Kya Nirash Hua Jaye Extra Questions and Answers Class 8 Hindi Vasant Chapter 7 Prepared by Hindi Expert Teacher.
Kya Nirash Hua Jaye Extra Questions and Answers Class 8 Hindi Vasant
Class |
8 |
Book Title |
Vasant |
Chapter |
7 |
Chapter Name |
Kya Nirash Hua Jaye |
Topic |
Extra Questions and Answers |
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अ.) परिच्छेद पढ़े और दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखो।
मेरा मन कभी-कभी बैठ जाता है। समाचार-पत्रों में ठगी, डकैती, चोरी, तस्करी और भ्रष्टाचार के समाचार भरे रहते हैं। आरोप-प्रत्यारोप का कुछ ऐसा वातावरण बन गया है कि लगता है, देश में कोई ईमानदार आदमी ही नहीं रह गया है। हर व्यक्ति संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है। जो जितने ही ऊँचे पद पर हैं उनमें उतने ही अधिक दोष दिखाए जाते हैं।
एक बहुत बड़े आदमी ने मुझसे एक बार कहा था कि इस समय सुखी वही है जो कुछ नहीं करता। जो कुछ भी करेगा उसमें लोग दोष खोजने लगेंगे। उसके सारे गुण भुला दिए जाएँगे और दोषों को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जाने लगेगा। दोष किसमें नहीं होते? यही कारण है कि हर आदमी दोषी अधिक दिख रहा है, गुणी कम या बिलकुल ही नहीं। स्थिति अगर ऐसी है तो निश्चय ही चिंता का विषय है।
1.) हर कोई किसी दूसरे व्यक्ति को किस दृष्टि से देखता है?
हर कोई किसी दूसरे व्यक्ति को संदेह की दृष्टि से देखता है।
2.) समाचार पत्र में किस तरह के समाचार भरे रहते हैं?
समाचार पत्र में ठगी, डकैती, चोरी, भ्रष्टाचार, तस्करी इसी तरह के समाचार भरे रहते हैं।
3.) एक बहुत बड़े आदमी ने लेखक से क्या कहा था?
जो कुछ नही करता वही इस समय सुखी है ऐसा एक बहुत बड़े आदमी ने लेखक से कहा था।
4.) लोग किस मे दोष खोजने लगते हैं?
जो व्यक्ति कुछ न कुछ करता रहता है लोग उसमें दोष खोजने लगते हैं।
5.) लेखक का मन कभी कभी बैठ क्यों जाता हैं?
लेखक का मन कभी कभी बैठ जाता है क्यों कि वे समाचार पत्रों में सारी बुरी खबरें पढ़ते हैं। उन्हें लगता हैं कि कोई ईमानदार नही रहा।
6.) सुखी आदमी कौन है?
जो आदमी कुछ भी नहीं करता वह सबसे सुखी आदमी है।
7.) चिंता का विषय कौन सा है?
अगर हमें सारे लोगों में सिर्फ दोष ही नजर आए तो यह चिंता का विषय है।
आ.) नीचे दिए गए परिच्छेद को पढ़े और उसके नीचे दिए गए हुए प्रश्नों के उत्तर लिखें।
मैं भी बहुत भयभीत था पर ड्राइवर को किसी तरह मार-पीट से बचाया। डेढ़-दो घंटे बीत गए। मेरे बच्चे भोजन और पानी के लिए व्याकुल थे। मेरी और पत्नी की हालत बुरी थी। लोगों ने ड्राइवर को मारा तो नहीं पर उसे बस से उतारकर एक जगह घेरकर रखा। कोई भी दुर्घटना होती है तो पहले ड्रावइर को समाप्त कर देना उन्हें उचित जान पड़ा। मेरे गिड़गिड़ाने का कोई विशेष असर नहीं पड़ा। इसी समय क्या देखता हूँ कि एक खाली बस चली आ रही है और उस पर हमारा बस कंडक्टर भी बैठा हुआ है। उसने आते ही कहा, “अड्डे से नई बस लाया हूँ, इस बस पर बैठिए। वह बस चलाने लायक नहीं है।” फिर मेरे पास एक लोटे में पानी और थोड़ा दूध लेकर आया और बोला, “पडित जी! बच्चों का रोना मुझसे देखा नहीं गया। वहीं दूध मिल गया, थोड़ा लेता आया।” यात्रियों में फिर जान आई। सबने उसे धन्यवाद दिया। ड्राइवर से माफ़ी माँगी और बारह बजे से पहले ही सब लोग बस अड्डे पहुँच गए।
कैसे कहूँ कि मनुष्यता एकदम समाप्त हो गई! कैसे कहूँ कि लोगों में दया-माया रह ही नहीं गई! जीवन में जाने कितनी ऐसी घटनाएँ हुई हैं जिन्हें मैं भूल नहीं सकता
1.) ड्राइवर को मारपीट से किसने बचाया?
