Apoorv Anubhav Extra Questions and Answers Class 7 Hindi Vasant Chapter 10 Prepared by Hindi Expert Teacher.
Apoorv Anubhav Extra Questions and Answers Class 7 Hindi Vasant
Class |
7 |
Book Title |
Vasant |
Chapter |
10 |
Chapter Name |
Apoorv Anubhav |
Topic |
Extra Questions and Answers |
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अ.) परिच्छेद पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखो।
सभागार में शिविर लगने के दो दिन बाद तोत्तो-चान के लिए एक बड़ा साहस करने का दिन आया। इस दिन उसे यासुकी-चान से मिलना था। इस भेद का पता न तो तोत्तो-चान के माता-पिता को था, न ही यासुकी-चान के। उसने यासुकी-चान को अपने पेड़ पर चढ़ने का न्योता दिया था। तोमोए में हरेक बच्चा बाग के एक-एक पेड़ को अपने खुद के चढ़ने का पेड़ मानता था। तोत्तो-चान का पेड़ मैदान के बाहरी हिस्से में होन्बुत्सु जानेवाली सड़क के पास था। बड़ा सा पेड़ था उसका, चढ़ने जाओ तो पैर फिसल-फिसल जाते। पर, ठीक से चढ़ने पर जमीन से कोई छह फुट की ऊँचाई पर एक द्विशाखा तक पहुँचा जा सकता था। बिलकुल किसी झूले सी आरामदेह जगह थी यह। तोत्तो-चान अकसर खाने की छुट्टी के समय या स्कूल के बाद ऊपर चढ़ी मिलती। वहाँ से वह सामने दूर तक ऊपर आकाश को या नीचे सड़क पर चलते लोगों को देखा करती थी।
1.) तोत्तो-चान के लिए एक बड़ा साहस करने का दिन कब आया था?
तोत्तो-चान के लिए एक बड़ा साहस करने का दिन सिविल लगने के दो दिन बाद आया।
2.) उस दिन तोत्तो-चान को किसे मिलना था?
उस दिन तोत्तो-चान को यासुकी चान से मिलना था।
3.) तोत्तो-चान ने यासुकी चान को क्यों बुलाया था?
तोत्तो-चान ने यासुकी चान को पेड़ पर चढ़ ने के लिए बुलाया था।
4.) तोत्तो-चान ने यासुकी चान को पेड़ पर चढ़ ने के लिए बुलाया इस बात की खबर किसे थी?
तोत्तो-चान ने यासुकी चान को पेड़ पर चढ़ ने के लिए बुलाया इस बात की खबर किसी को भी नहीं थी।
5.) तोत्तो-चान का पेड़ कहा पर था?
तोत्तो-चान का पेड़ मैदान के बाहरी हिस्से में होन्बुत्सु जानेवाली सड़क के पास था।
6.) झूले सी आरामदेह जगह कौन सी थी?
तोतो चान के पेड़ पर जमीन से कोई छह फुट की ऊँचाई पर एक द्विशाखा तक पहुँचा जा सकता था वह पर झूले सी आरामदेह जगह थी।
7.) तोत्तो-चान अपने पेड़ पर कब चढ़ती थी?
तोत्तो-चान अकसर खाने की छुट्टी के समय या स्कूल के बाद ऊपर चढ़ी मिलती।
8.) तोत्तो-चान के पेड़ से कौन कौन सी जगह दिखाई देती थी?
