी थी। उसका व्यक्तित्व काँच की चूड़ियों जैसा न था कि आसानी से टूट जाए।
एक एक वाक्य में उत्तर लिखो।
1.) काका के घर में कौन कौन रहता था?
काका के घर में काका और उनकी बेटी रहती थी।
2.) लेखक ने गाय के बारे में क्यों पूछा?
लेखक ने गाय के बारे में काका से इसलिए पूछा क्योंकि शुरुआत में जब लेखक छोटे थे और काका के घर आते थे तब वहां पर काका और उनकी बेटी के साथ-साथ एक गाय भी रहती थी।
3.) लाख की चूड़ियां किसकी हाथों में फब रही थी?
लाख की चूड़ियां रज्जो के हाथो में फब रही थी।
4.) जमीनदार साहब लाख की चूड़ियों के बदले काका को कितने रुपए दे रहे थे?
जमीनदार साहब लाख की चूड़ियों के बदले काका को दस आने दे रहे थे।
5.) लेखक को क्यों खुशी हुई?
बदलू काका ने हारकर भी हार नहीं मानी थी। इस वजह से लेखक को खुशी हुई।
दिए गए वाक्य किसने किससे कहे लिखो।
1.) गाय तो अच्छी है न काका?
लेखक ने बदलू काका से पूछा
2.) मैं तुम्हारी उमर का था तो इसके चौगुने आम एक बखत में खा जाता था।
बदलू काका ने लेखक से कहा।
3.) दस आने पैसे मुझको दे रहे थे। मैंने जोड़ा नहीं दिया।
बदलू काका ने लेखक से कहा।
पाठ से आगे
प्र.) 7 दिए गए प्रश्नों के पांच से छह वाक्य में उत्तर लिखो।
1) छुट्टी हो मैं आपको किस जगह जाना पसंद है लिखो।
छुट्टी में हमें अपने मामा के गांव जाना बहुत पसंद है। क्योंकि मामा का गांव शेरों से दूर है। वहां पर्यावरण की सानिध्य में रहते हैं। गांव में नदी, पेड़, पौधे, जंगल ऐसे बहुत सारी पर्यावरणीय सुंदरता हमें देखने के लिए मिलती है। हम सुबह-सुबह उठकर के नदी में नहाने के लिए जाते हैं। घर जाकर मामी हमें नाश्ता दे देती है। इसके बाद हम मामा के बच्चों के साथ और आसपास के बच्चों के साथ भी बहुत खेलते हैं। शाम को सारे बच्चे गांव में घूमने के लिए जाते हैं। इस तरह से हमारी सारी छुट्टी बीत जाती है।
2.) आज कल बाजार में किस प्रकार की चूड़ियां मिलती है?
आज कल बाजार में अनेक तरह की चूड़ियां मिलती है कांच की, ऑक्साइड की, प्लास्टिक की। लेकिन लाख की चूड़ियां नहीं मिलती और बाजार में चूड़ियां मिलती है वह लाख की चूड़ियों जैसी टिकाऊ भी नही होती। सिर्फ रंगबिरंगी और अलग अलग डिजाइन की वह चूड़ियां होती है। लेकिन यह चुडिया बहुत नाजुक और हानिकारक भी होती है।
3.) आपके गांव में कौन कौन से व्यवसाय किए जाते हैं?
हमारे गांव में अलग अलग तरह के व्यवसाय किए जाते हैं। जैसे कि – मटकी बनाना, हाथ से घरों के दीवारों पर कलाकारी करना, मूर्तियां बनाना, सिलाई बुनाई करना, खेती करना, दही – दूध दूसरी जगह जाकर बेचना, बागकम करना। गांव में फल और फूलों का उत्पादन बहुत होता हैं इस वजह से कई लोग गांव के बाहर जाकर फूल बेचते हैं तो कई लोग फलों के अलग अलग प्रकार के ज्यूस निकलते है। इस प्रकार हमारा गांव समृद्ध है।
4.) आप बड़े होकर गांव में जाकर कौन से व्यवसाय करने चाहेंगे? क्यों?