ड्राइवर को मारपीट से लेखक ने बचाया।
2.) बच्चों के लिए दूध कौन लेकर आया था?
बच्चों के लिए दूध कंडक्टर लेकर आया था।
3.) कंडक्टर बच्चों के लिए दूध क्यों लेकर आया था?
कंडक्टर से बच्चों का रोना देखा नहीं गया इस वजह से कंडक्टर बच्चों के लिए दूध लेकर आया था।
4.) बच्चे व्याकुल क्यों हो रहे थे?
बच्चे भूख और प्यास लगने की वजह से खाना खाने के लिए और पानी के लिए व्याकुल हो रहे थे।
5.) जब लेखक ने ड्राइवर को बचाया तब लेखक की स्थिति कैसी थी?
जब लेखक ने ड्राइवर को बचाया तब लेखक भी बहुत भयभीत थे।
6.) सब यात्रियों ने कंडक्टर से धन्यवाद क्यों कहा?
सारे यात्रियों की परेशानी दूर हो गई थी। कंडक्टर दूसरी बस लेकर आ गया था। इस वजह से यात्रियों ने कंडक्टर को धन्यवाद कहा।
7.) कंडक्टर किस जगह से बस लेकर आ गया था?
कंडक्टर बस के अड्डे से दूसरी बस लेकर आ गया था।
प्र 1.) दिए गए प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखें।
1.) इस संसार में इस समय सुखी आदमी कौन है?
इस संसार में इस समय सबसे सुखी आदमी वही है जो कुछ भी नहीं करता।
2.) हमारे महान मनीषियों का सपना क्या है?
हमारे महान मनीषियों का सपना भारत है।
3.) सच्चाई किसके हिस्से में पड़ी हुई है?
सच्चाई केवल भेरु और बेबस जो लोग हैं उनके हिस्से में ही पड़ी हुई है।
4.) मनुष्य में स्वाभाविक रूप से कौन से विचार विद्यमान रहते हैं?
मनुष्य में स्वाभाविक रूप से लोभ – मोह, काम – क्रोध यह विचार विद्यमान रहते हैं।
5.) भारतवर्ष सदा ही किसे धर्म के रूप में देखा आ रहा है?
भारतवर्ष सदा ही कानून को धर्म के रूप में देखा आ रहा है।
6.) बस में जो यात्री थे वह क्यों घबरा गए थे?
जिस बस में यात्री बैठे थे वह खराब थी और एक निर्जन जगह पर जाकर वह रुक गई वह बंद पड़ गई इस वजह से यात्री घबरा गए।
7.) सारे लोग कितने बजे बस के अड्डे पर पहुंचे?
सारे लोग बारह बजे से पहले ही बस के अड्डे पर पहुंचे।
7.) कौन से लोग कानून की त्रुटियों से लाभ उठाने में संकोच नहीं करते?
जो लोग धर्मभीरू है ऐसे लोग कानून की त्रुटियों से लाभ उठाने में संकोच नहीं करते।
8.) कौन सी बात बुरी नहीं है?