तोत्तो-चान के पेड़ से कौन कौन सी जगह दिखाई देती थी
तोत्तो-चान के पेड़ से दूर तक ऊपर आकाश को या नीचे सड़क पर चलते लोग दिखाई देते थे।
आ.) परिच्छेद पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखो।
तोत्तो-चान यासुकी-चान को अपने पेड़ की ओर ले गई और उसके बाद वह तुरंत चौकीदार के छप्पर की ओर भागी, जैसा उसने रात को ही तय कर लिया था। वहाँ से वह एक सीढ़ी घसीटती हुई लाई। उसे तने के सहारे ऐसे लगाया, जिससे वह द्विशाखा तक पहुँच जाए। वह कुरसी से ऊपर चढ़ी और सीढ़ी के किनारे को पकड़ लिया। तब उसने पुकारा, “ठीक है, अब ऊपर चढ़ने की कोशिश करो।”
यासुकी-चान के हाथ-पैर इतने कमजोर थे कि वह पहली सीढ़ी पर भी बिना सहारे के चढ़ नहीं पाया। इस पर तोत्तो-चान नीचे उतर आई और यासुकी-चान को पीछे से धकियाने लगी। पर तोत्तो-चान थी छोटी और नाजुक-सी, इससे अधिक सहायता क्या करती! यासुकी-चान ने अपना पैर सीढ़ी पर से हटा लिया और हताशा से सिर झुकाकर खड़ा हो गया। तोत्तो-चान को पहली बार लगा कि काम उतना आसान नहीं है जितना वह सोचे बैठी थी। अब क्या करे वह?
1.) तोत्तो-चान यासुकी-चान को किस ओर ले गई
तोत्तो-चान यासुकी-चान को अपने पेड़ की ओर ले गई।
2.) तोत्तो-चान सीढ़ी कहा से लेकर आ गई?
तोत्तो-चान सीढ़ी चौकीदार के छप्पर की ओर से लेकर आ गई।
3.) तोत्तो-चान ने सीढ़ी को किस के सहारे लगाया?
तोत्तो-चान ने सीढ़ी को तने के सहारे लगाया।
4.) तोत्तो-चान सीढ़ी के द्वारा पेड़ के कौन से हिस्से तक पहुंच जाती?
तोत्तो-चान सीढ़ी के द्वारा पेड़ के द्विशाखा तक पहुंच जाती।
5.) यासुकी चान सीढ़ी के उपर क्यों नहीं चढ़ पाया?
यासुकी चान के हाथ पैर कमजोर होने की वजह से यासुकी चान सीढ़ी के उपर नहीं चढ़ पाया।
6.) तोत्तो-चान यासुकी चान को पीछे से क्यों धकियाने लगी?
तोत्तो-चान यासुकी चान को पीछे से धकियाने लगी क्योंकि यासुकी चान पेड़ पर नहीं चढ़ पाया था।
7.) जब यासुकी चान पेड़ पर नहीं चढ़ पाई तब तोत्तो-चान को क्या लगा?
जब यासुकी चान पेड़ पर नहीं चढ़ पाई तब तोत्तो-चान को लगा की यह काम उतना आसान नहीं है जितना उसने बैठ कर सोचा था।
प्र.) 1 रिक्त स्थानों की पूर्ति करो।
1.) बिल्कुल किसी झूले सी …………… जगह थी यह।
बिल्कुल किसी झूले सी आराम देह जगह थी यह।
2.) बच्चे अपने-अपने ………… को निजी संपत्ति मानते थे।
बच्चे अपने-अपने पेड़ को निजी संपत्ति मानते थे।
3.) क्योंकि बहुत झूठ बोल रही थी इसलिए उसने मां की …………… में नहीं झांका।
क्योंकि बहुत झूठ बोल रही थी इसलिए उसने मां की आंखों में नहीं झांका।
4.) यासुकी चान उसे मैदान में …………… के पास मिला।
यासुकी चान उसे मैदान में क्यारियों के पास मिला।
5.) आखिर उसे एक …………… सीढ़ी मिली जिसे थामे रहना भी जरूरी नहीं था।
आखिर उसे एक तिपाही सीढ़ी मिली जिसे थामे रहना भी जरूरी नहीं था।
6.) यासुकी चान सीढ़ी थामे तोत्तो चान की ओर …………… लगा।
यासुकी चान सीढ़ी थामे तोत्तो चान की ओर ताकने लगा।
7.) बादल का एक बड़ा टुकड़ा बीच-बीच में ……… करके उन्हें कड़कती धूप से बचा रहा था।
बादल का एक बड़ा टुकड़ा बीच-बीच में छाया करके उन्हें कड़कती धूप से बचा रहा था।
8.) पेड़ मानो ……. ……. गा रहे थे और दोनों बेहद खुश थे।
पेड़ मानो गीत गा रहे थे और दोनों बेहद खुश थे।
9.) वह तिपाही सीढ़ी को ………… कर ले आई तो अपनी शक्ति पर हैरान होने लगी।
वह तिपाही सीढ़ी को घसीट कर ले आई तो अपनी शक्ति पर हैरान होने लगी।
प्र.) 2 तीन से चार वाक्य में उत्तर लिखो।
1.) तोत्तो-चान ने यासुकी चान को मिलने क्यों बुलाया था?
