Haryana Board Class 6 History Chapter 4 16 महाजनपद Solution

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Haryana State Board Class 6 History Chapter 4 16 महाजनपद Solution:

Haryana State Board Class 6 History Chapter 4 16 महाजनपद

16 महाजनपद।

 

 प्रश्न 1.रिक्त स्थानों की पूर्ति करें।

 1.) जन के मुखिया को ____ कहा जाने लगा।

उत्तर:राजन

 

2.) वैदिक युग के जन ____बड़े महाजनपदों में बदल गए।

उत्तर: 16

 

 3.) मगध की राजधानी ______ थी।

उत्तर: राजगृह

 

 4.) गणराज्य का सर्वोच्च अधिकारी नायक, प्रधान या _______ होता था।

उत्तर: राष्टृपति

 

 प्रश्न 2.   उचित पर्याय चुने।

1.) मगध की नदियां _____ ,सोन तथा चंपा कृषि की यातायात को सुदृढ़ आधार प्रदान कर रहे थे।

क. सरस्वती     ख.  नर्मदा    ग.  गंगा      घ. यमुना

उत्तर:  गंगा

 

2.)  हर्यक वंश का अंतिम शासक नाग_________ था।

क.उदयन  ख. बिंबिसार ग.अजातशत्रु घ. नाग दशक उत्तर: नाग दशक

 

3.)  शिशुनाग ने पाटलिपुत्र के अतिरिक्त ________ को अपनी दूसरी राजधानी बनाया था।

क.श्रावस्ती   ख.वैशाली     ग.पावापुरी   घ.वैशाली

उत्तर: वैशाली

 

4.)  कौशल के राजा ने अपनी पुत्री महाकौशल का विवाह मगध के राजा _______ से किया था।

क.शिशुनाग   ख.बिंबिसार   ग.अजातशत्रु     घ.उदयन।

उत्तर :बिंबिसार

 

 प्रश्न  3 उचित मिलान करें।

1.) अंग             क) मधुरा

2.) कौशल          ख) राजगृह

3.) मल्ला           घ) श्रावस्ती

4.) मगध            च) पावापुरी

5.)  शुरसेन          छ) चम्पा

 

उत्तर: 1. छ, 2. घ  , 3. च,  4. ख,  5. क

 

*प्रश्न 4.लघु प्रश्नों का उत्तर दें।

1.) महाजनपद का निर्माण कैसे हुआ है?

उत्तर: भारत में राज्य निर्माण की प्रक्रिया में परिवार ही आरंभिक इकाई था। परिवार से ग्राम ,ग्राम से जन,जन से जनपद, जनपद से महाजनपद का निर्माण हुआ।

 

2.)  गणतंत्र का मतलब क्या होता है?

उत्तर: जिस प्रशासन में प्रतिनिधि को लोगों द्वारा चुना जाता है उसे गणतंत्र कहते हैं।

 

3.)   महाजनपद एक-दूसरे से विवाह संबंधों को स्थापित क्यो  करते थे?

उत्तर: महाजनपद एक-दूसरे से विवाह संबंधों को स्थापित करके खुद को शक्तिशाली बनाने की कोशिश करते थे।

 

4.)  महाजनपद युग में शासन पद्धति कैसे थे?

उत्तर:महाजनपद युग में दो प्रकार के शासन पद्धति थी एक राज्य तंत्र शासन प्रणाली दूसरी गणतंत्र शासन प्रणाली। कहीं-कहीं दोनों शासन पद्धतियों का समन्वय था।

 

5.)  मगध के शासक कौन और कैसे थे?

उत्तर: बिंबिसार, अजातशत्रु ,उदयन,शिशुनाग एवं महापद्मनंद जैसे शक्तिशाली राजाओं ने मगध पर राज किया। मगध के शासक बहुत योग्य व साहसी थे। इन शासकों ने मगध का दूर-दूर तक विस्तार किया।

 

प्रश्न आइए विचार करिए।

1.) मगध महाजनपद के भौगोलिक, प्रशासनिक ,आर्थिक मुद्दों के बारे में विस्तार से लिखें।

उत्तर: मगध के शासकों में बिंदुसार ,अजातशत्रु, उदयन, शिशुनाग एवं महापद्मानंद जैसे शक्तिशाली शासक थे। मगध के शासक बहुत साहसी थे। मगध के इन शक्तिशाली। इन शासकों ने मगध का दूर-दूर तक विस्तार किया। मगध के क्षेत्र में हाथी प्राकृतिक रूप से बहुतायत है। मगध राज्य के उदय में वहां की भौगोलिक स्थिति में अहम योगदान दिया है। मगध में लोहे की बड़ी-बड़ी खदानें थी। मगध की नदिया गंगा, सोना तथा चंपा कृषि तथा यातायात के लिए आधार प्रदान करती थी। मगध के शासक एक विशाल सेना तैयार करते थे जिसमें पैदल, रथ, घुड़सवार और हाथी सम्मिलित है। मगध की जमीन बहुत उपजाऊ थी और पानी भी प्रचुर मात्रा में उपलब् था । मगध साम्राज्य व्यापारिक उत्पादन पर कर लगाकर बहुत धन प्राप्त करता था।

 

2.)  मगध के प्रमुख राजवंश कौन-कौन से थे?