दोषों का पर्दाफाश करना बुरी बात नहीं है।
प्र.) 2 रिक्त स्थानों की पूर्ति करें।
1.) कुछ नौजवानों ने ड्राइवर को पड़कर मारने पीटने का ……………………………… बनाया।
कुछ नौजवानों ने ड्राइवर को पड़कर मारने पीटने का हिसाब बनाया।
2.) कंडक्टर उतर गया और एक ………………………… लेकर चलता बना।
कंडक्टर उतर गया और एक साइकिल लेकर चलता बना।
3.) मैं बहुत …………………………. था पर ड्राइवर को किसी तरह मार- पीट से बचाया।
मैं बहुत भयभीत था पर ड्राइवर को किसी तरह मार- पीट से बचाया।
4.) कैसे कहूं कि ………………………………… एकदम समाप्त हो गई!
कैसे कहूं कि मनुष्यता एकदम समाप्त हो गई!
5.) दोषों का ……………………… करना बुरी बात नहीं है।
दोषों का पर्दाफाश करना बुरी बात नहीं है।
6.) ऐसी स्थिति में जीवन के महान मूल्य के बारे में लोगों की ……………………. ही हिलने लगी है।
ऐसी स्थिति में जीवन के महान मूल्य के बारे में लोगों की आस्था ही हिलने लगी है।
7.) अब भी सेवा, ईमानदारी, सच्चाई और ………………………………. के मूल्य बने हुए हैं।
अब भी सेवा, ईमानदारी, सच्चाई और आध्यात्मिकता के मूल्य बने हुए हैं।
8.) क्या यही भारतवर्ष है जिसका सपना …………………………. और गांधी ने देखा था।
क्या यही भारतवर्ष है जिसका सपना तिलक और गांधी ने देखा था।
प्र.) 3 तीन से चार वाक्य में उत्तर लिखें।
1.) लोग बस में बैठे हुए ड्राइवर को मरना क्यों चाहते थे?
जिस बस में लेखक बैठा हुआ था। वह बस एक निर्जन जगह पर जाकर बंद पड़ गई। उस बस का कंडक्टर दूसरी बस लाने के लिए वहां पर मिली हुई साइकिल में बैठकर चला गया। सभी लोग इंतजार करते-करते थक गए। उन्हें लगने लगा के कंडक्टर डाकुओं को लाने के लिए गया है। वे डाकू आएंगे और इस बस को लूट लेंगे। इस वजह से सारे लोगों ने ड्राइवर को करने का तय किया।
2.) लोगों ने ड्राइवर से माफी क्यों मांगी?
सभी लोगों को लग रहा था कि जो कंडक्टर साइकिल लेकर चला गया है वह दूसरी बस को नहीं लेगा बल्कि उसकी जगह डाकुओं को लेगा और हमें लूट लेगा। इस वजह से सारे लोग ड्राइवर को मारना चाहते थे। लेकिन लेखक के वजह से ड्राइवर बज गया। जब कंडक्टर को सारे लोगों ने दूसरी बस लाते हुए देखा तो उनके जान में जान आ गई। इस वजह से सारे लोगों ने ड्राइवर से माफी मांगी।
3.) जब कुछ नौजवानों ने मिलकर ड्राइवर को मारने पीटने का हिसाब बनाया तब उनको किसने रोका?