सभागार में शिविर लगने के दो दिन बाद ही तो तो तोत्तो-चान ने यासुकी चान को अपने घर बुलाया। वह दिन उसके लिए बड़ा साहस करने का दिन था। उसे दिन उसे यासुकी चान से मिलना था। इस भेट का पता नहीं तोत्तो-चान के माता-पिता को था ना ही यासुकी चान के माता-पिता को। उसने यह यासुकी चान को अपने पेड़ पर चढ़ने का न्योता दिया था।
2.) तोत्तो चान ने यासुकी चान को घर बुलाया यह बात क्यों किसी को नहीं बताई।
यासुकी चान को पोलियो था। इस वजह से वह कहीं भी किसी भी पेड़ पर नहीं चढ़ पता था और नहीं किसी पेड़ को अपनी निजी संपत्ति मानता था। वहां पर बच्चे अपने-अपने पेड़ को निजी संपत्ति मानते थे। लेकिन या यासुकी चान ऐसा नहीं कर सकता था। इस वजह से तोत्तो चान अपने पेड़ पर यासुकी चान को आमंत्रित कर लिया था। और उसने यह बात किसी को नहीं कहीं क्योंकि अगर यह बात बड़े सुनते तो वह उसे जरूर डांटे।
3.) यासुकी चान ठिठियाकर क्यों हंसने लगीं?
जैसे ही यासुकी चान ने तोत्तो चान को देखा वह पर घसीटा हुआ उसकी ओर बढ़ा। उसने हाथ अपनी चाल को स्थिर करने के लिए दोनों और फैले हुए थे। तोत्तो चान उत्तेजित थी। वे दोनों आज कुछ ऐसा करने वाले थे जिसका भेद किसी को भी पता न था। उसे बहुत आनंद हो रहा था। वह उल्लास में ठिठियाकर कर हंसने लगी।
4.) तोत्तो चान को पहली बार ऐसा क्यों लगा कि कम उतना आसान नहीं है जितना वह सोच बैठी थी?
यासुकी चान को पोलीयो होने की वजह से वह पेड़ पर नहीं चढ़ सकती थी। उसके हाथ पैर बहुत कमजोर थे। वह पहले सीढ़ी पर भी बिना सहारे के नहीं चढ़ पाया। इस वजह से तोत्तो चान पेड़ से नीचे उतर आए और यासुकी चान को वह पीछे से धक्का देने लगी। लेकिन तोत्तो चान नाजुक सी छोटी सी थी। इस वजह से वह अधिक सहायता नहीं कर सकती थी। यासुकी चान ने अपना पर सीढ़ी पर से हटा लिया और वह हताश हो गया। इस वजह से तो तो चांद को लगाकर यह काम उतना आसान नहीं है जितना उसने सोचा था।
5.) तोत्तो चान को तरह तरह के चेहरे क्यों बनाने पड़े?