हम बड़े होकर गांव में खेती करना चाहेंगे। क्यों की आज कल सारे जवान लोग बड़े होते ही गांव से दूर शहर जाकर नौकरियां करने लगते है। कोई खेती नहीं करना चाहता। अगर ऐसा रहा तो हमारे देश में अनाज की कमी महसूस होगी। कई लोग भूखे रहेंगे। इसके साथ साथ मुझे खेती करना बहुत पसंद है और गांव का पर्यावरण भी मुझे अच्छा लगता है। इसी लिए मैं बड़ा होकर खेती यह व्यवसाय करना चाहूंगा।
5.) मशीनों की उपलब्धि की वजह से अनेक व्यवसाय बंद पड़ गए इसके ऊपर आपकी क्या राय है?
अलग-अलग तरह के मशीनों की उपलब्धि की वजह से गांव में कई सारे व्यवसाय बन पड़ गए। गांव में कई सारे लोग ऐसे थे जो व्यवसाय करके अपना जीवन बिता देते थे। इसी व्यवसाय पर उनका जीवन निर्भर था। लेकिन मशीनों के आने से उनके हाथ के बनाए गए वस्तुओं को कोई खरीद नहीं रहा था। क्योंकि हाथ से बनी वस्तुएं थोड़ी कीमती होती है। और लोगों को सस्ती वस्तुएं चाहिए पोस्ट ऑफिस के साथ-साथ मशीन हो की वजह से वस्तुओं का निर्माण वक्त से पहले होने लगा और बहुत सारी वस्तुएं बाजार में उपलब्ध होने लगी। लेकिन जो हाथ से वस्तुएं बनाते हैं उन्हें वस्तुएं बनाने में देर लगती है इस वजह से गांव के अनेक व्यवसाय बंद पड़ गए।
6.) क्या आप अपने दोस्त को लेकर गांव में जाकर रहने और व्यवसाय करने के लिए कहेंगे? क्यों?
हां। मैं अपने दोस्तों को गांव में जाकर व्यवसाय करने के लिए कहूंगा और तैयार भी करूंगा। अधिक समृद्ध पूर्ण होता है तो वहां के पर्यावरण से जुड़ जाते हो इसकी वजह से आपका शरीर स्वस्थ और तंदुरुस्त रहता है। गांव में बहुत शांति होती है। इस वजह से हम भी तनाव में नहीं रहते।
प्र.) 8 मेरा गांव इसके ऊपर निबंध लिखें।
मेरा गांव शहर से बहुत दूर है। जब छुट्टियां होती है तो मैं मेरे गांव में हमेशा जाता हूं। क्योंकि मुझे शहरों से ज्यादा गांव में जाना पसंद है। वहां जाकर रहना वहा के प्रकृति के साथ घुल मिल जाना नदी में तैरना पेड़ों पर चढ़कर फल निकलना यह सब मुझे बहुत पसंद आता है। इस वजह से जब भी छुट्टी आती है तब मैं मेरे गांव में जाने का प्रयास करता हूं।
मेरे मम्मी पापा को मेरी यह सारे बातें पता है इस वजह से बच्चे मुझे कभी गांव में जाने के लिए नहीं रुकते। जब भी छुट्टियां लगती है तब मैं मेरे गांव में जाता हूं। मेरे मामा किस है खेती करते हैं। जब भी मैं गांव जाता हूं तो खेती करने में उनकी मदद जरूर करता हूं। सुबह-सुबह उठना, सैर के लिए जाना, नदी में जाकर स्नान करना, उसके बाद मामा की मदद कर देना यह बात सारी बातें मुझे बहुत पसंद आती है। मेरे गांव में भी मेरे बहुत सारे दोस्त बन गए हैं उनके घर जाकर भी उनके घर के बड़ों से मैं बहुत कुछ सीखता हूं। गांव में बहुत स्वच्छता है। गांव के लोग गांव स्वच्छ रहे इस लिए हमेशा प्रयत्न करते हैं। वे कभी भी कूड़ा कचरा रास्ते पर नहीं फेंकते। गंदगी साफ करते हैं। इस वजह से गांव। हमेशा स्वच्छ रहता है।
गांव में एक बहुत बड़ा मंदिर है जहा पर सुबह शाम आरती होती है। वहा का प्रशाद अच्छा होता है। जब तक मैं गांव में रहता हूं तब तक हर रोज आरती के लिए जाता हूं।
मुझे मेरा गांव इस वजह से अच्छा लगता है। अगर बड़े होकर मुझे मेरे गांव में रहने मिल जाए तो मै हमेशा यही आकर रहूंगा।
Hope above Lakh Ki Chudiyan Extra Questions will help you.
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