सभी लोग दूसरी बस का इंतजार कर रहे थे लेकिन कुछ देर बाद उन्हें लगने लगा के कंडक्टर डाकुओं को लाने के लिए गया है। उन्हें लगा के ड्राइवर कंडक्टर ने मिलकर हमें लूट लेंगे। इस वजह से सारे ड्राइवर को करने के लिए हिसाब बनाने लगे। जब इसका पता ड्राइवर को चला तो ड्राइवर के चेहरे पर से हवाईयां उड़ने लगी। जब लोगों ने उसे पकड़ लिया तो उसने लेखक की तरफ देखा और बोला कि बस बंद पड़ गई है इसलिए हम कोई उपाय करने का सोच रहे हैं मुझे बचाइए यह लोग मुझे मारेंगे। उसे वक्त लेखक ने यात्रियों को समझाया कि ड्राइवर को मारना ठीक नहीं है। लेकिन यात्री यह बात समझने को तैयार ही नहीं थी लेकिन फिर भी लेखक ने किसी तरह से उन लोगों को समझा बूझकर ड्राइवर को बचाया।
4.) टिकट बाबू के चेहरे पर संतोष की गरिमा क्यों थी?
एक बार रेलवे स्टेशन पर जब लेखक टिकट ले रहे थे तो गलती से उन्होंने टिकट बाबू को₹100 का नोट दे दिया और वह जल्दी से गाड़ी में जाकर बैठ गए। टिकट ₹10 का था। उसे वक्त टिकट बाबू उन्हें ढूंढते हुए सेकंड क्लास के डब्बे में पहुंच गए। और उन्होंने बाकी के 90 रुपए जो थे वह लेखक को थमा दिए। उसे वक्त उनकी आंखों में विनम्रता के भाव द। उन्होंने कहा कि मुझे बहुत बड़ी गलती हो गई। उसे वक्त टिकट बाबू के चेहरे पर संतोष की गरिमा थी।
5.) हर एक व्यक्ति अपने जीवन में किन बातों का अनुभव करता है?
अभी हमारे सेवा, ईमानदारी, सच्चाई और आध्यात्मिकता के मूल्य बने हुए हैं। लेखक कहते हैं यह मूल्य दब गए हैं लेकिन यह कभी भी नष्ट नहीं हो सकती वह अभी नष्ट नहीं हुए हैं। लेखक आगे कहते हैं कि मनुष्य आज भी प्रेम करता है। महिलाओं का सम्मान करता है चोरी को भ्रष्टाचार को झूठ को गलत समझता है। दूसरों को पीड़ा पहुंचाना गलत समझता है। हर व्यक्ति अपने जीवन में इन बातों का अनुभव जरूर करता है।
6.) लोग अपने सुख सुविधाओं की ओर ज्यादा ध्यान क्यों देने लगते हैं?
लेखक कहते हैं कि हमारे देश में जितने भी बेरोजगार है दरिद्रजन है उनकी अवस्था दूर करने के लिए बहुत सारे कानून बनाए गए हैं। जो उनके स्थिति को सुचारू उन्नत बना सकते हैं। उनकी कृषि उद्योग वाणिज्य शिक्षा स्वास्थ्य इन अवस्थाओं में सुधार ला सकते हैं। लेकिन जिन लोगों को इन कार्यों में लगा है उन लोगों का मन यह कार्य करते समय पवित्र नहीं होता। इस वजह से वह अपना कार्य भूल जाते हैं और अपने सुख सुविधाओं की ओर ज्यादा ध्यान देने लगते हैं।
पाठ से आगे
प्र.) 1 दिए गए प्रश्नो के उत्तर लिखें।
1.) अगर आपके दो मित्र इस तरह से मार पीट करने लगे तो आप क्या करेंगे?
हम पहले उन दोनों को झगड़ा, मार – पीट करने से रोकेंगे। उनसे उनके झगड़ा करने का कारण पूछेंगे किस वजह से झगड़ा हुआ है उसे कारण को सुलझाने का प्रयत्न करेंगे अगर हमसे यह हो झगड़ा नहीं सुलझ जाता तो हम अपने माता-पिता या फिर अपने गुरुजनों को कहेंगे और उनका झगड़ा सुलझा देंगे।
2.) अगर बंद हो गई बस में यात्री परेशान हो रहे है तो आप क्या करेंगे?