यासुकी चान पेड़ पर चढ़ना चाहता था। उसके मन में भी बहुत इच्छा थी पेड़ पर चढ़ने की। तोत्तो चान उसे अपने पेड़ के पास लेकर गई थी। लेकिन पोलियो होने की वजह से यासुकी चान पेड़ पर नहीं चढ़ पा रही थी। इस वजह से यासुकी चान का चेहरा उदास हो गया। इस वजह से उसे हंसाने के लिए तोत्तो चान को गाल फुला कर तरह-तरह के चेहरे बनाने पड़े।
6.) तोत्तो चान को रुलाई क्यों छूट रही थी?
तोत्तो चान ने यासुकी चान को पेड़ पर चढ़ने के लिए बहुत मेहनत की थी। लेकिन उसे लगा कि अचानक सारी मेहनत बेकार लगने लगी। तोत्तो चान सीढ़ी पर से चलांग लगे और वह द्विशाखा तक पहुंच गए। लेकिन यासुकी चान को सीढ़ी से पेड़ पर लाने की हर कोशिश बेकार रही। या यासुकी चान सीढ़ी थामे तोत्तो चान की ओर ताकने लगा इस वजह से तोत्तो चान की रुलाई छुटने को हुई थी।
7.) तोत्तो चान पसीने से तरबतर क्यों हो गई थी?
तोत्तो चान जो पहले सीढ़ी लेकर आई थी उसे चढ़ना यासुकी चान के लिए बहुत कठिन हो गया था। इस वजह से वह चौकीदार के पास जाकर दूसरी सीढी लेकर आई यह सीढ़ी ऐसी थी जिसे थामें रहना भी जरूरी नहीं था। जब वह सीढ़ी लेकर आई थी तो सीढ़ी का वजन भी था। वह सीधी को घसीट कर लेकर आ रही थी। सीढ़ी को लाने के लिए ताकत की जरूरत थी इस वजह से ही या तोत्तो चान पसीने से तरबतार हो गई थी।
प्र.) 3 किसने किसे कहा वह लिखो।
1.) मैं यासुकी चान को अपने पेड़ पर चढ़ने देनेवाली हूं।
तोत्तो चान ने रॉकी से कहा।
2.) ठीक है अब ऊपर चढ़ने की कोशिश करो।
तोत्तो चान ने यासुकी चान से कहा।
3.) ठहरो, एक बात सूझी है।
तोत्तो चान ने यासुकी चान से कहा।
4.) क्या मैं अंदर आ सकता हूं?
यासुकी चान ने तोत्तो चान से पूछा।
5.) तो ऐसा होता है पेड़ पर चढ़ना।
यासुकी चान ने तोत्तो चान से कहा।
प्र.) 4 दिए गए विधान सही है या गलत लिखो।
1.) यासुकी चान को तोत्तो चान ने पेड़ पर चढ़ना नही सिखाया।
गलत
2.) तोत्तो चान ने रॉकी से सच कहा।
सही
3.) पेड़ पर चढ़ते हुए तोत्तो चान ने कोई मदद नहीं की।
गलत
4.) तोत्तो चान के पेड़ से नीचे सड़क पर चलते लोग दिखाई देते थे।
सही
5.) यासुकी चान को बुखार आया था।
गलत
6.) यासुकी चान को पेड़ पर नहीं चढ़ना था।
गलत
7.) तोत्तो चान चौकीदार के यहासे सीढ़ी लेकर आई।
सही
8.) आखिर में तोत्तो चान के साथ साथ यासुकी चान भी पेड़ पर चढ़ना सिख गई।
सही
पाठ से आगे
प्र.) 1 दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखो।
1.) क्या आपके पास ऐसा कोई मित्र है जो आपके किसी भी परिस्थिति में मदद कर सकता है?
हां! हमारे पास ऐसे बहुत सारे मित्र है जो कठिन परिस्थिति में हमारी मदद करते हैं। सही गलत का फैसला लेने में हमारी मदद करते हैं। पर कभी भी हमको छोड़कर नहीं जाते। हर वक्त हमारे साथ रहते हैं।
2.) अगर आपने ऐसा कोई काम कर लिया जो आपको बहुत कठिन लगता हो तो आप कैसा महसूस करेंगे?