उत्तर: मगध राज्य का विस्तार हर्यक वंश के बिंबिसार राजा से शुरू हुआ। बिंबिसार हर्यक वंश का संस्थापक था। बिंबिसार ने अंग राज्य को पराजित कर अपना राज्य विस्तार शुरू किया। अंग राज्य का शासक बिंबिसार ने अपने पुत्र अजातशत्रु को बनाया। उसके उपरांत उन्होंने मगध की आरंभिक राजधानी गिरिराज मतलब राजगृह बनाई। बिंबिसार के बाद अजातशत्रु मगध के राजा बने। अजातशत्रु के काल में ही सप्तपर्णी गुफा में प्रथम बुद्ध सभा का आयोजन हुआ था। अजातशत्रु के पुत्र उदयन द्वारा उनकी हत्या कर दी गई थी और उसके बाद उदयन मगध के राजा बने। उदयन ने अपनी नई राजधानी पाटलिपुत्र को बनाया। उदयन जैन धर्म के अनुयाई थे। हर्यक वंश का आखिरी शासक नागदशक था। नागदशक  की हत्या कर उनके अमात्य शिशुनाग ने अपना वंश स्थापन किया। शिशुनाग ने अवंती और वत्स राज्यों को अधिकार में लेकर मगध साम्राज्य को विस्तार किया। शिशुनाग ने पाटलिपुत्र के अलावा अतिरिक्त वैशाली नामक अपनी दूसरी राजधानी बनाई। शिशुनाग  के बाद महापद्मा नंद ने अपने नंद वंश के नाम से  मगध पर शासन किया। महापद्मा नंद अनेक विशाल सेना बनाई और इसके प्रभाव से बाकी राज्यों पर विजय प्राप्त की। महापद्मा नंद के बाद सबसे ज्यादा ताकतवर और शक्तिशाली शासक  धनानंद बना। धनानंद का वध कर नंद वंश का साम्राज्य समाप्त करके भारत में मौर्य साम्राज्य की स्थापना चंद्रगुप्त मौर्य के द्वारा की गई।

 

3.) जनपद और महाजनपद का उगम कैसे हुआ? विस्तार से लिखें।

उत्तर: वैदिक काल में राज्य विस्तार की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। समाज का केंद्र बिंदु परिवार था परिवार से ग्राम बनते  ग्राम से जन बनते जन से जनपद बनते थे और जनपदों से महाजनपद बनते हैं। ऐसे ही महाजनपदों का निर्माण हुआ। परिवार के लोग एक ही पूर्वज के संतान होते थे। अपनी जरूरतों पूर्ण करने के लिए लोग एक दूसरे के साथ रहते थे। एक ही पूर्वज कि से संबंध रखने वाले परिवारों को जन कहा गया। जन के मुखिया को राजन कहा जाता था। राजन पुरोहित, सेनानी और ग्रामीण यह अधिकारी राजन की सहायता के लिए होते थे। राजन जो जन की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेते थे। सैनिक के सहायता के लिए सेनानी होता था , धर्म के पालन की शिक्षा देने के लिए पुरोहित और ग्राम का मुखिया  ग्रामिनी होता था। एक जन में अनेक ग्राम शामिल होते थे। जन के प्रशासन में ग्राम सबसे छोटी इकाई होती थी। छोटे छोटे जनपद बड़े जनपदों में बदलने लगे। अब इन जनपदों को महाजनपद कहा जाने लगा। वैदिक युग में  जन अब 16 महाजनपदों में बदल गए थे।

 

4.) महाजनपद व्यवस्था के विकास के कहानी। अपने शब्दों में कथन करें।

उत्तर: वैदिक साहित्य में भारतीय राज्य व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त होती है। भारतीय राज्य व्यवस्था की व्यापक जानकारी वेद और ब्राह्मणों द्वारा दी जाती है। महाभारत और कौटिल्य का अर्थशास्त्र यह भारतीय राजनीतिक व्यवस्था की जानकारी प्रदान करते हैं। भारत में सभा और समिति लोकतंत्र की प्राचीन संस्थाएं भी थी  यह हमें साहित्य के द्वारा जानकारी मिलती है। वैदिक काल में जो जनपद थे वह महाजनपदों में बदल गए थे। यह महाजनपद राजतंत्रिय एवं   गणतंत्रीय व्यवस्था अपनाते थे। कुछ राजतंत्र व्यवस्था में वंश नुसार  राजा बनते थे तो कुछ गणतंत्रीय व्यवस्था में राजा का चुनाव होता था। आगे चलकर इन महाजनपदों में साम्राज्यवाद शुरू हुआ। इस साम्राज्यवाद ने मगध सबसे आगे था। जो एक विशाल साम्राज्य के रूप में स्थापित हुआ। 16 महाजनपदों में प्रत्येक महाजन पर एक दूसरे से संघर्ष करता था। शक्तिशाली महाजनपद छोटे महाजनपदों पर आक्रमण कर उन्हें जीत कर उन पर विजय प्राप्त करते थे और अपना साम्राज्य विस्तार करते थे।

 

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Updated: November 8, 2022 — 4:15 pm

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