अगर हम किसी यात्रा पर जा रहे हो और उस वक्त अगर बंद हो गए तो उसे ऐसे वक्त में सारे आते परेशान हो जाते हैं यात्रियों के पास अपने बच्चे भी होते हैं यह यात्रा तो बहुत परेशान होते हैं क्योंकि बस बंद होने से गर्मी में बढ़ती है और ऐसी गर्मी में बच्चे बहुत परेशान हो जाते हैं। बच्चों को प्यास और भूख भी लग जाती है। ऐसे वक्त के लिए हम अपने पास कुछ ज्यादा खाना और पानी की व्यवस्था रखेंगे जिससे किसी को भी परेशानी ना हो सके। इसके साथ-साथ सबको धीरज रखने के लिए भी कहेंगे।
3.) आप किसी यात्रा पर जा रहे हो और किसी कारण से यात्री और बस ड्राइवर मे झगड़ा हो जाए तो वो झगड़ा आप किस तरह से सुलझाएंगे?
कोई भी झगड़ा इतना बड़ा नहीं होता की वह सुलझा ना सके। पहले हम दोनों को शांत करेंगे और उनके झगड़े का कारण जान लेंगे। उनकी परेशानियों का कारण जान लेंगे और वह परेशानी, वह झगड़ा सुलझाने का प्रयत्न करेंगे।
4.) आप को किसने गलती से ज्यादा रुपए दे दिए ऐसी परिस्थिति में आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी?
अगर गलती से हमारे पास किसी के जरूरत से ज्यादा पैसे आ गए हो तो हम उसे वापस लौट आएंगे। क्योंकि सब लोग मेहनत करके पैसे कमाते हैं इस वजह से किसी के भी पैसे किसी कारणवश जरूरत से ज्यादा हमारे पास आते हैं तो उन्हें वह पैसे लौटाने की जिम्मेदारी हमारी होती है।
5.) क्या सचमुच हमारे आसपास ईमानदार व्यक्ति नहीं रहे हैं?
हमारे आसपास बहुत सारे इमानदार व्यक्ति है लेकिन आजकल भ्रष्टाचारी, चोरी, डकैती ऐसे मामले इतने बढ़ गए हैं कि हमें ईमानदार व्यक्ति नजर ही नहीं आती। हम देखने जाएंगे तो हमारे पास ऐसे व्यक्ति होते हैं जो दूसरों की मदद करते हैं जो गलत धारणाओं से दूर रहते हैं गलत व्यवहार करने से डरते हैं सब की मदद करते है। ऐसे ईमानदार व्यक्ति हमारे आसपास होते है।
6.) आपके लिए ईमानदारी का अर्थ क्या है?
हमेशा ही अपने और दूसरों के प्रति ईमानदार रहो। कोई भी गलत कार्य मत करो और अगर कोई व्यक्ति गलत कार्य करता है तो उसे गलत कार्य में उसका साथ मत दो। भ्रष्टाचारी मत करो चोरी डकैती मत करो किसी के पैसे मत लो। किसी का विश्वास मत तोड़ो। सबसे प्यार से पेश आओ। सब की मदद करो।
7.) क्या ईमानदार रहना मतलब मूर्खता करना है?
नही। ईमानदार व्यक्ति कभी भी मूर्ख नहीं हो सकते। जो व्यक्ति ईमानदार नही होते वे अपने साथ साथ अपने देश का नुकसान करते है और जो लोग ईमानदार होते हैं वे अपने साथ साथ अपने आस पास के लोगों को और देश को भी अपने साथ आगे लेकर जाते है।
8.) हम संतुष्ट कब रह सकते है?