अगर मैंने ऐसा कोई काम कर लिया जो मुझे बहुत कठिन लगता हो। फिर भी मैं उसे काम को करने की कोशिश कर रहा हूं। और आखिर में वह काम सफल हो गया। तो मुझे बहुत खुशी होगी कि मैं ऐसा कोई काम कर लिया है जो मुझे लगता था कि मेरी बस का नहीं है।
3.) जिस तरह तोत्तो चान ने यासुकी चान को पेड़ पर चढ़ना सिखाया लेकिन अपने और उसके माता पिता नहीं बताया। आपने अपने माता पिता से छिपकर ऐसा कोई कार्य किया है?
हम हर वक्त मस्ती करते रहते हैं माता-पिता को बिना बताए हम खेल-खेल में कई करतब करते हैं। लेकिन ऐसी बड़ी बातें हम उन्हें बताएं बिना कभी नहीं करते।
4.) तोत्तो चान ने मां से झूठ बोलकर यासुकी चान को पेड़ पर चढ़ना सिखाया आपने कभी अपनी मां से झूठ बोला है क्या?
एक बार मेरा दोस्त मुझे साइकिल चलाने के लिए ले जाने वाला था। उसे वक्त मुझे ऐसा लगा की मां इस बात की सहमति नहीं देगी इसलिए मैंने मन से झूठ बोला और साइकिल चलाने के लिए निकल पड़ा था। लेकिन जब मैं घर आया तब मैंने मां को सच्चाई बता दी।
5.) जैसे तोत्तो चान पेड़ पर चढ़ती है उसी प्रकार आप क्या क्या गतिविधियां करते हो?
हम, पानी में तैरना, ऊंची छलांग लगाना, पहाड़ों पर चढ़ना ऐसी गतिविधियां करते है।
भाषा की बात
प्र.) 1 दिए गए शब्दों के अर्थ लिखो।
1.) लुभावना – अच्छा प्रतीत होना
2.) झिझकना – कार्य करते हुए संकोच होना
3.) रुलाई – रोना
4.) घसीटना – किसी वस्तु को खींचना
5.) ठिठियाना – ठहाके लगाना
प्र.) 2 दिए गए मुहावरे का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग करो।
1.) न्योता दे देना –आमंत्रण देना
प्रिया ने अपने सारे दोस्तों को अपने जन्मदिन पर घर पर आने का न्योता दे दिया।
2.) निजी संपत्ति होना -व्यक्तिक संपत्ति
होना मेरी किताबें ही मेरी निजी संपत्ति है।
3.) उत्तेजित होना – प्रेरित होना
माता-पिता के आशीर्वाद से हम प्रेरित हो गए।
4.) ठिठियाकर हंसना – खुलकर हंसना
बच्चे हमेशा ठिठियाकर हंसते हैं।
5.) पीछे से धकियाना – पीछे से धक्का लगाना
यासुकी चान को ऊपर चढ़ाने के लिए तोत्तो चान उसे पीछे से धकिया रही थी।
6.) हताश होना – निराश हो जाना
रिया को अभी भी अच्छे से तीरंदाजी नही आ रही थी इस वजह से वह हताश हो गई।
7.) सिर झुकाकर खड़े रहना – शर्म होना
यासुकी चान को पेड़ पर चढ़ना नही आ रहा था इस वजह से वह सिर झुकाकर खडा था।
8.) तरह तरह के चेहरे बनाना -सामने वाले व्यक्ति को हंसी आ जाए ऐसी हरकतें करना
जोकर हमेशा तरह-तरह के चेहरे बनाता रहता है।
9.) उलट पुलट कर देखना- अच्छे से तराशना
मां जब बाजार जाती है तो सब चीज उलट पुलट कर देखती है।
10.) हैरान होना – आश्चर्य होना
नेहा अपने ही किए गए कार्य पर हैरान हुई थी।