जब हम अपना जीवन ईमानदारी और सच्चाई से बताएं तभी हम संतुष्ट रह सकते हैं संतुष्ट रहने के लिए ईमानदारी और हमारे अंदर सच्चाई होना जरूरी है। अगर हम किसी के साथ धोखाधड़ी का व्यवहार करते हैं तो हम कभी संतुष्ट नहीं रह पाएंगे।
प्र.) 2 ईमानदारी इस विषय पर निबंध लिखे।
ईमानदार व्यक्ति आज कल हमारे आस पास नजर नहीं आते। सभी जगह पर भ्रष्टाचारी, चोरी, डकैती, मारपीट ऐसी खबरें दिखाई जाती है। समाचार पत्र टीवी पर भी ऐसी खबरें सुनाई जाती है। इस वजह से सभी जगह का वातावरण भी दूषित पूर्ण हो जाता है। सभी लोगों को ऐसा लगता है कि इस दुनिया में कोई ईमानदार रहा ही नहीं। सब लोग एक दुसरे को फसाने में लगे है ऐसा ही सभी को लगता हैं।
आज दुनिया में हमारे आसपास भी कई लोग ईमानदार होते हैं। जो सच्चाई से अपना काम पूरा करते हैं। भ्रष्टाचारी नही करते, चोरी, डकैती से दूर रहते हैं। लेकिन आज दुनिया में और शांति और अविश्वास इतना फैल गया है कि हमारे आज कितने भी ईमानदार लोग हो हमें दिखाई नहीं देते। हमें ऐसा लगता है कि दुनिया में कोई भी अभी ईमानदार नहीं रहा है।
लेकिन आज दुनिया में सबसे ज्यादा ईमानदार लोगों की जरूरत है। जो सच्चाई से अपना जीवन बिताए। अपना काम निष्ठा पूर्वक पूर्ण करे। किसी को भी फसाए ना। एक दूसरे की मदद करे। क्यों की जब हम सबसे ईमानदारी से रहते तब हमारे देश की प्रगति होती हैं।
आज हमारे देश में बहुत ईमानदार लोग है। हमे ऐसे लोगों से प्रेरित होना चाहिए।
प्र.) 3.) ईमानदारी और सच्चाई का महत्व लिखो।
हमें हमेशा ही अपने जीवन में सच्चाई और ईमानदारी को महत्व देना चाहिए। क्योंकि आज दुनिया में ऐसे लोगों की बहुत जरूरत है। ऐसे ही लोग होते हैं जो अपने जीवन में ऊंचा सा ऊंचा स्तर प्राप्त कर लेते हैं। जो इमानदारी और सच्चाई को महत्व नहीं देते ऐसे लोगों को कोई महत्व नहीं देता। से हमारे जीवन में सच्चाई और ईमानदारी का बहुत महत्व है हमें हमेशा ही ईमानदार रहना चाहिए। अपना काम सच्चाई और निष्ठा पूर्वक पूर्ण करना चाहिए। जो लोग सच्चे और ईमानदार होते हैं वह हमेशा प्रगति करते हैं। ऐसे लोगों की वजह से ही देश की भी प्रगति होती है।
भाषा की बात
प्र.) 1 पाठ में दिए गए युग्म शब्द पहचान कर लिखो।
1.) आरोप – प्रत्यारोप
2.) मारने – पीटने
3.) कायदे – कानून
4.) कोटि -कोटि
5.) समाचार – पत्र
प्र.) 2 दिए गए शब्दों के अर्थ लिखो।
1.) संदेश – शंका
2.) माहौल – परिस्थिति
3.) आस्था – श्रद्धा
4.) संयम – धैर्य
प्र.) 3 आपको इस पाठ में नए शब्द कौन से मिले वह लिखकर उनका अर्थ लिखो।
1.) निश्चय – कोई काम करना है ऐसा मन में ठान लेना।
2.) निरीह – जिसे कोई भी इच्छा न हो
3.) गुमराह – गलत जानकारी देना
4.) अवांछित – जिसकी इच्छा न हो
Hope above Kya Nirash Hua Jaye Extra Questions and Answers including MCQ Type, Very Short Type, Short Type and Long Type Questions and Answers will help you to prepare more for exam. For any query during reading and learning please comment us below. Our Hindi Teacher always ready to help you.
Thank you
Thanks a lot sir this is very helpful